नाशपाती के फायदे
ना |
शपाती एक ऐसा फल है जिसे कौन नही जानता हाँ आजकल के परिवेश में बस यह हो सकता है कि आजकल बच्चे इसे नाशपाती नही तो पीयर्स के नाम से जानते होंगें क्योंकि आधुनिक युग में माताओं में ही नही अपितु दादी नानी बूआ मौसी सभी में क्रेज है कि बच्चा इंग्लिस के शब्दों को अवश्य ही जानना चाहिये। क्योंकि इससे बच्चे का ही नही अपितु सारे घर वालों का समाज में सम्मान बढ़ जाता है लैकिन इसके साथ साथ यह भी हमें अवश्य ही याद रहना चाहिये कि कोई भी भाषा सीखना अच्छी बात है किन्तु साथ ही साथ अपनी मात्रभाषा के ज्ञान के बगैर सब अधूरा ही है।खैर
आइये जानते हैं इस शानदार स्वाद के मालिक जानदार फल के बारे में
नाशपाती हरे रंग का एक मौसमी फल है। जो देखने में काफी हद तक हरे सेब जैसा लगता है। यह खाने में मीठा व मोटे छिलके वाला फल है।
नाशपाती को वैसे हम लोग केवल एक सामान्य फल की तरह देखते हैं किन्तु अपने नाम के अनुरूप यह अनेकों रोगों का नाशपीट देता है। और शायद हमारे बुजुर्गों ने इसका नाम इसी कारण से नाशपाती रखा। इसके वावजूद इसके पोषक तत्वों के बारे में कोई विशेष जानकारी न होने की वजह से यह आज भी बहुत अधिक प्रचलित फल नहीं है। लैकिन आज मेरे जहन में आया कि लाओ अपने ब्लाग रीडर्स को इस फल के गुणों के बारे में एक विस्तृत जानकारी प्रदान कर दूँ जिससे कि आप लोग इसका भरपूर लाभ उठा सकें।. और आपको ये जानकर हैरानी होगी कि नाशपाती के फायदे किसी भी अन्य फल की तुलना में कम नहीं है:
नाशपाती जिसे अंग्रेजी में Pear भी कहा जाता है, फाइबर से भरपूर ऐसा फल है जिसमें किसी भी अन्य फल की अपेक्षा ज्यादा मात्रा में फाइबर होता है। एक फल हमारी दैनिक जरूरत का 25% फाइबर हमें प्रदान कर सकता है। नाशपाती हमारे पेट, आंतों, दिल और स्किन आदि के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
नाशपाती में पाये जाने वाले पोषक तत्व---Nutrients in Pear---
नाशपाती में पर्याप्त मात्रा में विटामिन C , K , B 2 , B 3 और B 6 होते है। इसके अलावा इससे कैल्शियम , पोटेशियम, कॉपर , मैग्नीशियम आदि खनिज प्राप्त होते है। इसमें नुकसान करने वाले सोडियम , फैट या कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल नहीं होता। नाशपाती खाने से कैंसर जैसे रोग से बचाव हो सकता है।
इसे छिलके ( Pear skin ) सहित खाना चाहिए क्योंकि छिलके में बहुत महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते है।
दुनिया में नाशपाती का सबसे ज्यादा उत्पादन चीन में होता है। नाशपाती मौसमी फल है। भारत में इस फल का आगमन यूरोप से हुआ है। अब भारत में नाशपाती की खेती बहुत होने लगी है।
नाशपाती की किस्में अर्थात बैरायटीज-----
नाशपाती सेब की प्रजाति का फल है। सेब की तरह ही यह भी भारत के ठंडे इलाकों में पैदा होता है आजकल कृषक सेब से अधिक नाशपति को महत्व दे रहे है। नाशपाती का पेड़ हर साल फल देता है। बारिश के मौसम जुलाई -अगस्त में ताजा नाशपाती बाजार में खूब मिलती है। इसकी तीन प्रकार की किस्में मिलती है
यूरोपीय नाशपाती – ये नर्म , मीठी और रसदार होती है। खाने के लिए बहुत ये उपयुक्त होती है। इसके जल्दी खराब होने की सम्भावना होती है।
चाइनीज नाशपाती – ये नाशपाती सख्त और खाने मे थोड़ी खट्टी होती है । ये खाने में कम लेकिन मुरब्बा आदि बनाने में ज्यादा काम आती है। इस किस्म की नाशपाती का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है। एक पेड़ लगभग 150 किलो फल दे देता है।
यूरोपीय चाइनीज संकर – नख इसी किस्म की नाशपाती है। ये खाने में नर्म और मीठी होती है। यूरोपीय नाशपाती की अपेक्षा अधिक टिकती है। सभी तरह की नाशपाती के गुण लगभग समान होते है।
नाशपाती के विभिन्न रोगों में फायदे-------
1. पाचन तंत्र की मजबूती---- नाशपाती फाइबर से भरपूर सेहत का खजाना है एक नाशपती के मध्यम आकार के फल में लगभग 6 ग्राम फाइबर होता है। जो कि हमारी दैनिक आवश्यकता के 25% के बराबर होता है। इसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फायबर प्रचुर मात्रा में होते है और इसी फाइबर की वजह से हमारा पाचन तंत्र मजबूत बनता है। इसमें पैक्टिन नामक एक तत्व भी पाया जाता है जो कब्ज के लिए रामबाण है। दूसरा यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए न केवल पाचक रसों को सक्रिय करता है बल्कि आंतों की क्रियाविधि को बेहतर भी बनाता है।
नाशपाती- स्वाद में शानदार गुणों में जानदार
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शपाती एक ऐसा फल है जिसे कौन नही जानता हाँ आजकल के परिवेश में बस यह हो सकता है कि आजकल बच्चे इसे नाशपाती नही तो पीयर्स के नाम से जानते होंगें क्योंकि आधुनिक युग में माताओं में ही नही अपितु दादी नानी बूआ मौसी सभी में क्रेज है कि बच्चा इंग्लिस के शब्दों को अवश्य ही जानना चाहिये। क्योंकि इससे बच्चे का ही नही अपितु सारे घर वालों का समाज में सम्मान बढ़ जाता है लैकिन इसके साथ साथ यह भी हमें अवश्य ही याद रहना चाहिये कि कोई भी भाषा सीखना अच्छी बात है किन्तु साथ ही साथ अपनी मात्रभाषा के ज्ञान के बगैर सब अधूरा ही है।खैर
आइये जानते हैं इस शानदार स्वाद के मालिक जानदार फल के बारे में
नाशपाती हरे रंग का एक मौसमी फल है। जो देखने में काफी हद तक हरे सेब जैसा लगता है। यह खाने में मीठा व मोटे छिलके वाला फल है।
नाशपाती को वैसे हम लोग केवल एक सामान्य फल की तरह देखते हैं किन्तु अपने नाम के अनुरूप यह अनेकों रोगों का नाशपीट देता है। और शायद हमारे बुजुर्गों ने इसका नाम इसी कारण से नाशपाती रखा। इसके वावजूद इसके पोषक तत्वों के बारे में कोई विशेष जानकारी न होने की वजह से यह आज भी बहुत अधिक प्रचलित फल नहीं है। लैकिन आज मेरे जहन में आया कि लाओ अपने ब्लाग रीडर्स को इस फल के गुणों के बारे में एक विस्तृत जानकारी प्रदान कर दूँ जिससे कि आप लोग इसका भरपूर लाभ उठा सकें।. और आपको ये जानकर हैरानी होगी कि नाशपाती के फायदे किसी भी अन्य फल की तुलना में कम नहीं है:
नाशपाती जिसे अंग्रेजी में Pear भी कहा जाता है, फाइबर से भरपूर ऐसा फल है जिसमें किसी भी अन्य फल की अपेक्षा ज्यादा मात्रा में फाइबर होता है। एक फल हमारी दैनिक जरूरत का 25% फाइबर हमें प्रदान कर सकता है। नाशपाती हमारे पेट, आंतों, दिल और स्किन आदि के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
नाशपाती में पाये जाने वाले पोषक तत्व---Nutrients in Pear---
नाशपाती में पर्याप्त मात्रा में विटामिन C , K , B 2 , B 3 और B 6 होते है। इसके अलावा इससे कैल्शियम , पोटेशियम, कॉपर , मैग्नीशियम आदि खनिज प्राप्त होते है। इसमें नुकसान करने वाले सोडियम , फैट या कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल नहीं होता। नाशपाती खाने से कैंसर जैसे रोग से बचाव हो सकता है।
इसे छिलके ( Pear skin ) सहित खाना चाहिए क्योंकि छिलके में बहुत महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते है।
दुनिया में नाशपाती का सबसे ज्यादा उत्पादन चीन में होता है। नाशपाती मौसमी फल है। भारत में इस फल का आगमन यूरोप से हुआ है। अब भारत में नाशपाती की खेती बहुत होने लगी है।
नाशपाती की किस्में अर्थात बैरायटीज-----
नाशपाती सेब की प्रजाति का फल है। सेब की तरह ही यह भी भारत के ठंडे इलाकों में पैदा होता है आजकल कृषक सेब से अधिक नाशपति को महत्व दे रहे है। नाशपाती का पेड़ हर साल फल देता है। बारिश के मौसम जुलाई -अगस्त में ताजा नाशपाती बाजार में खूब मिलती है। इसकी तीन प्रकार की किस्में मिलती है
यूरोपीय नाशपाती – ये नर्म , मीठी और रसदार होती है। खाने के लिए बहुत ये उपयुक्त होती है। इसके जल्दी खराब होने की सम्भावना होती है।
चाइनीज नाशपाती – ये नाशपाती सख्त और खाने मे थोड़ी खट्टी होती है । ये खाने में कम लेकिन मुरब्बा आदि बनाने में ज्यादा काम आती है। इस किस्म की नाशपाती का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है। एक पेड़ लगभग 150 किलो फल दे देता है।
यूरोपीय चाइनीज संकर – नख इसी किस्म की नाशपाती है। ये खाने में नर्म और मीठी होती है। यूरोपीय नाशपाती की अपेक्षा अधिक टिकती है। सभी तरह की नाशपाती के गुण लगभग समान होते है।
नाशपाती के विभिन्न रोगों में फायदे-------
1. पाचन तंत्र की मजबूती---- नाशपाती फाइबर से भरपूर सेहत का खजाना है एक नाशपती के मध्यम आकार के फल में लगभग 6 ग्राम फाइबर होता है। जो कि हमारी दैनिक आवश्यकता के 25% के बराबर होता है। इसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फायबर प्रचुर मात्रा में होते है और इसी फाइबर की वजह से हमारा पाचन तंत्र मजबूत बनता है। इसमें पैक्टिन नामक एक तत्व भी पाया जाता है जो कब्ज के लिए रामबाण है। दूसरा यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए न केवल पाचक रसों को सक्रिय करता है बल्कि आंतों की क्रियाविधि को बेहतर भी बनाता है।
नाशपाती- स्वाद में शानदार गुणों में जानदार
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शपाती एक ऐसा फल है जिसे कौन नही जानता हाँ आजकल के परिवेश में बस यह हो सकता है कि आजकल बच्चे इसे नाशपाती नही तो पीयर्स के नाम से जानते होंगें क्योंकि आधुनिक युग में माताओं में ही नही अपितु दादी नानी बूआ मौसी सभी में क्रेज है कि बच्चा इंग्लिस के शब्दों को अवश्य ही जानना चाहिये। क्योंकि इससे बच्चे का ही नही अपितु सारे घर वालों का समाज में सम्मान बढ़ जाता है लैकिन इसके साथ साथ यह भी हमें अवश्य ही याद रहना चाहिये कि कोई भी भाषा सीखना अच्छी बात है किन्तु साथ ही साथ अपनी मात्रभाषा के ज्ञान के बगैर सब अधूरा ही है।खैर
आइये जानते हैं इस शानदार स्वाद के मालिक जानदार फल के बारे में
नाशपाती हरे रंग का एक मौसमी फल है। जो देखने में काफी हद तक हरे सेब जैसा लगता है। यह खाने में मीठा व मोटे छिलके वाला फल है।
नाशपाती को वैसे हम लोग केवल एक सामान्य फल की तरह देखते हैं किन्तु अपने नाम के अनुरूप यह अनेकों रोगों का नाशपीट देता है। और शायद हमारे बुजुर्गों ने इसका नाम इसी कारण से नाशपाती रखा। इसके वावजूद इसके पोषक तत्वों के बारे में कोई विशेष जानकारी न होने की वजह से यह आज भी बहुत अधिक प्रचलित फल नहीं है। लैकिन आज मेरे जहन में आया कि लाओ अपने ब्लाग रीडर्स को इस फल के गुणों के बारे में एक विस्तृत जानकारी प्रदान कर दूँ जिससे कि आप लोग इसका भरपूर लाभ उठा सकें।. और आपको ये जानकर हैरानी होगी कि नाशपाती के फायदे किसी भी अन्य फल की तुलना में कम नहीं है:
नाशपाती जिसे अंग्रेजी में Pear भी कहा जाता है, फाइबर से भरपूर ऐसा फल है जिसमें किसी भी अन्य फल की अपेक्षा ज्यादा मात्रा में फाइबर होता है। एक फल हमारी दैनिक जरूरत का 25% फाइबर हमें प्रदान कर सकता है। नाशपाती हमारे पेट, आंतों,