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जमशेदपुर/Good touch-Bad touch: मारवाड़ी युवा मंच, सुरभि शाखा द्वारा पांच दिवसीय कार्यक्रम के चौथे दिन गुरुवार को ‘गुड टच-बैड टच’ एवं सोशल अवेयरनेस पर कार्यशाला आयोजित की गई।
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इस कार्यशाला में बच्चों को बताया गया कि अगर कोई आपके सिर पर हाथ फेर रहा है या गाल खींच रहा है, तो इसे गुड टच कहते हैं। जब कोई सिर के नीचे के हिस्से को छुए या ऐसे हिस्सों को छुए, जो आपको कंफर्टेबल न लगे तो इसे बैड टच कहते हैं। कार्यशाला में यह भी बताया गया कि बच्चों और माता-पिता के बीच में भरोसे की नींव मजबूत होनी चाहिए, ताकि बच्चे बिना डरे, अपने माता-पिता को सब कुछ बता सकें।
शाखा अध्यक्ष कविता अग्रवाल ने बताया कि बच्चे मन से बेहद सरल होते हैं। उन्हें अगर कोई प्यार से कुछ खाने या खेलने को दे तो वह उनके साथ खेलने या खाने लग जाते हैं। ऐसे में उनका फायदा उठाया जाता है, जो गलत है। इसलिए बच्चों को अनजान व्यक्ति से कुछ नहीं लेना चाहिए। इसके साथ ही बच्चे अपने माता-पिता से हर वह चीज शेयर करें, जो उनके साथ घटता है।
इस कार्यशाला में पायल अग्रवाल द्वारा बच्चों को ‘गुड टच-बैड टच’ का प्रदर्शन (डिमॉन्सट्रेशन) करके भी समझाया गया।
शाखा सचिव पूजा अग्रवाल ने बताया कि कार्यशाला में सोशल अवेयरनेस से भी बच्चों का अवगत कराया गया कि मोबाइल फोन में जितनी सुविधा है, उतनी असुविधा भी होती है। इससे बच्चों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उनकी पढ़ाई का स्तर गिर रहा है। इसके साथ ही स्मार्टफोन से निकलने वाली किरणें बच्चों की आंखों को क्षति पहुंचाती हैं, इसलिए बच्चों को इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए।
यह कार्यक्रम अध्यक्ष कविता अग्रवाल, सचिव पूजा अग्रवाल, कोषाध्यक्ष पायल अग्रवाल के नेतृत्व में आयोजित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्व अध्यक्ष उषा चौधरी एवं उपाध्यक्ष पिंकी अग्रवाल भी का योगदान रहा।
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