प्राचीनकालीन योगा आसान भारत वर्ष में लगभग 7000 वर्ष से पहले से चला आ रहा है और अपनी ख्याति - प्रसिद्धि विश्व भर में योगा गुणों फायदों के कारण फैल रहा है। योगा आज विश्व भर में विख्यात है। विश्व भर में लगभग 40 करोड़ लोग योगा आसन के चमत्कारी प्रभाव को पहचान चुके हैं। इसलिए योग विश्व पटल पर अपनी छाप छोडता आ रहा है।
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दिन प्रतिदिन लोग योगा से जुड़ रहे हैं। सत्य आंकड़ों अनुसार योग के माध्यम से शरीर को स्वस्थ निरोग रखता हैं और व्यक्ति विश्व प्रगति के पथ पर चल रहे हैं। अमेरिका, यूरोप जैसे विश्व शक्तियां आज भारत के योगा के दिवानी हैं। विश्व के हर कोने - कोने में आज योगा आसन अपना पैर जमा चुका है। और हर रोज नई ख्यातियां हासिल कर रहा है।
प्राचीनकालीन भारतीय लोग रहस्यमयी योगा आसान से 500 साल तक स्वस्थ जीवन यापान करते थे। औसतन मनुष्य दीर्घ आयु के साथ-साथ शरीरिक आकृति भी विशाल होती थी। परन्तु समय अनुसार धीरे-धीरे गुप्त गूढ़ विद्यायें भी लुप्त हो गई।
भारतीय योगा आसान शक्ति प्राचीन गूढ़ विज्ञान / An Ancient Indian Science of Yoga Exercise
योगा आसान
योग शब्द संस्कृत का शब्द है जिसका तात्पर्य युज से है। यानिकि जोड़ना। मन, चित, चेतना, आत्मा, शरीर का आपस में जोड़ने व तालमेल बनाने की शक्ति प्रदान करता है। भारतीय योगा आसन किसी गूढ़ विज्ञान से कम नहीं है। भारतीय योगा आसन में जीवन के बहुत से राज छिपे हैं। जोकि कालांत्तर में लुप्त हो गये हैं।योग सुख शान्ति आत्म चेतना
योगा से शरीर स्वस्थ और निरोग रहता है ही, साथ में मन चेतना को जाग्रत करने में योगा सक्षम है। योगा आत्म शान्ति, दुख निवारण शक्ति प्रदान करने में विख्यात है। मनुष्य की मन की शान्ति और तृप्ति योगा से ही सम्भव है। मन चित एकाग्रता और चेतना में योगा खास है। जोकि मन चित शान्ति को आत्मा से जोड़ने में सक्षम है। और मन चित एकाग्रता और आत्म चेतना ही व्यक्ति अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकता है।योगा आसन से चमत्कारी दैनिक लाभ - गुप्त रहस्य
भारतीय प्रसिद्ध प्राचीनकालीन योगा आसन के चमत्कारी फायदों को आज के युग में विज्ञान भी स्वीकार चुका है। योगा से असंख्य फायदे हैं नुकसान नहीं। योगा आसन करने से शरीर को रोगमुक्त, शान्ति, एकाग्रता, चेतना जाग्रति करती है। व्यक्ति नाकारात्मक सोच से साकारात्मक सोच की ओर अग्रसर करने में योगा प्राणायाम अद्धभुत शक्ति है। आत्मविश्वास बढ़ाने में योगा आसन सक्षम है। साथ ही शरीर की हर तरह की बीमारियां योगा आसन से दूर हो जाती है। और शरीर स्वस्थ रोगमुक्त रखने में योगा प्राणायाम जरूरी है। स्वस्थ शरीर, शान्त मन चित जाग्रति चेतना ही व्यक्ति जन को समृद्धि विकास के पथ पर ले जा सकती है। जिससे सबका विकास, सबका साथ बात सत्य साबित हो सकती है। योगा आसन प्राणायाम एक प्राकृतिक अद्धभुत शक्ति है, उसे पहचाने, योगा अपनायें, स्वस्थ, सुखी जीवन यापन करें।प्राचीनकालीन भारतीय लोग रहस्यमयी योगा आसान से 500 साल तक स्वस्थ जीवन यापान करते थे। औसतन मनुष्य दीर्घ आयु के साथ-साथ शरीरिक आकृति भी विशाल होती थी। परन्तु समय अनुसार धीरे-धीरे गुप्त गूढ़ विद्यायें भी लुप्त हो गई।
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