सर्दी मौसम हेल्थ के खास माना जाता है। सर्दी मौसम में डाईट गर्मी मौसम से कही ज्यादा बढ़ जाती है। और साथ में व्यक्ति कुछ आलस्य सा होने लगता है। जैसेकि सैर, व्यायाम, योगा वर्कआउट दिनचर्या पर ध्यान नहीं देना। जिनके वजह से खास कर सर्दी मौसम में शरीर का वजन मोटापा बढने लगता है। सर्दियों में मोटापा वजन पर नियंत्रण रखना जरूरी है। सर्दी मौसम में डायबिटीज, ब्लडप्रेशर, यूरिक एसिड़, मोटापा होने की समस्याएं बढ़ जाती हैं। और फिट रहने के लिए सर्दी मौसम में खानपान दिनचर्या पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। शोध अनुसार अधिकत्तर आंतरिक बीमारियां सर्दियों में ही पनपती लगती हैं। जिनके दुष्प्रभाव व्यक्ति को बाद में सर्दी खत्म होने पर लक्षणों के रूप में पहचान में आते हैं।
सर्दियों में मोटापा बढ़ने और आलस्य जीवन शैली से यूरिक एसिड, ब्लडप्रेशर, वैली फैट, डायबिटीज, किड़नी स्टोन, सिरोसिस जैसे 70 प्रतिशत बीमारियों का खतरा बना रहता है। शोध अनुसार स्वास्थ्य का चक्र सर्दी मौसम से शुरू होता है। अकसर मौसम में बर्कआउट कम होना, खानपान में बदलाव, अधिक भूख लगना और दिनचर्या प्रभावित रहता है।
सर्दियों में वजन मोटापा क्यों बढ़ता है ? / सर्दियों में मोटापा बढ़ने के कारण / Avoid Winter Weight Gain, Causes of Weight Gain in Winter in Hindi / Sardiyon me Vajan Badhna
फैटी फूड्स अधिक खाने से बचें
सर्दी मौसम में अधिक प्रोटीन वसा युक्त खाने से बचें। जिनमें तली चीजें, फास्टफूड, लाल मीट, अण्डा, मछली, घी, पनीर, मक्खन, मूंगफली शामिल हैं। सर्दी मौसम में अधिक प्रोटीन वसा युक्त चीजें मोटापा वजन बढ़ाने के साथ अन्य रूप से किड़नी, लिवर, फेफड़ों पर दुष्प्रभाव डालती हैं।
कैलोरी पर ध्यान दें
सर्दी मौसम में जल्दी पाचन वाले खाद्य पेय सामग्री डाईट में शामिल करें। फल, फलों का रस, हरी सब्जियां, फाइबर युक्त अनाज शामिल हैं। अकसर सर्दी मौसम में भूख अधिक बढ़ जाती है। और ज्यादा खाने से स्वास्थ्य पर विभिन्न तरह के दुष्प्रभाव पड़ते हैं।
व्यायाम - वर्कआउट पर ध्यान दें
सर्दियों में व्यक्ति अकसर आलस्य करने लगता है। सैर, व्यायाम, वर्कआउट दिनचर्या पर ध्यान नहीं दे पाता। जिसकी वजन से मोटापा तौंद वजन बढ़ना एक मुख्य कारण है। सर्दी मौसम में तेज-तेज सैर, रस्सीकूद, व्यायाम, वर्कआउट करें। शरीर को चुस्त फुर्तीला रखें। आलस्य होने से बचें।
सर्दियों में डाईट नियंत्रण में रखें
सर्दी मौसम में डाईजेशन पावर अधिक होती है। बार बार भूख लगना और व्यक्ति जोकि कुछ भी खाता पीता है वह आसानी से पाचन हो जाता है। सर्दी मौसम में अधिक खाने से बचें। भूख से 20 प्रतिशत तक कम खायें। डाईट पर नियंत्रण रखें। अकसर सर्दी मौसम में अधिक मात्रा में खाना मोटापा वजन वजन वैली - फैट का एक मुख्य कारण है।
शराब, बीयर सेवन से बचें
सर्दी मौसम में कई लोग शराब, बीयर पीना पसंद करते हैं। शराब बीयर एल्कोहल में कार्बोहाईड्रट, शर्करा, कैलोरी की मात्रा शरीर में ज्यादा बढ़ा देती है। जिससे वजन, मोटापा, बेली फैट होता है। शराब बीयर एल्कोहल सेवन से बचें। सर्दी मौसम में एल्कोहल लेने से वजन - मोटापा बढ़ने के साथ अन्य यूरिक एसिड, ब्लडप्रेशर, वैली फैट, डायबिटीज, मोटापा, वजन, तौंद बढ़ने की समस्याएं होने लगती है।
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