कलौंजी खाने से लेकर अचार तक का जायक स्वाद बदल देती है। कलौंजी सैकड़ों बीमारियों, संक्रामण, वायरल से मुक्ति दिलाने में सक्षम है। कलौंजी को संजीवनी औषधि भी कहा जाता है। लगभग हर बीमारी की दवा है कलौंजी। रोगों से हार कर अन्तिम बार कलौंजी औषधि रूप में अवश्य अजमा कर देखें।
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कलौंजी शरीर को स्वस्थ निरोग रखने में खास अजमायी अमृत औषधि रूप है। कलौंजी स्वाद में थोड़ी कड़वी जरूर है। परन्तु किसी अमृत से कम नहीं है। कलौंजी तेल और कलौंजी दाने बीज, कलौंजी पाउडर चूर्ण तीनों तरह से औषधि रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
कलौंजी रामबाण औषधि / कलौंजी के फायदे और उपचार / Kalonji Seeds Benefits / Kalonji ke Fayde
ब्लड प्रैसर के लिए कलौंजी
बीपी बढ़ने पर कलौंजी तुरन्त निजात दिलाती है। 100 ग्राम कलौंजी सत्व, रोटी के साथ मिलाकर खाने से बीपी रक्तचाप नियत्रंण में रहता है। उच्च रक्तचाप खास दवा है।
मधुमेह के लिए कलौंजी
मधुमेह में शुगर लेवन बढ़ने पर 5 ग्राम कलौंजी गुन गुने पानी के साथ पीसकर सेवन करने से डायबिटीज शुगर लेवल तुरन्त नियत्रंण में आ जाता है। कलौंजी सेवन इंसुलिन को नियंत्रित कर बीटा सैल को बढ़ती है। जिससे शुगर लेवन नियत्रंण में रहता है। मधुमेह-डायबिटीज के लिए कलौंजी रामबाण दवा है।
कलौंजी रोके बाल झड़ना और गंजेपन
200 ग्राम कलौंजी को अच्छे से भूनकर कर बारीक पाउडर बना लें। जली भुनी कलौंजी के पाउडर को आवला तेल और जैतुन तैल में मिलाकर बालों पर लगातार रोज आधे घण्टे मालिश करने से बाल झड़ना बंद हो जाते हैं और गंजेपन से छुटकारा मिलता है और नये बाल उग आते हैं।
मधुमेह के लिए कलौंजी
मधुमेह में शुगर लेवन बढ़ने पर 5 ग्राम कलौंजी गुन गुने पानी के साथ पीसकर सेवन करने से डायबिटीज शुगर लेवल तुरन्त नियत्रंण में आ जाता है। कलौंजी सेवन इंसुलिन को नियंत्रित कर बीटा सैल को बढ़ती है। जिससे शुगर लेवन नियत्रंण में रहता है। मधुमेह-डायबिटीज के लिए कलौंजी रामबाण दवा है।
कलौंजी रोके बाल झड़ना और गंजेपन
200 ग्राम कलौंजी को अच्छे से भूनकर कर बारीक पाउडर बना लें। जली भुनी कलौंजी के पाउडर को आवला तेल और जैतुन तैल में मिलाकर बालों पर लगातार रोज आधे घण्टे मालिश करने से बाल झड़ना बंद हो जाते हैं और गंजेपन से छुटकारा मिलता है और नये बाल उग आते हैं।
लकवा दूर करे कलौंजी
गाय के कच्चे दूध में कलौंजी तेल मिलाकर रोज सुबह शाम लकवा ग्रसित अंगों पर मालिश करने से लकवा से निजात मिलता है। कलौंजी लकवा के लिए अचूक दवा है।
चेहरे के दांग धब्बे मिटाये कलौंजी
चेहरे त्वचा पर होने वाले कील, मुंहासों, पिम्पलस, दाग, धब्बों से छुटकारा पाने के लिए कलौंजी और नारियल तेल से लगातार मालिश करने से छुटकारा मिलता है। 3-4 घण्टे बाद एक दिन में एक बार कलौंजी पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाकर चेहरे पर लगायें।
दमा के लिए कलौंजी
दमा अस्थमा पीड़ित व्यक्ति के लिए कलौंजी के गाढ़े को रोटी, सत्व के साथ मिलाकर खाने से दमा अस्थमा से शीध्र आराम मिलता है।
बच्चों के पेट के कीड़ों के लिए कलौंजी
पेट में कीड़े होने पर कलौंजी का पाउडर बनाकर बच्चों को तीनों वक्त, आधे से कम चम्मच कलौंजी पाउडर को एक चम्मच शहद के साथ घोलकर देने से पेट के कीड़े शीध्र खत्म हो जाते हैं। कलौंजी पाउडर शहद सोते समय जरूर दें। कलौंजी पेट कीड़े नष्ट करने में सक्षम है।
सर्दी जुकाम से तुरन्त राहत के लिए कलौंजी
कलौंजी को सूती कपड़े में बांध कर पोटली बना लें। फिर गर्म तवे में सेक कर, नांक छिद्र से सूघने और साथ में गले पर हल्की सेकन से जुकाम सर्दी से तुरन्त छुटकारा मिलता है। सर्दी जुकाम में गला दर्द होने, लगातार नांक बहने सर्दी जुकाम से सम्बन्धित समस्त समस्याओं के लिए कलौंजी का गर्म सेकन और सूंघना फायदेमंद है।
पोलियो में कलौंजी
पोलियो पीड़ित व्यक्ति के लिए कलौंजी रामबाण दवा है। रोज सुबह और रात को सोते समय एक कप गर्म पानी में एक चम्मच कलौंजी तेल और शहद को घोलकर पीने से पोलियो जल्दी ठीक होता है। और रोज गन्ना चूसें, मूली हरी पत्तियां सेवन करें।
गठिया रोग में कलौंजी
शरीर में गठिया होने पर कलौंजी का तेल को गर्म दूध के साथ सेवन करने से गठिया रोग से छुटकारा मिलता है। हाथों की गठियों के लिए रोज सुबह शाम 300-300 तालियां बजाने से गठिया शीघ्र ठीक हो जाता है। गठिया में ताली बजाने से हाथों का रक्त संचार तीव्र हो जाता है। जोकि नसों, वाहिकाओं को पुनः सक्रीय करता है। ऐसा करने से उगलियों पर बनी गांठ से 2-3 महीने में गायब हो जाती है। ताली बजाने से गठिया से मुक्ति के साथ साथ सैकड़ों फायदें हैं।
चेहरे के पिम्पलस, मुहांसों के लिए कलौंजी
कलौंजी को बारीक पीसकर पाउडर बना लें। चेहरे के पिम्पलस, मुहांसें होने पर कलौंजी पाउडर को सिरके में मिलाकर चेहरे पर लगाने से मुहांसें पिम्पलस दब जाते हैं।
कैंसर रोग में कलौंजी
कैंसर ग्रसित व्यक्ति के लिए कलौंजी का पाउडर को अंगूर के रस के साथ घोलकर सेवन करने से कैंसर में आराम मिलता है। जौ के आटे में कलौंजी मिलाकर रोटी खाने से कैंसर आसानी से घट जाता है। कैंसर निजात के लिए कलौंजी पाउडर अंगूर रस, जौं कलौंजी आटे की रोटी किसी रामबाण दवा से कम नहीं।
बवासीर के लिए कलौंजी
कलौंजी को अच्छे से जला भून कर पाउडर बना लें। रोज सुबह शाम जला भुना कलौंजी पाउडर मस्सों गूदे पर लगाने से बवासीर ठीक हो जाता है।
ब्लड प्रैशर, तनाव में कलौंजी तेल
लगातार ब्लड प्रैशर, तनाव की स्थिति में कलौंजी का 1 चम्मच तेल को गर्म पानी के साथ सोने से पहले और सुबह उठकर खाली पेट सेवन करने से बीपी तनाव से मुक्ति मिलती है।
मलेरिया बुखार के लिए कलौंजी
1 चम्मच कलौंजी के पाउडर को 1 चम्मच शहद के साथ घोलकर सुबह, दोहर, शाम तीनों वक्त खाने से मलेरिया बुखार से निजात मिलता है। कलौंजी शहद मिश्रण में मलेरिया ठीक करने की क्षमता विद्यमान है।
पीलिया-जौंडिस के लिए कलौंजी
पीलिया जौंडिस होने पर आधा चम्मच कलौंजी का पाउडर गर्म दूध के साथ सुबह बिना कुछ खाये पीये सेवन करें। साथ में मूली पत्तियों की सब्जी बिना भुनी तली हुई, गन्ने का रस जरूर सेवन करें। इन सभी चीजों के सेवने पीलिया बहुत जल्दी ठीक हो जाता है।
महिलाओं में मासिक धर्म के लिए कलौंजी
महिलाओं में मासिक धर्म शुरू करने के लिए 1 चम्मच कलौंजी पाउडर को 1 गिलास दूध के साथ तीनों वक्त सुबह, दोपहर, शाम सेवन करने से मासिक धर्म शुरू हो जाता है।
कलौंजी का सेवन गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं के लिए कलौंजी के नुस्खें फायदेमंद नहीं है।
नपुंसकता दूर करने लिए कलौंजी
कलौंजी पुरूष की नपुंसकता दूर करने में सक्षम है। कलौंजी तेल और जैतून के तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से नपुंसकता दूर होती है। साथ में कलौंजी तेल और जैतून तेल की मालिश से ज्यादा फायदा सम्भव है।
दूध की कमी पूरी करे माताओं में कलौंजी
कलौंजी का पाउडर रोज सुबह शाम दूध के साथ मिलाकर पीने से महिलाओं में दूध की कमी दूर हो जाती है। सुन्दर सुड़ौल स्तनों व आकार बढ़ाने के लिए कलौंजी पाउडर दूध सेवन फायदा होता है।
खाज खुजली, फोड़े फुंसियों में कलौंजी
शरीर पर खाज खुजली, फोड़े फुंसिया होने पर कलौंजी का पाउडर और नींबू की पत्तियों के रस को मिलाकर लगाने से खाज खुजली, फोड़े फुंसियों शीघ्र ठीक हो जाती है।
पथरी होने पर कलौंजी
पथरी होने पर कलौंजी का पाउडर बना कर रख लें। रोज तीनों वक्त सुबह, शाम, रात को सोने से 10 मिनट पहले एक चम्मच कलौंजी तेल और एक चम्मच शहद को अच्छे से घोलकर चाट कर खाने से पथरी गलकर बाहर आ जाती है। टमाटर, पालक, बैंगन आदि आयरन युक्त खाद्यपदार्थों से दूर बनायें रखें। पानी ज्यादा से ज्यादा पीयें।
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