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इलायची आर्युवेदिक औषधि Elaichi Benefits in Hindi

इलायची को मसाला क्वीन (Cardamom, Spices Queen) से पुकारी जाती है। और संस्कृत में एला नाम से पुकारा जाता है। इलायची पेड़ लगभग 8-10 साल तक रहता है। इलायची व्यंजनों में पड़ने से खाने का जायका ही बदल जाती है। 

इलायची व्यंजनों के साथ साथ मिष्ठान बनाने में इस्तेमाल, अतिथि सत्कार से लेकर के शरीर को स्वस्थ और निरोग रखने के लिए औषधि रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

इलायची के फायदे / Elaichi Benefits in Hindi / Elaichi Ke Fayde


तेज खांसी जुकाम के लिए इलायची
जुकाम तेज खांसी लगने पर इलायची, अदरक की सौंठ, लौंग, तुलसी के पत्तों को पीसकर पाउडर बना लें। चाय के साथ सेवन करने से खांसी से शीघ्र छुटकारा मिलता है। 5-6 दानें छोटी काली इलायची के अपने पास जेब में रख लें। खांसी आने पर 1 दाना छोटी काली चबाकर खाने से खांसी रूक जाती है। अचानक तेज खांसी को रोकने का सबसे अच्छा तरीक है छोटी काली इलायची चबाना। 

खट्टे डकार और पाचन के लिए इलायची
कड़े डकार से छुटकारे और पाचन दुरूस्त करने के लिए इलायची का सेवन करने से तुरन्त आराम मिलता है। जिन लोगों को पाचन, बदहजमी की समस्या रहती हैं। वे रोज खाने के तुरन्त बाद 2-3 इलायची चबा कर खायें तो पेट से सम्बन्धित समस्त विकारों से छुटकारा मिलता है।

पीलिया में इलायची मूली 
पीलिया होने पर ग्रसित व्यक्ति को मूली की हरी पत्तियों की बिना भूने, बिना तली वाली सब्जी में 4-5 इलायची के दाने बारीक पीसकर खाने से पीलिया से शीध्र छुटकारा मिलता है। पीलिया भगाने में हरी मूली पत्तियां और इलायची रामबाण दवा है।

मुंह गले के छालों के लिए इलायची
मुंह, गलें पर लम्बे समय से छालें रहने पर रोज सुबह शाम 3-4 इलायची दाने मिश्री के साथ खाने से छालों से निजात मिलता है।

पेट की गैस एसिडिटी के लिए इलायची
पेट में गैस बनना और एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए खाने के तुरन्त बाद इलायची चबाकर रस चूसते रहें। इससे पेट की गैस एसिडिटी से छुटकारा मिलता है। रात को सोते समय इलायची न खायें, सोते समय इलायची खाने से गैस बनती है।

गले की सूजन के लिए इलायची
जुकाम, खांसी से गले में होने वाले दर्द और सूजन से छुटकारा पाने के लिए एक कप मूली के रस में 4-5 इलायची दानों को बारीक पीसकर घोलकर पीने से सूजन दर्द से जल्दी आराम मिलता है।


बच्चों को जुकाम सर्दी, नांक बहने से निजात दिलाये 
2 इलायची, 10 ग्राम अदरक को बारीक पीसकर एक चम्मच शहद के साथ कटोरी में 5 मिनट तक घोलें। अच्छी तरह घुलने के बाद एक-एक चम्मच सुबह, दोपहर, शाम लगातार 2 दिन देने से बच्चों की खांसी, जुकाम तुरन्त ठीक हो जाता है। एक बार जरूर अजमा कर देखें।

गला साफ करे इलायची
गले में खराश, कफ, आवाज अटकने रूकने पर इलायची को मुंह में रख कर रस चूसते रहने से गला साफ हो जाता है। और खराश, कफ, आवाज की रूकने की समस्या से आराम मिलता है।

जी मिचलाने और उल्टी में इलायची

उल्टी आने पर तुरन्त इलायची गाढ़ा पीने से उल्टी रूक जाती है। गाढ़ा बनाने के लिए दो गिलास पानी में 10 ग्राम बड़ी इलायची बारीक कूट कर डालें फिर धीमीं आंच में पकने दें। पानी एक कप रहने पर हल्का ठंडा होने पर पीने से उल्टी तुरन्त रूक जाती है। और किसी घटराहट जी मिचलाने पर इलायची के दानें मुंह में रखें और रस पान करें। इससे समस्या से निदान मिलता है।

ब्लडप्रेशर तुरन्त रोके इलाइची नींबू 
ब्लडप्रेशर अचानक घटने बढ़ने पर इलाइची पाउडर नींबू पानी के साथ सेवन करने से तुरन्त फायदा होता है। ब्लडप्रेशर मरीज के लिए इलाइची नींबू पानी खास फायदेमंद है।

इलायची को अपने दैनिक दिनचर्या खान पान में शामिल करें। इलायची औषधीय गुणों से सम्पन्न है जोकि पाचन, खांसी, गैस, एसिडिटी, जी मिचनाने, जुकाम, तेज खांसी, छाले, उल्टी कई तरह की समस्याओं के छुटकारे में सक्षम है। इसीलिए इलायची को आर्युवेदिक जगत में इलायची को (Cardamom Queen of Spices) मसालों की रानी कहा जाता है।

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