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नव वर्ष को खास बनायें New Year Resolution in Hindi

New Year Resolution kya hota hai : नव वर्ष के आगाज पर नव वर्ष की शुभकामनाऐं सभी लोग अपने घर, परिवार, मित्रों, रिश्तेदारों जानने वालों प्यार स्नेह से सभी को देते हैं। परन्तु नये साल की शुभकामानाऐं देने का असली सही मतलब और मकसद लगभग केवल 50 प्रतिशत लोग जानते हैं। 

नव वर्ष की शुभकामनाओं का सही मतलब नये साल से पाॅजिटव सोच के साथ, लक्ष्य, उपलब्धियों को हासिल करने के लिए और बुराईयों को छोड़कर नये सिरे से जोश, उमंग और दृढ संकल्प, प्रण लेकर लक्ष्य की ओर कार्य आरम्भ करना न्यू ईयर रेजुलेशन कहा जाता है। जिसे हम न्यू ईयर शुभकामनाओं से आरम्भ करते हैं। 

अधिकत्तर सफल व्यक्ति नये साल आरम्भ में ही पूरे साल को प्लान बनाकर लक्ष्य की ओर कार्य करना आरम्भ कर देते हैं। और निरंतर कार्य कर बुलंदियां पर पहुंच जातेे हैं। और बीते साल में रह गये अधूरे लक्ष्यों उपलब्धियों को पूरा करने का दृढ प्रण करते हैं। कई सफल व्यक्ति पुराने साल में आये उतार उढ़ाव से सीखकर पाॅजिट सोच Positive Thinking के साथ सुधार करते हैं। 

न्यू ईयर रेजुलेशन में हर व्यक्ति के अलग-अलग लक्ष्य हो सकते हैं। जिसमें हेल्थ स्वास्थ्य, बुरी आदतें छोड़ना से लेकर खास उपलब्धि हासिल करना हो सकता है। अपने लक्ष्यों उपलब्धियों को पेपर पर लिख कर रखें और लक्ष्य उपलब्धियों को पूरा करने के लिए उन पर जोश उत्साह लग्न ईमानदारी के साथ निरन्तर कार्य करें। यह सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है।

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नये साल पर 10 खास बातों पर दृढ़ सकल्प कर लक्ष्य उपलब्धियों सफलता को आसानी से हासिल किया जा सकता है।

समय का सदपुयोग करना 
समय अनमोल है। बीता समय वापस नहीं आता। परन्तु व्यक्ति आने वाले समय को सही तरह से सदपयोग कर उपलब्धियां लक्ष्य हासिल कर सकता है। नये वर्ष से समय की कीमत को और भी ज्यादा समझकर समय फालतू बातों, चीजों पर नष्ट नहीं करें। वक्त वैल्यू समझें और समय वक्त के अनुसार कार्य करें, अपने आप को ढालें और जीवन सफल बनायें।

हेल्थ रेजुलेशन 
शरीर को स्वस्थ निरोग रखने के लिए रोज 15-20 मिनट व्यायाम योगा करे। रोज सुबह शाम सैर करें। रोगों विकारों से शरीर को दूर रखने का सबसे अच्छा तरीका व्यायाम, योगा, सैर है। नये साल से रूटीन में हेल्थ रेजुलेशन बनायें। अच्छे स्वास्थ्य के साथ जीने की आदत बनायें।


खाना-पान, सोना, समय निर्धारण 
रोज लगभग 7-8 घण्टे की प्यारी नींद लें। रात को समय पर साये और प्रातःकाल सूर्य उदय से पहले उठने की आदत डालें। और सैर पर जायें। नित्य समय पर एक ही वक्त पर नाश्ता, दोपहर खाना, रात्रि भोज करें। एक ही समय पर खाना पेट पाचन स्वास्थ्य दुरूस्त रहता है। भोजन उपरान्त नियमित सैर करें। सैकड़ों तरह की बीमारियों विकार खाने, पीने, साने से जुड़ी हुई हैं।

पाॅजिटिव सोच रखना
हमेशा पाॅजिटिव सोच रखें। नेगिटिव होने से बचें। कोई कार्य, बात गलत होने पर परिणाम खुद नहीं निकालें। शांत मन से दूसरों की सुने, समस्या पर विचार विर्मश करें। बिना बिचारे समझे किसी बात के निर्णय, नतीजे पर नहीं पहुंचे। कई बार व्यक्ति किसी गलत फहमी का शिकार हो जाता है। जिससे परिणाम घातक होते हैं। और व्यक्ति को बाद में पछतावा होता है।

बुराई छोड़ें 
बुराईयां हर व्यक्ति के अन्दर किसी न किसी रूप में मौजूद होती हैं। नये साल से मौजूद बुराईयों को त्याग कर पाॅजिटिव सोच रखें। बुरी आदतों में नेगेटिव सोच, शराब, सिगरेट, तम्बाकू, नशीले पदार्थ सेवन, अन्दर की बुराईयां, मन मुटाव, द्वेष भावना इत्यादि गलत आदतें हो सकती हैं। सभी बुरी आदतों को निकालने के लिए दृढ़ संकल्प करें और प्रण करे आगे से बुरी आदतें दोबारा से नहीं करेगें।

गुस्सा, क्रोध पर पर नियत्रंण करना 
अचानक आने वाले क्रोध, गुस्से को काबू करना सीखें। बात बात पर गुस्सा करना ठीक नहीं। गुस्सा मन, चित को अशान्त ग्रसित कर देता है। इन्सान का सबसे बड़ा दुश्मन गुस्सा, क्रोध होता है। संयम से काम लें। और हमेशा प्रसन्नचित रहें।

दूसरों में बुराईयां और गलितयां ढूढ़ना छोड़ें 
संसार में लगभग 80 प्रतिशत लोग दूसरों में बुराईयां ढूढ़ना, गलतियां निकालना पसन्द करते हैं। दूसरों की बुराईयों, गलतियों को दरकिनार करें। अपने खुद के अन्दर की बुराईयों, गलतियों को ढूढ़ें और उन पर सुधार करें। दूसरों से अच्छाईयां सीखें और अच्छाईयां अपने जीवन में अपनायें। सफल होने के लिए रोज कुछ अच्छा नया करना छोटी हो या बड़ी उपलब्धियां हासिल करने का उत्तम तरीका है। दूसरों पर ताने मारने, गलतियां, बुराईयों पर अपना बहुमूल्य समय नष्ट ना करें। क्योंकि समय एक बार बीत जाने पर दोबारा वापस नहीं आता।

परिवार, खुद के लिए वक्त निकाले 
दैनिक दिनचर्या का साप्ताहिक, मासिक कलैण्डर बनायें। साप्ताहिक, मासिक कलैण्डर के हिसाब से दिनयर्चा समय सारणी रखें। आॅफिस, कार्य के साथ-साथ घर, परिवार, खुद के लिए समय निकालें। दौड़भाग, व्यस्त दिनचर्या को आरामदायक सफल बानाने के लिए बनाये गये साप्ताहिक, मासिक टाईम टेवल कलैण्डर फोलो करें। इस तरह के रूटीन दिनचर्या को सिस्टम में लाकर घर परिवार में खुशहाली लायी जा सकते हैं।


रोज पढ़ने की आदत डालें 
रोज ई-बुक, सक्सेस हिस्टोरीज, नोबल, ज्ञानवर्धक किताबें पढ़ें। उत्तम विचारों वाली पाठन सामग्री और सफल व्यक्तियों की जीवनी पढ़ने से व्यक्ति अपने आप अन्दर से मोटिवेटिव और सोच पाॅजिटिव बन जाता है। ई-बुक पढ़ने से मोटिवेशन के साथ-साथ ज्ञान, मस्तिक स्वस्थ रहता है।

आलस्य त्याग 
आलस्य त्याग दें। किसी भी कार्य को पूरा करने का दृढ़ संकल्प लें। अपने कार्य को खूद करें। दूसरों पर नहीं थोपें। खुद पर निर्भर रहने की आदत डालें। अपने कार्य का खुद उत्तरदायी होना एक सफल स्टोरी की ओर ले जाता है। अपने जिम्मेवारियां समझें और उन पर निरंतर ईमादारी के साथ कार्य करें। जीवन सफल बनाने के लिए नये साल से आलस्य छोड़कर जिम्मवार बनें और अपने लक्ष्य को सफल बनायें।

सफल लक्ष्य प्लान 
पुराने साल में रह गये अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए नये सिरे से सोच समय विचार कर नया प्लान बनायें। लक्ष्य नहीं बदलें। प्लान को सफल बनाने के लिए निरंतर कार्य करें और नये-नये आईडिया बनायें। दिमाग में  आईडिया जनरेट करना और लक्ष्य सफल बनाने के लिए निरंतर कार्यरत रहना सफल लक्ष्य पाने की ओर साफ संकेत करता है।

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