चिकनगुनिया (Chikungunya) के घरेलू उपचार
Chikungunya Treatment in Hindi : चिकनगुनिया एडीज मच्छर एइजिप्टी के काटने से फैलने वाला वायरल बुखार है| चिकनगुनिया के लक्षण डेंगू के लक्षण के समान होते है, लेकिन चिकनगुनिया डेंगू की तरह जानलेवा नहीं होता| चिकनगुनिया का अर्थ “मुड़ जाना” होता है| चिकनगुनिया शब्द स्वाहिली भाषा से लिया गया है| (ये भी पढ़े – चिकनगुनिया के लक्षण)
Related Articles
चिकनगुनिया का बुखार कितने समय में ठीक होगा, यह मरीज की आयु और रोग प्रतिरोधक क्षमता पर निर्भर करता है| चिकनगुनिया में मरीज के जोड़ो में बहुत दर्द होता है| चिकनगुनिया ठीक होने के बाद भी यह दर्द लम्बे समय तक मरीज को परेशान करता है| चिकनगुनिया बुखार ठीक होने के बाद मरीज को पूरी तरह स्वस्थ होने में कई महीने लग जाते है|
Contents
- Gharelu Upchar for Chikungunya
- Ayurvedic Chikungunya Treatment in Hindi
- Chikungunya Primary Treatment in Hindi
- Chikungunya Treatment in Homeopathy in Hindi
चिकनगुनिया के दर्द का इलाज आप घर पर भी कर सकते है| इस पोस्ट में हम आपको चिकनगुनिया के घरेलू उपचार चिकनगुनिया के घरेलू उपचार और चिकनगुनिया के मरीज को क्या खाना चाहिए, इसके बारे में जानकारी देंगे|
चिकनगुनिया के घरेलू उपचार (Gharelu Upchar for Chikungunya)
अंगूर (Grapes) – अंगूर चिकनगुनिया के वायरस को खत्म करने का काम करता है| गाय का गुनगुना दूध ले| अब इस दूध के साथ अंगूर खाये| इससे चिकनगुनिया के वायरस खत्म होने लगेंगे| ध्यान रहे, इस नुस्खे में इस्तेमाल किये जाने वाले अंगूर बीज रहित होने चाहिए|
पपीते की पत्ती (Papaya Leaf) – चिकनगुनिया का घरेलू उपचार करने में पपीते की पत्तियां कारगर है| पपीते की पट्टी बुखार में तेजी से गिरने वाले प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद करती है| पपीते की पत्ती शरीर में केवल तीन घंटे में ही प्लेटलेट्स को बढ़ा देती है| चिकनगुनिया के उपचार के लिए पपीते की पट्टी का जूस दिन में तीन बार दो दो चम्मच पियें| यह घरेलू नुस्खा डेंगू के इलाज में भी कारगर है|
एप्सम साल्ट (Epsom salt) – गर्म पानी में एप्सम साल्ट की कुछ मात्रा और नीम की पत्तियां डालकर नहाने से शरीर का तापमान कण्ट्रोल में रहेगा और जोड़ो में होने वाले दर्द से भी काफी आराम मिलेगा|
लहसुन (Garlic) – लहसुन के इस्तेमाल से चिकनगुनिया के कारण होने वाले जोड़ो के दर्द को काफी कम किया जा सकता है| सरसो के तेल में लहसुन और सहजन की फली डालकर थोड़ी देर गर्म करे| अब इस तेल को ठंडा करके किसी बर्तन में छान ले| इस तेल से मालिश करने से जोड़ो के दर्द में काफी आराम मिलेगा|
तुलसी (Basil) – तुलसी के इस्तेमाल से भी आप चिकनगुनिया का इलाज घर पर ही कर सकते है| इसके लिए आप तुलसी की पत्तियों के साथ नीम की सुखी पत्तियां, किशमिश और अजवाइन मिलाकर एक गिलास पानी में डालकर पानी आधा होने तक उबाले| अब इस पानी को छानकर तीन में तीन बार पियें|
गाजर (Carrot) – चिकनगुनिया बुखार होने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक शमता कम हो जाती है, इसी कारण मरीज के जोड़ो और पुरे शरीर में दर्द होने लगता है| रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कच्ची गाजर खाये| गाजर खाने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे शरीर और जोड़ो का दर्द ठीक हो जाता है|
लौंग (Cloves) – चिकनगुनिया के कारण होने वाले दर्द को आप लौंग के इस्तेमाल से भी ठीक कर सकते है| लौंग के तेल में लहसुन पीसकर दर्द वाले जोड़ो पर लगाए| ऊपर से एक सूती कपडा बांध ले| इस घरेलू नुस्खे से बुखार में आराम मिलेगा और जोड़ो का दर्द भी ठीक हो जायेगा|
ये भी पढ़े – पथरी का इलाज
ये भी पढ़े – पथरी मे परहेज
चिकनगुनिया का आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Chikungunya Treatment in Hindi)
1. चिकनगुनिया होने पर पानी में नीबू और शहद मिलाकर पियें| नीबू और शहद के मिश्रण से भी इस रोग में आराम मिलता है|
2. शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कच्ची गाजर खाये| गाजर का जूस पीना भी लाभकारी है|
3. चिकनगुनिया का बुखार कम करने के लिए तुलसी का रस पियें| तुलसी की पत्तियों को चबाकर खाने से भी लाभ होता है|
4. चिकनगुनिया के कारण होने वाले जोड़ो के दर्द को कम करने के लिए नारियल के तेल से जोड़ो की हल्की हल्की मालिश करे|
चिकनगुनिया का प्राथमिक उपचार (Chikungunya Primary Treatment in Hindi)
1. पानी हल्का गर्म करके पियें और अधिक मात्रा में पिए|
2. जोड़ो के दर्द को ठीक करने के लिए डॉक्टर की सलाह अनुसार ही दर्द निवारक दवा ले|
3. गिलोय की पत्तियों, पपीते और करेला का रस इस बीमारी में लाभकारी है|
4. अपने शरीर को ज्यादा से ज्यादा आराम दे|
5. नीम की पत्तियों का रस निकालकर पिए|
6. अपनी डाइट में कैल्शियम युक्त चीजों को अधिक शामिल करे|
7. दूध और दही का सेवन अधिक मात्रा में करे|
8. अगर आपको तेज बुखार है, तो चाय कॉफी ना पिए|
9. अपना बिस्तर और कमरा साफ़ रखे|
10. दाल, सुप और मौसमी फलो का जूस अधिक मात्रा में ले|
11. शरीर में होने वाली पानी की कमी को दूर करने और लिवर को आराम पहुंचाने के लिए नारियल पानी पियें|
12. चिकनाई युक्त और अधिक तली भुनी चीजों से दूर रहे|
होम्योपैथी में चिकनगुनिया का उपचार (Chikungunya Treatment in Homeopathy in Hindi)
चिकनगुनिया का उपचार आप होम्योपैथी दवाओं के माध्यम से भी कर सकते है| चिकनगुनिया होने पर मरीज को दिन में तीन बार दो दो बून्द Ocimum 200 की पिलाये| इसके अलावा आप इस बीमारी के इलाज में Rhus-tox, Cedron, Pyroginum और Influenzinum जैसी Homeopathy Medicine का भी इस्तेमाल कर सकते है| किसी भी Homeopathy Medicine का इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर ले|
चिकनगुनिया में बच्चों की देखभाल कैसे करे –
1. बच्चो को खुले में बाहर ज्यादा ना भेजे|
2. बच्चो को बाहर भेजते समय उन्हें हाफ बाजु का कपडे ना पहनाये| बाहर भेजते समय उन्हें फुल कपडे पहनाये|
3. बच्चे में चिकनगुनिया का कोई भी लक्षण नजर आने पर उन्हें तुरंत डॉक्टर के पास ले जाये|
इस पोस्ट में आपने चिकनगुनिया का घरेलू उपचार/ Chikungunya Treatment in Hindi के बारे में जाना| चिकनगुनिया के घरेलू इलाज से जुडी ये पोस्ट आपको कैसी लगी, हमें कमेंट करके बताये| कमेंट करने के लिए पोस्ट के निचे बने कमेंट बॉक्स को फॉलो करे|
ये भी पढ़े – सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
ये भी पढ़े – लीवर कैंसर के लक्षण
The post चिकनगुनिया के दर्द का इलाज Chikungunya Treatment in Hindi at Home appeared first on Ilaj Nuskhe.