परिचय:
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का वैज्ञानिक नाम एनोना स्क्वैमोसा है। इसका संबंध एनोनेसी परिवार से है। यह मूल रूप से उष्णकटिबंधीय (ट्रॉपिकल) अमेरिका और भारत से है और इसका पेड़ छोटा सा होता है। यह दुनिया भर में वितरित (डिस्ट्रीब्यूट) किया जाता है और यह दक्षिण और मध्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका में पाया जाता है और अब इसकी खेती फिलीपींस, एशिया और वेस्ट इंडीज़ में की जाती है।1,2
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माना जाता है कि इसके पेड़ का उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है और इसके फल को खाया जा सकता है। इसका फल 20-30 खंडों (सेगमेंट) में बंटा होता है जिसमें सफेद गूदा होता है। हर खंड में गूदे के अंदर कठोर, चमकदार भूरा-काला बीज होता है। इस पौधे के मुख्य भाग हैं इसका फल, पत्तियां, बीज, जड़ और छाल, और इन सभी का इस्तेमाल अलग-अलग रोगों के इलाज में किया जाता है और इसमें औषधीय और न्यूट्रास्युटिकल गुण भी होते हैं। शरीफा फल (कस्टर्ड एप्पल) को सीताफल, श्रीफल और कृष्णगुरु के नाम से भी जाना जाता है।1
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का पोषण मूल्य (न्यूट्रिशनल वैल्यू):
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का पोषण मूल्य (न्यूट्रिशनल वैल्यू) इस पौधे की बायोएक्टिव सामग्री पर निर्भर करता है, जिनसे स्वास्थ्य से जुड़े लाभ मिलते हैं।1
पोषक तत्व | मात्रा |
ऊर्जा (एनर्जी) | 101 किलोकैलोरी |
कुल वसा (टोटल फैट) | 0.6 ग्राम |
प्रोटीन | 1.7 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 25.2 ग्राम |
डाइटरी फाइबर | 2.4 ग्राम |
कैल्शियम | 30 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 382 मिलीग्राम |
फॉस्फोरस | 21 मिलीग्राम |
आयरन | 0.71 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 18 मिलीग्राम |
सोडियम | 4 मिलीग्राम |
विटामिन C | 19.2 मिलीग्राम |
विटामिन B6 | 0.221 मिलीग्राम |
नियासिन | 0.5 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन | 0.1 मिलीग्राम |
थायमिन | 0.08 मिलीग्राम |
फैटी एसिड | 0.231 मिलीग्राम |
ट्रीप्टोफन | 0.007 ग्राम |
मैथियोनिन | 0.004 ग्राम |
लाइसिन | 0.037 ग्राम |
विटामिन A | 33 IU |
टेबल 1: 100 ग्राम शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का पोषण मूल्य (न्यूट्रिशनल वैल्यू)3
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शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के गुण:
कई शोधों से यह साबित होता है कि शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के फल, पत्ते, बीज, छाल, तने, जड़ और टहनियों में पारंपरिक औषधीय गुण होते हैं। शरीफा के चिकित्सीय गुण (थेरेप्यूटिक प्रॉपर्टीज़) निम्नलिखित हैं:
- इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट क्षमता हो सकती है1
- इसमें मलेरिया से लड़ने (एंटी-मलेरिया) की क्षमता हो सकती है1
- एंटी-इंफ्लेमेटरी क्षमता हो सकती है1
- इसमें एंटी-माइक्रोबियल (जो सूक्ष्म जीवों (माइक्रो-ऑर्गेनिज़्म) के विकास को रोकता है) क्षमता हो सकती है1,4
- यह एंटी-पायरेटिक हो सकता है (जो बुखार को कम करता है)2
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शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के संभावित उपयोग:
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के संभावित लाभ निम्नलिखित हैं:
1. त्वचा के लिए शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के संभावित उपयोग:
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) में मुंहासों और फुंसियों (एक्ने और पिम्पल्स) से बचाने, सीबम (तेल) को बनने से रोकने, और त्वचा के छिद्रों (पोर्स) को साफ़ करने के गुण होते हैं। इससे त्वचा ज़्यादा चमकदार और कोमल बनती है। शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का फल त्वचा की रंगत को बनाए रखने और उसमें जान लाने में मदद करता है।1 शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) में अमीनो एसिड भरपूर मात्रा में होता है जिससे कोलेजन (एक तरह का प्रोटीन) को बनने में मदद मिलती है, जो त्वचा में लोच (इलास्टिसिटी) लाता है।1
2. बालों के लिए शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के संभावित उपयोग:
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के बीज से निकाला गया तेल बालों के बढ़ने में मदद कर सकता है। बीज के तेल (सीड ऑयल) में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण, बालों की जड़ों (स्कैल्प) की सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे बालों का झड़ना कम होता है। यह जड़ों में पोषक तत्वों के अवशोषण (अब्ज़ॉर्प्शन) में भी मदद करता है, जिससे बालों को पोषण मिलता है। शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) आयरन से भरपूर होता है जो जड़ों में खून के बहाव (ब्लड सर्कुलेशन) को सुधारता है, हेयर फॉलिकल्स (बालों के रोम) को बेहतर बनाता है और अंततः आपके बाल बढ़ने शुरू हो जाते हैं।1
3. गर्भावस्था (प्रेगनेंसी) में शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के संभावित उपयोग:
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल), विटामिन A और C से भरपूर होते हैं जिनसे भ्रूण (फ़ीटस) के विकास में मदद मिलती है। इससे गर्भपात (मिस्कैरिज) का खतरा भी कम हो सकता है, और यह प्रसव (डिलीवरी) के दौरान प्रसव पीड़ा (लेबर पेन) को भी कम कर सकता है और बच्चे के जन्म के बाद स्तन में दूध (ब्रैस्ट मिल्क) का बनना बढ़ा सकता है। यह त्वचा, आंखों, बालों और भ्रूण में खून बनाने/पहुँचाने वाले ऊतकों (ब्लड रिलेटेड टिश्यू) के विकास के लिए भी बहुत अच्छा होता है।1 गर्भावस्था के दौरान शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का उपयोग करने से पहले, अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
4. कैंसर के लिए शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के संभावित उपयोग:
कई तरह के प्रयोगशाला अध्ययनों (लैब स्टडीज़) से पता चला है कि शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) में अपने अपरिष्कृत अर्क (क्रूड एक्सट्रेक्ट) और अलग यौगिकों (आइसोलेटेड कंपाउंड) के रूप में एंटीकैंसर के गुण होते हैं। शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का यह एंटीकैंसर गुण, स्तन कैंसर के विकास को कम करने में मदद कर सकता है, साथ ही इन अध्ययनों (स्टडीज़) के दौरान किसी तरह के दुष्प्रभाव (साइड इफ़ेक्ट) की कोई जानकारी नहीं मिली है। इसकी पत्ती के अर्क (लीफ एक्सट्रेक्ट) में कैंसर कोशिकाओं (सेल) को बढ़ने से रोकने और इन पर विषाक्त प्रभाव (टॉक्सिक इफ़ेक्ट) डालने की क्षमता भी देखी गई है।2 कैंसर जैसी बीमारियों के लिए किसी भी तरह के फल या सब्जियों का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें।
5. मधुमेह (डायबिटीज़) के लिए शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के संभावित उपयोग:
प्रयोगशाला में किए गए अध्ययन (लैब स्टडीज़) से यह बात साबित होती है कि शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) की पत्तियों से निकले अर्क (लीफ़ एक्सट्रैक्ट) में काली मिर्च (ब्लैक पेपर) मिलाकर इस्तेमाल करने से मधुमेह (डायबिटीज़) की गंभीरता (सिवेरिटी) को कम किया जा सकता है। इससे यह बात भी सामने आई है कि शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) की पत्तियों से निकले अर्क (लीफ़ एक्सट्रैक्ट) को खाने से प्लाज़्मा इंसुलिन बढ़ता है और रक्त शर्करा (ब्लड ग्लूकोज़) का स्तर कम होता है। शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) मधुमेह (डायबिटीज़) की दवाओं के प्रभाव को बढ़ा सकता है, जिससे इंसुलिन थेरेपी की ज़रूरत कम हो जाती है और इसके दुष्प्रभाव (साइड इफ़ेक्ट) भी कम होते हैं।1,2 हालाँकि, एंटी-डायबिटिक लाभों के लिए शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) खाना शुरू करने, या अपने आहार में कोई बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें और ज़रूरी जानकारी प्राप्त करें।
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6. शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के अन्य संभावित उपयोग:
- शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) की पत्तियों से निकले अर्क (लीफ़ एक्सट्रैक्ट) में गठिया (आर्थराइटिस) को ठीक करने के गुण होते हैं। इसका यह एंटी- अर्थराइटिक गुण सूजन (इन्फ्लेमेशन) को कम करता है और गठिया (आर्थराइटिस) से पीड़ित लोगों की मदद करता है।
- शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) मलेरिया को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) की पत्तियों से निकले अर्क (लीफ़ एक्सट्रैक्ट) में बायोएक्टिव यौगिक (कंपाउंड्स) होते हैं, जो एडीज़ मच्छर के काटने से होने वाले मलेरिया के खिलाफ लड़ता है।1
- शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) की पत्तियों से निकले अर्क (लीफ़ एक्सट्रैक्ट) में बहुत शक्तिशाली एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया, फंगस और वायरस को बढ़ने से रोकते हैं।4
हालाँकि ऐसे कई अध्ययन किए गए हैं जो विभिन्न परिस्थितियों में शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के लाभों के बारे में बताते हैं, लेकिन ये पर्याप्त नहीं हैं और मनुष्यों के स्वास्थ्य पर इस हर्ब के प्रभाव को साबित करने के लिए अभी और अध्ययन किए जाने की ज़रूरत है।
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शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का इस्तेमाल कैसे करें?
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का इस्तेमाल निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:
- शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का इस्तेमाल कई स्वादिष्ट, मीठे व्यंजन बनाने में किया जाता है जैसे फिरनी, रबड़ी और खीर। इसका इस्तेमाल आइसक्रीम, जूस और मिल्कशेक बनाने के लिए भी किया जाता है। इसका इस्तेमाल त्वचा की सुरक्षा के लिए बनाए जाने वाले सौंदर्य प्रसाधनों (कॉस्मेटिक) में भी किया जाता है।
- शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) की पत्तियों से निकले अर्क (लीफ़ एक्सट्रैक्ट) से बालों के बढ़ने में भी मदद मिलती है।
- शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के अन्य हिस्सों जैसे कि पत्तों या गूदे को पीसकर लेप बनाकर घाव, फोड़े-फुंसियों पर लगाया जा सकता है। इसका इस्तेमाल कब्ज को नियंत्रित करने के लिए रेचक (लैक्सेटिव) के रूप में भी किया जाता है।1
नियमित रूप से शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का इस्तेमाल करने से पहले आपको अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। वे आपको आपकी स्वास्थ्य स्थिति (हेल्थ कंडीशन) के अनुसार इसे लेने का सही तरीका और सही खुराक के बारे में बताएंगे। साथ ही, बिना डॉक्टर की सलाह के आधुनिक दवाओं (मॉडर्न मेडिसिन) के चल रहे किसी भी इलाज को बंद न करें या इनके बदले आयुर्वेदिक/ हर्बल दवाओं को लेना शुरू न करें।
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के दुष्प्रभाव (साइड इफ़ेक्ट):
अध्ययन के अनुसार, शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के दुष्प्रभावों (साइड इफ़ेक्ट) के बारे में नीचे बताया गया है:
- एक अध्ययन के अनुसार इस फल में बायोएक्टिव यौगिकों के मौजूद होने के कारण रोज़ाना शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) खाने से लोगों के शरीर में एटिपिकल पार्किंसनिज़्म बन जाता है। इसके लक्षण, पार्किंसंस रोग के जैसे ही होते हैं, इसे पोस्टुरल इन्स्टेबिलिटी कहा जाता है।
- शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) में मौजूद फाइटोकेमिकल्स के कारण मस्तिष्क में घाव हो सकते हैं, जिनसे मस्तिष्क के ऊतक (ब्रेन टिश्यू) प्रभावित हो सकते हैं, जिसकी वजह से मस्तिष्क से जुड़े रोग (ब्रेन डिज़ीज़) हो सकते हैं।
- शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) से संवेदनशील (सेंसिटिव) व्यक्तियों को चकत्ते (रैशेस) हो सकते हैं।2
अगर आपको अपने शरीर पर कोई भी प्रतिकूल प्रभाव (एडवर्स रिएक्शन) नज़र आता है तो अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें जिन्होंने आपको इसे खाने की सलाह दी थी। वे आपका सही तरह से इलाज कर पाएंगे।
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शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के इस्तेमाल के समय बरती जाने वाली सावधानियां:
सही मात्रा में लेने पर शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। हालाँकि, शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) को खाने के दौरान कुछ सामान्य सावधानियां बरती जानी चाहिए।
- गर्भावस्था के दौरान शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) खाने से पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों (नेगेटिव इम्पैक्ट) के बारे में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है, इसलिए बेहतर होगा कि खुद सुरक्षित रहें और इसे सीमित मात्रा में ही खाएं।1 हालाँकि, अगर कोई जटिलता (कॉम्प्लीकेशन) दिखाई दे, तो अपने डॉक्टर या आयुर्वेदिक चिकित्सक से तुरंत सलाह लें।
- क्योंकि बच्चे बहुत संवेदनशील (सेंसिटिव) होते हैं, इसलिए किसी भी तरह की समस्या से बचने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरती जानी चाहिए। बच्चों को ज़्यादा मात्रा में शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) नहीं खाना चाहिए। साथ ही, स्वास्थ्य से जुड़ी कोई भी समस्या आने पर अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लें।
अन्य दवाओं के साथ इस्तेमाल:
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) और इसकी प्रजातियों के अन्य फलों को, कई दवाओं के साथ खाने से कुछ समस्याएं पाई गई हैं जिनके बारे में नीचे दिया गया है:
- ग्लिबेन्क्लामाइड (एंटी-डायबिटिक दवा) के साथ इस्तेमाल: ग्लिबेन्क्लामाइड के साथ शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के पत्तों के रस से तैयार कैप्सूल को लेने से से मधुमेह (डायबिटीज़) के रोगियों में ग्लूकोज़ नियंत्रण में सुधार देखा गया है।
- ग्लिपीजाइड (एंटी-डायबिटिक दवा) के साथ इस्तेमाल: शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) और ग्लिपीजाइड के पत्तों के अर्क को एक साथ लेने से इंसुलिन थेरेपी की खुराक और ज़रूरत कम हो जाती है।2
इसलिए, अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह लेना सबसे बेहतर होगा।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
हाँ। शरीफा (कस्टर्ड एप्पल), घुलनशील फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से बना होता है, जिसमें रेचक (लैक्सेटिव) गुण हो सकते हैं। यह विषाक्त पदार्थों (टॉक्सिन) को हटाने और मल त्याग में सुधार करने में भी मदद कर सकता है। इसलिए, ये घुलनशील आहार फाइबर, मल (स्टूल) की मात्रा बढ़ाते हैं और कब्ज को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।1
हाँ। अगर, आप नींबू के रस के साथ शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) का पेस्ट मिलाकर त्वचा पर लगाते हैं, तो यह सीबम (तेल) के उत्पादन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।1 हालाँकि, अगर आपको त्वचा पर किसी भी तरह की एलर्जी का अनुभव होता है, तो इसे तुरंत हटा दें और अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के पत्तों का रस, एडीज मच्छरों, जिनसे मलेरिया होता है, को मारने में मदद करता है।1 इसलिए, शरीफा की पत्तियां मच्छरों से छुटकारा पाने में मदद कर सकती हैं।
हाँ। शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) के पेड़ की छाल सर्दी, खांसी और सिरदर्द के लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकती है।2 अगर फिर भी यह ठीक नहीं होता है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
शरीफा (कस्टर्ड एप्पल) में, विटामिन A, थायमिन (विटामिन B1), राइबोफ्लेविन (विटामिन B2), नियासिन (विटामिन B3), विटामिन B6, विटामिन B12 और विटामिन C3 होता है।3
Disclaimer:
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References:
- A review on insight of immense nutraceutical and medicinal potential of custard apple (Annona squamosa Linn.): https://www.researchgate.net/publication/332329163 . Publisher: Research gate. | April 1, 2019
- Traditional Uses, Phytochemistry and Pharmacological Activities of Annona Genus: https://www.preprints.org/manuscript/202204.0271/v1 . Publisher: Preprints. | April 28, 2022
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