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मोदी जी यानी वैश्विक दृष्टिकोण

मोदी जी की गारंटी मतलब, पूरी होने की गारंटी

कैलाश विजयवर्गीय
राष्ट्रीय महासचिव, भारतीय जनता पार्टी

नरेंद्र मोदी…
यानी एक वैश्विक नेता,
यानी एक संपूर्ण नेता,
यानी धर्म युग के प्रणेता
तमाम संज्ञा, सर्वनाम हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के व्यक्तित्व और विजन के आगे फीके पड़ जाते हैं। वे जो ‘गारंटी’ देते हैं, उसकी हर हाल में पूरी होने की गारंटी होती है।
उनका
एक धर्म: प्रथम भारत
एक पवित्र ग्रंथ: संविधान
एक भक्ति: भारत की भक्ति
एक शक्ति: जन शक्ति
एक संस्कार: जनता की सुरक्षा और खुशहाली
और
एक ही मंत्र: सबका साथ, सबका विकास-सबका विश्वास और सबका प्रयास।

वे सपने नहीं हकीकत बुनते हैं,
तभी तो सब मोदी जी को चुनते हैं।।

हालिया संपन्न विधानसभा चुनावों में देश के तीन राज्यों (मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़) में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि देशवासियों को मोदी जी की गारंटी पर पूरा भरोसा है। दूसरे शब्दों में कहें तो यह नया भारत है। आकांक्षी भारत है। युवा मतदाताओं का भारत है। इस चुनाव में युवा तरुणाई ने भी बढ़-चढ़कर अपने मत का प्रयोग करते हुए मोदी जी के विजन पर अपनी मुहर लगाई है।
यह अतिशयोक्ति नहीं है कि संपूर्णता समेटे मोदी जी के हर कर्म में सिद्वि झलकती है। वे अपने अदम्य साहस, मेहनत, उत्कृष्ट प्रबंधन, पुरुषार्थ और बेजोड़ कार्यशैली के लिए पहचाने जाते हैं। यथार्थपरक सोच और जमीनी काम के बूते उन्होंने भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। वे आज विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं। पूरी दुनिया उनके व्यक्तित्व और कृतित्व का लोहा मानती है। टाइम्स स्क्वॉयर हो या दुबई, हर जगह मोदी जी के नारे गूंजते हैं। वे जनता के दिलों पर राज करते हैं। यह महीने-दो महीने की बात नहीं, बल्कि उनकी वर्षों की तपस्या…सतत परिश्रम और दूरगामी सोच का परिणाम है।
संत शिरोमणि रविदास जी महाराज कहते थे,
ऐसा चाहूं राज मैं जहां सबन को मिले अन्न,
छोटा बड़ा सभ सम बसै, रविदास रहे प्रसन्न।
मोदी जी ऐसे ही सशक्त समाज की स्थापना कर रहे हैं। आजादी के बाद देश की सरकारें अमीर-गरीब, शहर-गांव, कृषि-उद्योग जैसे अनेक विरोधाभासों से ग्रस्त रहीं, लेकिन जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने तो अमीर और गरीब की खाई पाटकर सबको एक साथ लेकर चलने की नीति अपनाई और इसमें निरंतर सफल रहे हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना इसका सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं। जहां दूसरों से उम्मीद खत्म होती है, वहां से मोदी जी की गारंटी शुरू होती है।
देश में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती से शुरू की गई विकसित भारत संकल्प यात्रा के जरिए सरकार हितग्राही मूलक योजनाओं से वंचित लोगों को जोड़ने के लिए हर दरवाजे पर दस्तक दे रही है। जिन क्षेत्रों में यात्रा पहुंच रही है, वहां लोग खुशियां मना रहे हैं।

पूरा होने को है 500 वर्ष पुराना स्वप्न :-
500 वर्ष बाद अयोध्या धाम में सकल आस्था के प्रतिमान प्रभु श्रीरामलला के भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। 22 जनवरी 2024 को अभिजीत मुहूर्त में प्रधानमंत्री जी के आतिथ्य में श्री रामलला मंदिर में विराजमान होंगे। हम भाग्यशाली हैं कि इस आयोजन के साक्षी बनेंगे। मोदी जी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का जीर्णोद्धार और उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर के निर्माण ने प्राचीन इतिहास को और समृद्ध किया है।

एकजुटता की बयार :-
प्रधानमंत्री श्री मोदी की अगुवाई में हमारा देश 21वीं सदी की सबसे जागृत अवस्था में है। भारत आज आध्यात्मिकता, तकनीक और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी है तो इसके पीछे देश की विविध पृष्ठभूमि से आने वाले 140 करोड़ देशवासियों के समर्थन वाली मजबूत और स्थिर सरकार की सबसे बड़ी भूमिका है। देश को एकजुट करने में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जो सफलता हासिल की है, वह आजादी के बाद कोई अन्य प्रधानमंत्री हासिल नहीं कर सके।

विश्वास का वातावरण :-
पारदर्शी छवि और साहसिक फैसले मोदी जी को वैश्विक राजनीति में पहले पायदान पर खड़ा करते हैं। बिना सुरक्षा घेरे के लाल किले से संबोधन उनकी निर्भीकता को दर्शाता है। यह कदम जनता जनार्दन में भी निर्भयता का वातावरण पैदा करता है। मेट्रो ट्रेन में आम जन की भांति यात्रा, बच्चों से स्नेह और नागरिकों से संवाद उनकी सादगी को प्रमाणित करता है। उनके भ्रष्टाचार पर कठोर प्रहार के कदम ने भ्रष्टाचारियों में भय और गरीबों में विश्वास का माहौल बनाया है।

वैश्विक क्षेत्र में नया जीवन :-
मोदी जी के नेतृत्व में आज हमारा भारत स्वच्छ से स्वस्थ हो रहा है। स्वस्थ से समरस हो रहा है। समरस से सशक्त हो रहा है। सशक्त से समृद्ध हो रहा है। यह अमृतकाल की जीवंत यात्रा है और इस यात्रा में अनेक बड़े कदम हैं, जैसे-अनुच्छेद-370, तीन तलाक, कोरोना से जंग एवं चांद पर दस्तक। जी-20 शिखर सम्मेलन की कामयाबी भी बता रही है कि मोदी जी की अगुवाई में भारत की संस्कृति, विविधता और सभ्यता वैश्विक क्षेत्र में फिर से नया जीवन ले रही है।

आत्मनिर्भर हो रहा भारत :-
प्रधानमंत्री जी ने भारत की अर्थव्यवस्था पांच ट्रिलियन करने का लक्ष्य रखा है और देश इस संकल्प को लेकर आगे बढ़ रहा है। हम देख रहे हैं कि भारत गरीबी से मुक्त हो रहा है। आर्थिक रूप से संपन्न हो रहा है। शिक्षा में अग्रणी हो रहा है। मोदी जी के व्यक्तित्व को हिन्दी शब्दकोष के शब्दों में व्यक्त करना मानो मुश्किल है। अब 2024 के बाद आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का स्वप्न मोदी जी के नेतृत्व में पूरी तरह साकार होगा, इसका पूर्ण विश्वास है।

अब और क्या बताऊं उनके किरदार के बारे में,
बस यूं समझ लीजिए.. चमकते चांद हैं…करोड़ों सितारों में..।।
आपका वंदन…।

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