तरुण वीर देश के, देशभक्ति हिंदी कविता, Taruṇa Veer Desh ke, Patriotic Hindi Poem, Desh Bhakti, Deshbhakti, Patriotic, Patriotism, Poem, कविता. हिंदी में :तरुण वीर देश के मूर्त वीर देश केजाग जाग जाग रे मातृ भू पुकारतीशत्रु अपने शीश पर आज चढ के बोलताशक्ति के घमण्ड मे देश मान तोलतापार्थ की समाधि को शम्भु के निवास कोदेख आँख खोल तू अर्गला टटोलताअस्थि दे कि रक्त तूवज्र दे कि शक्ति तूकीर्ति है खडी हुई