सभी पुरस्कार विजेताओं को बहुत-बहुत बधाई। इंदौर ने भारत के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में अपना स्थान बनाए रखा है। स्मार्ट सिटी में भी इंदौर सबसे आगे है। भारत के शहर देश की जीडीपी में दो तिहाई योगदान करते हैं। 2040 तक योगदान 40 फीसदी हो जाएगा। शहरों में जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय स्तर पर कैसे काम किया जा सकता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि वर्ष 2047 में भारत की शहरी आबादी 87 करोड़ हो जाएगी। आज देश की जीडीपी में दो तिहाई हिस्सा 100 स्मार्ट शहरों का है। 2047 तक यह 80 प्रतिशत तक हो जाएगा। देश में क्लाइमेट चेंज एक बड़ा मुद्दा है। हमें राष्ट्रीय स्तर पर इसके लिए काम करना होगा। शहरों में ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट आ रहा है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। शहर में ग्रीन एनर्जी पर ध्यान दिया जा रहा है। लेकिन इस दिशा में और काम करने की जरूरत है।
इन क्षेत्रों पर व्यापक काम करने की आवश्यकता है। शहरी विकास में हमारे देश का समग्र निवेश पहले की तुलना में अधिक हो गया है। भारत ने जी 20 शिखर सम्मेलन सफलता पूर्वक आयोजित किए। सतत विकास को बढ़ाने में स्मार्ट शहरों की महत्वपूर्ण भूमिका है। सभी 100 स्मार्ट शहरों में इन्टीग्रेटेड कमांड सेंटर स्थापित हैं। सीसीटीवी सर्विलांस सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने में काम कर रहे हैं। महिलाओं की सुरक्षा और बढ़ाने की जरूरत है। इंदौर, सूरत, कोहिमा और कई शहरों ने जनभागीदारी द्वारा अच्छे उदाहरण प्रस्तुत किए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी शहरों की तरह बुनियादी सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। इससे शहरों में दवाब कम होगा और ग्रामीणों को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। हमारा देश अमृतकाल से गुजर रहा है। इस महत्वपूर्ण कालखंड में हमें आगे बढ़ना है। आपके प्रयासों तथा उपलब्धियों के लिए मैं आप सभी को शुभकामनाएं देती हूं।
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