केवल भारत में होती है शस्त्र और शास्त्र की पूजा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि विजय दशमी पर शस्त्रों की पूजा होती है। दुनिया में भारत इकलौता ऐसा देश है, जहां शस्त्र और शास्त्र दोनों की पूजा होती है।लोग कहते हैं कि शस्त्र निर्जीव होते हैं, इनकी पूजा करने की क्या जरूरत है। लेकिन भारत की संस्कृति कहती है कि जो चीज हमारी रक्षा करने में मदद करता है, उसके प्रति आभार प्रकट करना चाहिए।
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राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले भारत अगर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कुछ बोलता था तो दुनिया उसको गंभीरता से नहीं लेती थी। आज हमारा भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कुछ बोलता है तो सारी दुनिया कान खोलकर सुनती है कि भारत आखिर बोल क्या रहा है। अब दुनिया में कहीं कोई विवाद होता है तो कहा जाता है कि कोई भी कमेटी बनाई जाए, उसमें भारत और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जरूर शामिल किया जाए।
दशहरा के इस मौके पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उत्तराखंड के चमौली में सेना के औली बेस कैंप में जवानों के बीच दशहरा मनाने पहुंचे। उन्होंने यहां शस्त्र पूजन किया। साथ ही बताया कि भारत में शस्त्र की पूजा क्यों की जाती है। यहां राजनाथ सिंह ने जवानों ने जोश भरते हुए कहा कि गलवान घाटी जो करिश्मा भारतीय सेना ने दिखाया, उसने पासा पलट कर रख दिया। इसके लिए मैं आपको सबको बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि यदि कोई हमको आंख दिखाने की कोशिश करेगा, तो भारत उसे छोड़ेगा नहीं।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना पर पूरा देश भरोसा और विश्वास करता है। हमसे अगर कोई पूछे कि देश की शान कौन है तो वह भारतीय सेना और पैरामिलिट्री फोर्स के जवान हैं। उन्होंने कहा, सेना के जवानों के कारण भारत सुरक्षित है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से विकास कर रहा है। यह सब भारतीय सेना की वजह से ही है। क्योंकि सीमा सुरक्षित ना होती तो हम इस देश को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए जो कर रहे हैं, वह नहीं कर पाते। उन्होंने कहा, दुनिया की उस उत्कृष्ट सेनाओं में भारत भी शामिल है।
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