New Delhi: जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी सैन्य अदालत द्वारा फांसी की सजा सुनाए गए भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी सोमवार को उनसे इस्लामाबाद में मुलाकात करेंगी।
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इस दौरान उनकी मां और पत्नी के साथ भारतीय हाईकमीशन का एक अधिकारी भी रहेगा। मिली जानकारी के मुताबिक, जाधव की पत्नी और मां 25 दिसंबर को एक कमर्शियल फ्लाइट से मुलाकात के तय वक्त से कुछ पहले ही इस्लामाबाद पहुंचेंगी। मुलाकात के फौरन बाद वो भारत के लिए रवाना भी हो जाएंगी। इस मुलाकात के दौरान इंडियन हाईकमीशन का एक अफसर भी मौजूद रहेगा। इस अफसर का नाम पब्लिक नहीं किया गया है। बता दें कि जाधव इंडियन नेवी के एक रिटायर्ड अफसर हैं।
पाकिस्ताना का दावा है कि जाधव को बलूचिस्तान से अरेस्ट किया गया था। पाक मिलिट्री कोर्ट ने उन्हें अशांति फैलाने और जासूसी करने के आरोप में फांसी की सजा सुनाई है। हालांकि, आईसीजे ने फांसी पर रोक लगा रखी है।
आपको बता दें कि जाधव की पत्नी और मां को पाकिस्तान ने महज 4 दिन पहले ही वीजा दिया है। पाकिस्तान ने पहले सिर्फ जाधव की मां को उनसे मुलाकात की मंजूरी दी थी। लेकिन, भारत के दबाव के बाद उनकी पत्नी को भी वीजा दिया गया। भारत ने जाधव के लिए कॉन्स्यूलर एक्सेस की भी मांग की थी। पाकिस्तान ने इसे यह कहते हुए ठुकरा दिया था जाधव जासूस है और इस तरह के मामलों में कॉन्स्यूलर एक्सेस नहीं दिया जा सकता।
जाधव की फांसी पर ICJ ने लगा रखी है रोक
कुलभूषण जाधव की फांसी पर इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने अपने अगले आदेश तक रोक लगा रखी है। पाकिस्तान आर्मी का दावा है कि जाधव इंडियन एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के लिए जासूसी कर रहे थे। उन्हें बलूचिस्तान प्रांत से पकड़ा गया। इसके बाद पाक आर्मी के फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल (FGCM) ने अप्रैल में फांसी की सजा सुनाई थी। जबकि, यह गलत है।
जब उन्हें गिरफ्तार किया गया था तब वह नेवी से रिटायरमेंट के बाद ईरान में बिजनेस कर रहे थे। भारत ने वियना कन्वेंशन के वॉयलेशन का हवाला देकर जाधव की सजा को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) में चुनौती दी। इसे ह्यूमन राइट्स का वॉयलेशन करार दिया। इसके बाद कोर्ट ने 18 मई, 2017 को फांसी की सजा पर रोक लगाई।
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