"शाही स्नान के साथ शुरू हुआ कपाल मोचन मेला"
संत महात्माओं के शाही स्नान के साथ ही मंगलवार को मेले की शुरूआत गयी है। आज से ही पहला पंच भीखी स्नान आरंभ हो गया है। ऐतिहासिक प्राचीन एवं प्रसिदध कपाल मोचन में सीसीटीवी कमरे की नजर से निगरानी रखी जाएगी। पूरा मेला क्षेत्र कैमरे की निगरानी में होगा। जिसको लेकर मेला प्रशासन ने मुख्य चौक चौराहों , मंदिर, धर्मशालाओं के आस पास मुख्य मार्ग , भीड भाड वाले क्षेत्र में सीसीटीवी कमरे लगा दिए है। मेला अधिकारी नवीन आहुजा ने जानकारी देते हुए बताया कि मेला क्षेत्र में के साथ आदि बद्री, मंत्रा देवी ,कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर, सूरज कुंड, सहित सभी धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। बुधवार सुबह से पुलिस प्रशासन, मेला प्रशासन पूरी तरह से 24 घंटे की डयूटी पर तैनात हो जाऐंगे। मेले में मुख्य चौंक चौराहों पर पुलिस के हाई चैक पोस्ट को भी लगाया गया है जिस पर हर समय दो पुलिस कर्मी तैनात होंगे, जिसके माध्यम से दूर दूर तक मेला क्षेत्र में नजर रखी जाएगी। मेले की सभी तैयारियंा पूर्ण कर ली गई है। मेला प्रशासन का प्रयास है कि श्रदधालुअेां को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
धूूूमते फिरते कैमरों से जेब कतरों व शरारती तत्वों पर कसेगा शिंकजा।
एसडीओ एस के गोयल ने बताया कि मेला में सी सी टीवी कैमरों के साथ साथ धूमते फिरते कैमरों की भी विशेष व्यवस्था की गई है। जो कि मुख्य चौराहों के साथ भीड़ भाड वाले बाजार, सर्कस ग्राउंड, के साथ साथ पूरे मेला क्षेत्र का दौरा कर विशेष नजर रखेगें। चलते फिरते कैमरों से जेब कतरों व शरारती तत्वों को पकडऩे में बहुत मदद मिलेगी।
कपाल मोचन मेले में होता है लाखों रूपये के पशुओं का व्यापार ।
हिमाचल, हरियाणा, पंजाब प्रदेशा में लगने वाले पशु मेले में सबसे बडा़ पशुा मेला कपाल मोचन में इस बार लगाया जाएगा। मेला प्रशासन की ओर से लगभग दो वर्ष के पश्चात चौराही मार्ग पर पशु मेला लगाया जा रहा है। पिछले लगभग दो वर्ष से यह मेला पशुओं में आ रही गलाइंडर नामक बीमारी के कारण नही लगाया जा रहा था लेकिन इस बार मेला प्र्रशासन ने पशु मेले के आयोजन को लेकर हरी झंड़ी दे दी गई है। लगभग दो वर्ष बाद इस बार फिर से पुश मेले का आयोजन किया जाएगा । मेले में चिलकाना से आए ईयान, अनवर ने बताया कि वह पिछले लगभग डेढ़ दशक के मेले में अपने पशुओं को लेकर आ रहे है। पशु मेले में लगभग चार दिन पूर्व आए थे उन्स समय उन्हें सूचना मिली की कपाल मोचन मेले में पशु मेले का आयोजन नही किया जाएगा वह घर जाने के लिए सामान को बांध ही रहे थे कि दो दिन प्रशासन की ओर से आदेश आया कि इस बार पशु मेले का आयोजन किया जाना है। तब जाकर राहत की सांस ली।
शाही स्नान से पूर्व खेडा मंदिर बिलासपुर में रखा गया रामायण पाठ।
खंड बिलासपुर के खेडा मंदिर कमेटी व समस्त ग्राम वासियों के सहयोग से मंदिर प्रांगण में रामायण पाठ का रखा गया है। मंदिर कमेटी के सदस्य अनिल कक्कड़, राकेश बेदी ने बताया कि पिछले लगभग एक दशक से भी अधिक समय से कपाल मोचन के शाही स्नान से पूर्व मंदिर प्रांगण में रामायाण का पाठ रखा जाता है। जिसका पूजन पंडित राजेश ने पूरे विधि विधान के साथ करवाया गया। मंगलवार की सुबह रामायण के पाठ का समापन के साथ ही संत महात्माओं का पूजन करके शाही स्नान के लिए संत की यात्रा को बैंड बाजों के साथ रवाना किया जाएगा। इस मौके पर अनिल कक्कड़, मास्टर रवि भूषण, बंसी लाल, अशोक झाम, गोपाल धीमान, राजी, राकेश बेदी, अनिल धमीजा, बाबा बलजिन्द्र दास कपाल मोचन ,महंत अमरदास सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
Pankaj Batra #YamunanagarHulchul #यमुनानगर_हलचल#TimelinemediaIndia #PBatraYnr
Kapal Mochan Teerath, Kapal Mochan Mela
PC: Gurpreet Singh (Photo Journalist) Yamunanagar
धूूूमते फिरते कैमरों से जेब कतरों व शरारती तत्वों पर कसेगा शिंकजा।
एसडीओ एस के गोयल ने बताया कि मेला में सी सी टीवी कैमरों के साथ साथ धूमते फिरते कैमरों की भी विशेष व्यवस्था की गई है। जो कि मुख्य चौराहों के साथ भीड़ भाड वाले बाजार, सर्कस ग्राउंड, के साथ साथ पूरे मेला क्षेत्र का दौरा कर विशेष नजर रखेगें। चलते फिरते कैमरों से जेब कतरों व शरारती तत्वों को पकडऩे में बहुत मदद मिलेगी।
कपाल मोचन मेले में होता है लाखों रूपये के पशुओं का व्यापार ।
हिमाचल, हरियाणा, पंजाब प्रदेशा में लगने वाले पशु मेले में सबसे बडा़ पशुा मेला कपाल मोचन में इस बार लगाया जाएगा। मेला प्रशासन की ओर से लगभग दो वर्ष के पश्चात चौराही मार्ग पर पशु मेला लगाया जा रहा है। पिछले लगभग दो वर्ष से यह मेला पशुओं में आ रही गलाइंडर नामक बीमारी के कारण नही लगाया जा रहा था लेकिन इस बार मेला प्र्रशासन ने पशु मेले के आयोजन को लेकर हरी झंड़ी दे दी गई है। लगभग दो वर्ष बाद इस बार फिर से पुश मेले का आयोजन किया जाएगा । मेले में चिलकाना से आए ईयान, अनवर ने बताया कि वह पिछले लगभग डेढ़ दशक के मेले में अपने पशुओं को लेकर आ रहे है। पशु मेले में लगभग चार दिन पूर्व आए थे उन्स समय उन्हें सूचना मिली की कपाल मोचन मेले में पशु मेले का आयोजन नही किया जाएगा वह घर जाने के लिए सामान को बांध ही रहे थे कि दो दिन प्रशासन की ओर से आदेश आया कि इस बार पशु मेले का आयोजन किया जाना है। तब जाकर राहत की सांस ली।
शाही स्नान से पूर्व खेडा मंदिर बिलासपुर में रखा गया रामायण पाठ।
खंड बिलासपुर के खेडा मंदिर कमेटी व समस्त ग्राम वासियों के सहयोग से मंदिर प्रांगण में रामायण पाठ का रखा गया है। मंदिर कमेटी के सदस्य अनिल कक्कड़, राकेश बेदी ने बताया कि पिछले लगभग एक दशक से भी अधिक समय से कपाल मोचन के शाही स्नान से पूर्व मंदिर प्रांगण में रामायाण का पाठ रखा जाता है। जिसका पूजन पंडित राजेश ने पूरे विधि विधान के साथ करवाया गया। मंगलवार की सुबह रामायण के पाठ का समापन के साथ ही संत महात्माओं का पूजन करके शाही स्नान के लिए संत की यात्रा को बैंड बाजों के साथ रवाना किया जाएगा। इस मौके पर अनिल कक्कड़, मास्टर रवि भूषण, बंसी लाल, अशोक झाम, गोपाल धीमान, राजी, राकेश बेदी, अनिल धमीजा, बाबा बलजिन्द्र दास कपाल मोचन ,महंत अमरदास सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
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PC: Gurpreet Singh (Photo Journalist) Yamunanagar
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