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न्यूमोनिया के आयुर्वेदिक घरेलू उपचार




निमोनिया सांस से जुड़ा एक ऐसा भयंकर रोग है जिसका सही से इलाज न होने पर इंसान की मौत हो सकती है. इस बीमारी का सबसे ज्यादा शिकार बच्चे और बूढ़े होत हैं.

कैसे होता है निमोनिया-
निमोनिया मुख्य तौर पर बैक्टीरिया, वायरस या फंगल के कारण होता है. मौसम बदलने, सर्दी लगने, फेफड़ों पर चोट लगने और चिकनपॉक्स जैसी बीमारियों में इसका खतरा ज्यादा बढ़ जाता है.
आम तौर पर मौसम बदलने के दौरान सर्दी-खांसी की समस्या होती है। कई बार इसके साथ बुखार भी हो जाता है। लेकिन तेज बुखार के साथ अगर खांसी हो रही हो तो हो सकता है कि यह न्यूमोनिया हो। यह इन्फेक्शन की वजह से होता है।
आम तौर पर मौसम बदलने के दौरान सर्दी-खांसी की समस्या होती है। कई बार इसके साथ बुखार भी हो जाता है। लेकिन तेज बुखार के साथ अगर खांसी हो रही हो तो हो सकता है कि यह न्यूमोनिया हो। यह इन्फेक्शन की वजह से होता है। इससे फेफड़े पर असर पड़ता है और उनमें सूजन हो जाती है। इससे सांस लेने में भी परेशानी होने लगती है। साधारण सर्दी-खांसी तो अपने आप भी ठीक हो जाती है, लेकिन न्यूमोनिया हो जाने पर डॉक्टर से मिल कर इलाज करना जरूरी होता है। यह बीमारी बैक्टीरिया के संक्रमण से होती है। छोटे बच्चों को अक्सर यह बीमारी हो जाती है। इसमें दवा के साथ-साथ कुछ घरेलू उपाय भी कर सकते हैं, जो हर हाल में फायदेमंद होते हैं। जानें इनके बारे में।
1. लहसुन
लहसुन में सबसे ज्यादा एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं। यह फेफड़े को भी साफ करता है। लहसुन खाने से कफ की समस्या भी नहीं होती। इसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए भोजन में जरूर लहसुन का शामिल करना चाहिए और रोज इसका इस्तेमाल करना चाहिए।
2. हल्दी
न्यूमोनिया होने पर दूध में एक चम्मच हल्दी का पाउडर मिला कर पीने से काफी फायदा होता है। हल्दी में भी एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। यह किसी भी तरह के संक्रमण को कम करता है और दर्द में भी राहत पहुंचाता है। इसलिए हल्दी का सेवन जरूर करना चाहिए।
3. अदरक
सर्दियों में अदरक का इस्तेमाल करने से काफी फायदा होता है। न्यूमोनिया हो जाने पर मरीज को गर्म पानी में अदरक के टुकड़े डाल कर पिलाना चाहिए। चाहें तो गर्म पानी में अदरक का रस मिला कर भी मरीज को पिला सकते हैं। यह संक्रमण को कम करता है और इसके सेवन से बुखार जल्दी दूर होता है।
4. शहद
एक कप पानी में एक चम्मच शहद मिला कर न्यूमोनिया के मरीज को पिलाएं। शहद में एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल तत्व होते हैं। इसके साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट काफी मात्रा में पाया जाता है। यह न्यूमोनिया में होने वाली खांसी को ठीक करता है।
5. मेथी
मेथी बहुत गुणकारी होती है। न्यूमोनिया होने पर मेथी को उबाल कर पानी को छान लें और उसमें थोड़ा शहद मिला कर मरीज को पिलाएं। दिन में दो से तीन बार यह उपाय करने से बुखार में राहत मिलती है।
निमोनिया में क्या खाना चाहिए 
निमोनिया में गाजर, केल, लेट्यूस, पालक, पत्तागोभी, ब्रोकोली, फूलगोभी, लहसुन, प्याज, मेथी, मशरूम, चुकंदर, अजमोदा, पत्तेदार साग, टमाटर का सेवन करना चाहिए।
निमोनिया की बीमारी में आपको अपनी डाइट में शोरबा, चावल की मांड, साबूदाना खीर, बाली, उबला अंडा, अरारोट, मूंग, मसूर की दाल, वेज और नॉनवेज सूप को शामिल करना चाहिए।
गर्म पानी का सेवन करें ठंढा पानी भूलकर भी न पीएं।
निमोनिया में संतरे, कीवी, आलूबुखारा, नाशपाती, स्ट्रॉबेरी, जामुन जैसे फलों का सेवन करें।
निमोनिया में साबुत अनाज को अपनी डाइट में शामिल करें, इसके लिए आप क्विनोआ, ब्राउन राइस, जई, ओट्स, चौलाई, जौ का सेवन करें।
निमोनिया की बीमारी में नट, बीज, बीन्स, व्हाइट मीट, चिकन और रावस, इंडियन सैल्मन, बांगडा, इंडियन मैकरेल सामन और सार्डिन जैसे मछलियों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
निमोनिया की बीमारी में ताजे दही/योगर्ट को अपनी डाइट में जगह देनी चाहिए, दही को हमेशा रूम टेम्प्रेचर पर ही खाएं।
निमोनिया में शरीर को हाइड्रेड रखना बेहद जरूरी होता है। इसके लिए तरल पदार्थों का अधिक से अधिक मात्रा में सेवन करें। गर्म पानी और सब्जियों के सूप को अपनी डाइट में शामिल करें। इसके अलावा गाजर, अनार, मौसमी, नाशपाती के जूस भी पीएं।
निमोनिया की बीमारी में लहसुन की कली को गर्म पानी के साथ सुबह-शाम खाएं।
निमोनिया में एक कप हल्दी दूध का सेवन जरूर करें।
निमोनिया की बीमारी में तुलसी, काली मिर्च, लौंग, अदरक का बना एक कप काढ़ा जरूर पीएं।
निमोनिया की बीमारी में एक गिलास पानी में एक चम्‍मच मेथी के दाने डालकर उसे कुछ देर तक उबालें और फिर इस पानी को पी जाएँ।
निमोनिया में एक चम्‍मच तिल को एक गिलास पानी में उबालें फिर इसमें एक चम्‍मच अलसी के बीज डालें और इस पानी को पी जाएँ।
निमोनिया में क्या नहीं खाना चाहिए 
निमोनिया में डेयरी प्रोडक्ट्स नहीं खाने चाहिए।
प्रोसेस्ड फूड का सेवन इस बीमारी में नहीं करना चाहिए।
तले-भुने खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।
एसिडिटी और कब्ज करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।
मैदे से बनने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।
फ्रीज से का पानी पीने से परहेज करें।
अधिक मात्रा में मीठे और नमक दोनों का सेवन करने से बचें।
निमोनिया में ठंडी तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।
शराब, तंबाकू, गुटका और अन्य मादक पदार्थो का सेवन करने से बचें।


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