मध्यप्रदेश दीनदयाल चलित अस्पताल योजना की जानकारी, सुविधा, संपर्क नंबर | Deendayal Chalit Aspatal Yojana (MP) [Benefits, Objectives and Contact no.] in Hindi
इस योजन के तहत एक चलित वाहन का निर्माण कराया गया हैं, जिसमे डॉक्टर, स्टाफ, जरूरी उपकरण एवं दवाइयां उपलब्ध हैं. यह चलित वाहन आदिवासी क्षेत्र के ग्रामों एवं हाट बाजारों में सभी वर्ग के लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराता है.
दीनदयाल चलित अस्पताल योजना का उद्देश्य (Deendayal Chalit Aspatal Yojana Objectives)
- राज्य सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से मध्यप्रदेश के सुदूर आदिवासी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है.
- दूर दराज के इलाकों में जहाँ अस्पताल नहीं हैं वहां प्रारंभिक जाँच, उपचार और इलाज की सुविधा प्रदान करना.
- महिलाओं की प्रसव संबधी जाँच करना और उन्हें अन्य जानकारी प्रदान करना.
- आदिवासी इलाकों में स्वास्थ्य संबधी शिक्षा प्रदान करना.
दीनदयाल चलित अस्पताल योजना (Deendayal Chalit Aspatal Yojana)
दीनदयाल चलित अस्पताल योजना के अंतर्गत निम्नलिखित स्वास्थ्य सेवाएं निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है.
- चिकित्सीय परामर्श
- प्राथमिक उपचार
- प्राथमिक जांच
- निशुल्क दवा वितरण
- प्रसव पूर्व एवं प्रसव उपरांत स्वास्थ्य परीक्षण व आवश्यक दवाइयों का वितरण.
- मलेरिया व टी.बी जांच के लिए रक्त एवं खखार पट्टी वितरण.
- जटिल स्वास्थ्य संबंधी प्रकरणों की पहचान व आवश्यक उपचार के लिए शासकीय चिकित्सा संस्थानों में मरीजों को रेफर करना.
- परिवार नियोजन के विभिन्न माध्यमों के संबंध में जानकारी.
- टीकाकरण
- विभिन्न जनकल्याणकारी कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार करना, स्वास्थ्य संबंधी परामर्श.
इसे भी पढ़े :
- मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना
- मध्यप्रदेश शौचालय निर्माण योजना
- भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की पूर्ण जानकारी
योजना की जानकारी के लिए संपर्क करें (Deendayal Chalit Aspatal Yojana Contact Number)
चलित अस्पताल द्वारा संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा नियत मार्ग स्थान पर प्रातः 10:00 बजे से सायं 6:00 बजे तक सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं.
The post म.प्र. दीनदयाल चलित अस्पताल योजना की जानकारी | Deendayal Chalit Aspatal Yojana (MP) in Hindi appeared first on Dil Se Deshi.
This post first appeared on Dil Se Deshi : A Hindi Blog For Indian Culture And Education, please read the originial post: here