Get Even More Visitors To Your Blog, Upgrade To A Business Listing >>

PPC Marketing Kya Hai और यह कैसे काम करती है?

इंटरनेट और डिजिटल मार्केटिंग के विस्तार के बाद अब ज्यादातर लोग पारंपरिक मार्केटिंग से ऑनलाइन मार्केटिंग यानी डिजिटल मार्केटिंग की ओर रुख कर रहे हैं, यदि आप डिजिटल मार्केटिंग में रुचि रखते हैं तो आपने कभी न कभी PPC मार्केटिंग का नाम जरूर सुना होगा.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि PPC Marketing Kya Hai, PPC मार्केटिंग कैसे करते हैं, PPC मार्केटिंग कैसे काम करती है और पीपीसी मार्केटिंग करने के क्या फायदे हैं.

PPC Marketing Kya Hai

यदि आप नहीं जानते हैं कि PPC Marketing Kya Hai, PPC मार्केटिंग कैसे करते हैं तो आप सही लेख पर आए हैं, इस लेख के माध्यम से हम आपको PPC मार्केटिंग के बारे सम्पूर्ण जानकारी देने वाले हैं.

डिजिटल मार्केटिंग की भी अनेकों तकनीकें होती हैं, जिनमें से एक बहुत ही Popular तकनीक है PPC मार्केटिंग. PPC मार्केटिंग से कंपनियों को बहुत कम बजट में अच्छे रिजल्ट मिलते हैं.

PPC मार्केटिंग के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें, तो चलिए आपका ज्यादा समय न लेते हुए इस आर्टिकल को शुरू करते हैं.

TOC

PPC मार्केटिंग क्या है (What is PPC Marketing in Hindi)

PPC का फुल फॉर्म Pay Per Click होता है हिंदी में इसे प्रति क्लिक भुगतान कहते हैं. यह ऐसी मार्केटिंग तकनीकी होती है जिसमें Advertiser को अपने वेबसाइट या लैंडिंग पेज पर ट्रैफिक लाने के लिए प्रत्येक क्लिक का भुगतान करना होता है.

PPC एक पेड मार्केटिंग तकनीक है जिसमें Advertiser सर्च इंजन या सोशल मीडिया पर Ads चलाते हैं और जब कोई यूजर उनके Ad पर क्लिक करता है, तो उन्हें सर्च इंजन या सोशल मीडिया को पैसे देने होते हैं.

Advertiser को अपने विज्ञापन पर जितने अधिक क्लिक मिलते हैं, उसे विज्ञापन प्लेटफ़ॉर्म को उतने ही अधिक पैसे चुकाने होते हैं.

उदाहरणतः यदि आप Google पर विज्ञापन चलाकर अपनी वेबसाइट पर ट्रैफ़िक लाते हैं, तो जब भी कोई यूजर आपके विज्ञापन पर क्लिक करके आपकी वेबसाइट पर आएगा, तो आपको उसका पैसा Google को भुगतान करना होगा.

PPC मार्केटिंग के द्वारा आप बहुत कम समय में अपने मार्केटिंग उद्देश्यों को पूरा कर सकते हैं और जिस भी Objective के लिए आपने PPC मार्केटिंग Campaign Run किया है उसे कम्पलीट कर सकते हैं.

PPC मार्केटिंग के प्रकार (Types of PPC Marketing in Hindi)

PPC मार्केटिंग मुख्य रूप से 6 प्रकार की होती हैं, जिनके बारे में हमने आपको यहाँ विस्तार से बताया है -

1. सर्च एड (Search Ad)

2. डिस्प्ले एड (Display Ad)

3. नेटिव एड (Native Ad)

4. विडियो एड (Video Ad)

5. सोशल मीडिया एड (Social Media Ad)

6. Remarketing Ad

7. पेडेड एड (Paid Ad)


1. सर्च एड् (Search Ad)

Search Ads केवल सर्च इंजन जैसे गूगल, बिंग या याहू में प्रदर्शित होते हैं. जो किसी विशेष कीवर्ड पर Run किए जाते हैं और इनके URL के पहले भाग में "Ad" लिखा होता है जिससे यूजर को पता चलता है कि यह एक विज्ञापन है.

सर्च एड् यूजर को उनके सर्च के अनुसार यूजर के Goals के साथ जोड़ते हैं और यूजर को किसी विशेष प्रोडक्ट या सर्विस के लिए गाइड करते हैं.

2. डिस्प्ले एड् (Display Ad)

Display Ad अधिकांशतः वेबसाइट या ब्लॉग पर विभिन्न आकारों और प्रारूपों में दिखाई देते हैं, ये Ad वेबसाइटों पर प्रदर्शित होने या विशेष Audience को Targeted करने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं.

Display Ad में यूजर को उनके interest और ज़रूरतों के आधार पर विज्ञापन दिखाए जाते हैं, यानी यूजर दिन भर में जिन चीज़ों को सबसे ज़्यादा सर्च करता है उनसे संबंधित विज्ञापन उसे देखने को मिलेंगे, कंपनियों के प्रचार के लिए डिस्प्ले Ad बहुत फायदेमंद होते हैं.

3. नेटिव एड् (Native Ad)

Native Ad ऐसे विज्ञापन होते हैं जो ब्लॉग या न्यूज़ वेबसाइट पर अन्य लेखों की ही तरह दिखाई देते हैं, इनमें विज्ञापनदाता अपने विज्ञापनों को वेबसाइट पर अन्य Content के रूप में तैयार करते हैं, इन विज्ञापनों का उपयोग ब्लॉगर्स और पब्लिशर द्वारा अपना ट्रैफ़िक बढ़ाने के लिए किया जाता है, आप Google, Taboola, Mgid जैसे प्लेटफ़ॉर्म से नेटिव Ads को चला सकते हैं.

4. विडियो एड् (Video Ads)

विडियो एड् के बारे में जैसा कि नाम से ही स्पष्ट होता है, वीडियो विज्ञापन वीडियो के फॉर्म में चलाए जाने वाले विज्ञापन हैं. आपने फेसबुक, यूट्यूब जैसे विभिन्न प्लेटफार्मों पर वीडियो विज्ञापन देखे होंगे जिनके माध्यम से व्यक्तिगत या कंपनीय उत्पादों और सेवाओं का प्रचार किया जाता है, Google Ads का उपयोग करके आप Youtube जैसे प्लेटफार्मों पर वीडियो एड्स चला सकते हैं.

5. सोशल मीडिया एड् (Social Media Ads)

अपने प्रोडक्ट और सर्विस को प्रमोट करने का सबसे अच्छा तरीका सोशल मीडिया है, आपने अपने किसी पसंदीदा लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम या लिंक्डइन आदि पर अनेकों कंपनियों के विज्ञापन देखे होंगे. इन्हें ही सोशल मीडिया एड् कहा जाता है.

सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बिज़नस को Targeted ऑडियंस तक पहुंचने के लिए अपने प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन चलाने की सुविधा प्रदान करते हैं.

6. Remarketing Ad

Remarketing एक प्रभावशाली डिजिटल मार्केटिंग तकनीक है, यह एक ऐसा तरीका है जिसमें जब आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं और किसी प्रोडक्ट को Check करते हैं तो उसके बाद आपको हर जगह उसी वेबसाइट के विज्ञापन दिखाई देते हैं, जिसे रीमार्केटिंग कहा जाता हैै.

आप अपने लैंडिंग पेज पर Facebook Pixel या Google Tag को Add कर सकते हैं और फिर कस्टम ऑडियंस बना कर उन्हीं लोगों को अपनी Ad दिखा सकते हैं जो आपके लैंडिंग पेज पर आए थे.

PPC मार्केटिंग के प्लेटफ़ॉर्म (Best Platform for PPC Marketing)

PPC यानि Pay Per Click मार्केटिंग करने के लिए तीन बेहतरीन प्लेटफॉर्म हैं, आइए अब इन तीनों के बारे में विस्तार से समझते हैं.

1. सर्च इंजन में PPC मार्केटिंग

PPC मार्केटिंग Search Engine Ads का सबसे प्रभावी तरीका है, इसके माध्यम से आप High Competition Keywords पर Ads चलाकर अपनी वेबसाइट का प्रचार कर Rank करवा सकते हैं, इस प्रोसेस को सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM) की प्रक्रिया कहा जाता है.

जैसे, यदि आप Digital Marketing Agency कीवर्ड पर Ad चलाते हैं तो कोई यूजर अगर Digital Marketing Agency लिखकर सर्च करता है, तो आपकी वेबसाइट Organic परिणामों से पहले दिखेगी, जिससे क्लिक की संभावना बढ़ जाती है.

सर्च इंजन में आप Search Ad के अलावा, Display Ad और Native Ad भी चला सकते हैं, जिससे आप विभिन्न तरीकों से अपने Target ऑडियंस को टारगेट कर सकते हैं और उन्हें अपनी वेबसाइट पर आने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं.

सर्च इंजन में PPC Marketing करने के लिए सबसे अच्छे प्लेटफॉर्म Google और Bing हैं.

Google AdWords - गूगल पर विज्ञापन दिखाने के लिए आपको Google AdWords में अपना अकाउंट बनाना होता है और फिर यहां से कैंपेन क्रिएट करके आप गूगल या यूट्यूब पर विज्ञापन चला सकते हैं.

Bing Ads - बिंग गूगल के बाद दूसरा सबसे बड़ा सर्च इंजन है यह माइक्रोसॉफ्ट का सर्च इंजन है, Bing में Ad Campaign Run करने के लिए आपको Bing Ads में अकाउंट बनाना पड़ता है और फिर यहां से आप Bing में Ads चला सकते हैं.

2. सोशल मीडिया PPC मार्केटिंग

PPC Marketing के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी एक अच्छा विकल्प है और इसमें बहुत अच्छे परिणाम भी मिलते हैं. सोशल मीडिया पर PPC मार्केटिंग करने की प्रक्रिया को सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM) कहा जाता है.

सोशल मीडिया मार्केटिंग के लिए ज्यादातर Advertiser फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन या पिंटरेस्ट एड् को प्राथमिकता देते हैं क्योंकि इनमें हर प्रकार की ऑडियंस उपलब्ध होती है और आप इनमें किसी भी प्रोडक्ट का प्रचार कर सकते हैं.

3. Solo Ads 

Solo Ads भी PPC मार्केटिंग का ही एक प्रकार है, यह एक प्रकार की Email Marketing होती है जिसमें कोई अन्य व्यक्ति जिसे Solo Ad Seller कहा जाता है, अपनी ऑडियंस को ईमेल के माध्यम से आपके प्रोडक्ट के बारे में जानकारी Send करता है और ऑडियंस उस पर क्लिक करती हैं.

Solo Ad Seller आपके प्रोडक्ट के बारे में ईमेल के माध्यम से जानकारी भेजने और ईमेल पर क्लिक करने वाले लोगों की संख्या के लिए आपसे पैसे लेता है.

Solo Ad Seller के पास पहले से ही Specific Niche के लोगों की एक मेल सूची होती है, आप अपने प्रोडक्ट और सर्विस में रुचि रखने वाले लोगों को Solo Ad Seller के माध्यम से मेल भेज सकते हैं.

PPC मार्केटिंग कैसे काम करता है?

Paid Ad चलाने में कई Factors महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जिनकी जानकारी इस प्रकार है -

कीवर्ड (Keyword)

PPC Marketing में कीवर्ड बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, कीवर्ड वे शब्द होते हैं जिन्हें यूजर्स सर्च करते हैं, विज्ञापन प्रदाता अपने प्रोडक्ट और सर्विस से Related कीवर्ड पर विज्ञापन देकर सही टारगेट ऑडियंस तक पहुंच पाते हैं.

उदाहरणतः यदि आप डिजिटल मार्केटिंग सेवाएं प्रदान करते हैं, तो आपको अपने विज्ञापन को Digital Marketing Service कीवर्ड पर दिखाने की आवश्यकता होगी, इससे आपके ऐड् केवल उन व्यक्तियों को प्रदर्शित होंगे जो Google पर Digital Marketing Service के बारे में खोज रहे होते हैं.

बजट और बोली (Budget & Bidding)

विज्ञापन प्रदाता को अपने Ad की सही परफॉरमेंस के लिए कीवर्ड पर बोली लगानी पड़ती है ताकि वह किसी Specific कीवर्ड पर अपने विज्ञापन को टॉप पोजिशन पर प्रदर्शित कर सके और जिन विज्ञापन प्रदाताओं ने अधिक पैसे दिए होते हैं, उनके Ad की पहले नंबर पर प्रदर्शन होने की संभावना अधिक होती है.

इस प्रक्रिया को समझना इतना आसान नहीं है क्योंकि कई बार यह जरूरी नहीं होता है कि जो Advertiser ज्यादा बोली लगाएगा उसका विज्ञापन पहले नंबर पर होगा, यह भी जरूरी नहीं है कि प्रति क्लिक उतने ही पैसे काटे जाएं जितनी आपने बोली लगाई है, ज्यादातर मामलों में कम ही पैसे काटे जाते हैं.

गुणवत्ता स्कोर (Quality Score)

PPC मार्केटिंग में अच्छी Quality Score होने से कम पैसों में भी आपकी Ad काफी अच्छा परफॉर्म करती है. सर्च इंजन कई फैक्टर को देखने के बाद किसी विज्ञापन को अच्छी रैंकिंग देता है.

Ad Rank निकालने का Formula (Quality Score * Max CPC) होता है.

Ad Rank को प्रभावित करने वाले कुछ मुख्य कारक हैं जो इस प्रकार हैं -

• Bid Amount - आपके द्वारा लगाई गई Bid Amount एक महत्वपूर्ण फैक्टर है, अधिक Bid लगाने से आपके विज्ञापन की Priority बढ़ जाती है.

• Ad की relevance और quality - आपके Ad की relevance और quality भी एक बहुत महत्वपूर्ण फैक्टर है.

• Ad फॉर्मेट - विज्ञापन का स्वरूप और उसकी आकर्षकता भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.

• लैंडिंग पेज - लैंडिंग पेज जिस पर यूजर किसी Ad पर क्लिक करने पर जाते हैं, इस वेबपेज को यूजर को जानकारी प्रदान करने और उन्हें कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उपयोग किया जाता है.

• कीवर्ड - कीवर्ड मौजूदा Competition के साथ-साथ आपके Selected कीवर्ड की Relevance को बढ़ावा देने में भी मदद करते हैं.

Quality Score जितना अधिक होगा, CPC (Cost Per Click) उतना ही कम होगा, Quality Score को Improve करने के लिए कुछ टिप्स इस प्रकार हैं -

• अपने प्रोडक्ट से समबन्धित कीवर्ड को टारगेट करें.

• Ad Copy में कीवर्ड का इस्तेमाल करें.

• जिन भी कीवर्ड को आपने टारगेट किया है वह आपके लैंडिंग पेज में होने चाहिए.

• यूजर एक्सपीरियंस बेहतर बनाने के लिए लैंडिंग पेज में सही इनफार्मेशन दें, साथ ही लैंडिंग पेज की स्पीड भी सही रखें.

• CTR बढाने के लिए Catchy title लिखें.


ये कुछ बेसिक फैक्टर हैं जिनको ध्यान में रखकर अगर आप Ad run करते हैं तो आपकी Ad काफी अच्छा Perform कर सकती है.

Targeting

PPC मार्केटिंग में Advertiser के पास विकल्प रहता है कि वह Ad किन लोगों को दिखाना चाहता है. सही कीवर्ड को सेलेक्ट करके आप Ad को Relevant ऑडियंस को दिखा सकते हैं. लेकिन Campaign को अच्छी तरह ऑप्टिमाइज़ करने के लिए आपके पास निम्न विकल्प भी होते हैं जैसे कि -

Location - आप किस देश, राज्य या शहर में विज्ञापन दिखाना चाहते हैं.

• Device - आप Decide कर सकते हैं कि Ad को किस डिवाइस में दिखाना है. जैसे लैपटॉप, टेबलेट, मोबाइल आदि.

• Day and Timing - आप किस दिन विज्ञापन चलाना चाहते हैं और विज्ञापन चलाने का समय क्या होगा.

• Demographic - आप किस Age और Gender के लोगों को विज्ञापन दिखाना चाहते हैं.

यह सब कुछ आप PPC Marketing में आसानी से सेलेक्ट कर सकते हैं.

आर्टिकल में अब तक आपने जाना कि PPC Marketing Kya Hai, अब PPC मार्केटिंग के फायदे और नुकसान के बारे में भी जान लेते हैं.

PPC मार्केटिंग के फायदे

PPC Marketing के कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार हैं -

• PPC मार्केटिंग में आपको बहुत जल्दी परिणाम मिलते हैं जिससे आप अपने मार्केटिंग उद्देश्यों को जल्दी पूरा कर सकते हैं.

• PPC मार्केटिंग में Advertiser को तभी भुगतान करना होता है जब यूजर Ad पर क्लिक करेगा, इसलिए PPC मार्केटिंग बजट फ्रेंडली भी होती है.

• PPC मार्केटिंग में Advertiser को अपने ऑडियंस को सेलेक्ट करने का विकल्प होता है, आप Demographic, लोकेशन, डिवाइस आदि के आधार पर लोगों को AdS दिखा सकते हैं.

• हर PPC मार्केटिंग प्लेटफ़ॉर्म में ट्रैक करने का ऑप्शन होता है, जहाँ से आप Check कर सकते हैं कि आपकी Ad कैसी Perform कर रही है.

• PPC मार्केटिंग से आप High Competition कीवर्ड पर भी अपनी साइट को रैंक करवा सकते हैं.

PPC मार्केटिंग के नुकसान

PPC Marketing के कुछ नुकसान भी हैं जो इस प्रकार हैं -

• PPC मार्केटिंग में आपको अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए अपना समय देना बहुत जरूरी होता है, अगर आप Ad Run करके छोड


This post first appeared on Kumudika, please read the originial post: here

Share the post

PPC Marketing Kya Hai और यह कैसे काम करती है?

×

Subscribe to Kumudika

Get updates delivered right to your inbox!

Thank you for your subscription

×