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आंधी और तूफ़ान क्यों आते हैं? जानिए चक्रवात का निर्माण कैसे होता है

पृथ्वी पर प्रकृति में घटित होने वाली कुछ विनाशकारी घटनाओं को रोक पाना मनुष्य के लिए असंभव है, जिनमें भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट, सुनामी, बादल फटना या भयंकर आंधी-तूफ़ान का आना प्रमुख है.

आंधी और तूफ़ान क्यों आते हैं? चक्रवात का निर्माण कैसे होता है

आज के लेख के माध्यम से हम इन्हीं प्राकृतिक घटनाओं में से एक आंधी-तूफ़ान के बारे में जानेंगे, इस लेख में हम जानेंगे कि आंधी-तूफ़ान क्या हैं, आंधी-तूफ़ान आने के क्या कारण हैं, चक्रवात का निर्माण कैसे होता है आदि.

बिना किसी देरी के, चलिए शुरू करते हैं आंधी और तूफ़ान क्यों आते हैं के बारे में यह महत्वपूर्ण लेख.

TOC

आँधी और तूफ़ान किसे कहते हैं?

आंधी एक तेज़ गति से चलने वाली वायु ज्वार होती है जो धूल के कणों के साथ चलती है, इसकी उच्चतम गति चारों दिशाओं में बहने वाली हवा से कई गुना अधिक होती है.

आंधी एक स्थानीय वायुमंडलीय घटना है और आमतौर पर एक छोटे से क्षेत्र में बहती है. इससे धूल उड़ने, छोटे पेड़-पौधों के टूटने और गिरने का खतरा रहता है, लेकिन यह तूफान के जितना भीषण नहीं होता है.

वहीं, तूफान एक प्रकार का भीषण चक्रवाती तूफान होता है जिसमें वायुमंडलीय दबाव कई गुना बढ़ जाता है और यह भारी बारिश और गरज के साथ आता है, तूफान की अधिकतम गति 119 किमी/घंटा से अधिक होती है जिससे इसका प्रभाव बड़े क्षेत्रों में फैल जाता है. 

तूफान समुद्री धाराओं द्वारा उत्पन्न होते हैं और बड़ी क्षति का कारण बनते हैं, तूफान के दौरान घर, इमारतें, विशालकाय पेड़-पौधे उखड़ जाते हैं और विभिन्न जीवन के आधार प्रभावित होते हैं.

आंधी-तूफ़ान आने का कारण

आंधी या तूफ़ान का मुख्य कारण सूर्य है क्योंकि सूर्य की गर्मी के कारण तापमान बढ़ने से आँधी और तूफ़ान बनते हैं और यही कारण है कि गर्मियों में सबसे ज़्यादा आंधी-तूफ़ान आते हैं.

जब सूर्य की किरणों के कारण पृथ्वी के कुछ हिस्सों पर अधिक गर्मी होती है तो तापमान बढ़ जाता है जिससे हवा का दबाव कम हो जाता है, हवा के इस दबाव को संतुलित करने के लिये ठंडे स्थानों से अधिक दबाव वाली हवा तेज़ी से गर्म क्षेत्र की ओर बढ़ने लगती है और इसके साथ धूल भी उड़ती है, यही तेज़ी से चलने वाली हवा धूल भरी आँधी का रूप ले लेती है.

इसके अलावा जब समुद्र का पानी भाप के रूप में ऊपर उठता है यानी हवाएं ऊपर उठती हैं तो नीचे की हवाएं कम होने लगती हैं और आसपास की समुद्री हवाएं तेजी से इन हवाओं की जगह भरने लगती हैं, जिससे चक्रवात उत्पन्न होता है और इस चक्रवात के कारण तूफ़ान बनते हैं, इनके अलावा वायुमंडलीय दबाव, गुरुत्वाकर्षण और भूकंप के कारण भी भयंकर तूफान बनते हैं.

सरल शब्दों में कहें तो जमीनी भाग से उठने वाली तेज हवाओं का चलना आंधी कहलाता है, जबकि समुद्र से उठने वाले चक्रवात को तूफान कहा जाता है.

चक्रवात बनने के कारण 

चक्रवात समुद्र के गर्म पानी के ऊपर बनते हैं, जब समुद्र का तापमान बढ़ता है तो उसके ऊपर गर्म और नम हवा होने के कारण ऊपर उठने लगती हैं, जिससे उस हवा का क्षेत्र खाली हो जाता है और हवा का दबाव कम हो जाता है.

इस खाली जगह को भरने के लिए आसपास की ठंडी हवा वहां पहुंचती है, जिसके बाद यह नई हवा भी गर्म और नम होकर ऊपर उठती है, इससे एक चक्र शुरू होता है जिससे बादल बनने लगते हैं, जैसे-जैसे पानी वाष्पित होता है अधिक बादल बनते हैं.

जिसके बाद इन बादलों के केंद्र में हवा का दबाव बहुत कम हो जाता है और गर्म हवा नीचे से ऊपर और ऊपर से नीचे की ओर बहने लगती है, जिसमें हवाओं की गति बहुत तेज हो जाती है, जो कम दबाव वाले क्षेत्र में गोल-गोल घूमती रहती है और बवंडर या चक्रवात का रूप ले लेती है.

इसके बाद इन चक्रवातों का आकार बढ़ता जाता है और यह चक्रवात बादलों को अपने चारों ओर खींचकर आगे बढ़ता रहता है और अपने साथ बहुत तेज तूफान और मूसलाधार बारिश लेकर आता है, ये चक्रवात विशाल तूफ़ान का रूप ले लेते हैं और जान-माल के लिए अत्यधिक ख़तरा पैदा करते हैं.

दुनिया भर में भौगोलिक स्थिति और प्रभावित क्षेत्रों के आधार पर इन चक्रवातों को निम्न लिखित श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है - 

बवंडर (Tornado) - बवंडर अन्य चक्रवातों की तुलना में कम क्षेत्र को प्रभावित करता है लेकिन इसकी हवा की गति 200 किमी/घंटा तक होती है, इसके अंदर हवा का दबाव इतना कम होता है कि जब यह किसी इमारत के पास से गुजरता है तो उस हवा के दबाव से इमारत नष्ट हो जाती है.

सायक्लॉन (Cyclone) - यह चक्रवात पश्चिमी प्रशांत महासागर और भारत की बंगाल की खाड़ी के आसपास से उठने वाला एक चक्रवाती तूफान है और इसकी हवाएँ 140 किमी/घंटा तक बहती हैं.

टाइफून (Typhoon) - यह कम दबाव वाला चक्रवाती तूफान पश्चिमी प्रशांत महासागर से उठता है तथा जापान और पूर्वी चीन की ओर बढ़ता है और इस की गति 120 किमी/घंटा से अधिक होती है, जो 900 किमी से अधिक क्षेत्र को प्रभावित करता है.

हरिकेन (Hurricane) - यह चक्रवाती तूफान अटलांटिक या पूर्वी प्रशांत महासागर से उठता है और अमेरिकी महाद्वीप की ओर बढ़ता है, जो 190 किमी/घंटा की गति से बहता है.

आंधी-तूफ़ान से बचने के उपाय

आंधी या तूफान से पहले भी मौसम पूरी तरह से खराब हो जाता है और इस आशंका के चलते इससे बचने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं, जिन्हें निम्न बिंदुओं से समझा जा सकता है -

• आंधी या तूफ़ान से पहले हवाएँ सामान्य हवाओं से थोड़ी तेज़ चलने लगती हैं, ऐसी स्थिति में किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाना चाहिए.

• तूफ़ान आने से पहले खुले में पढ़ी हुई अव्यवस्थित वस्तुओं को व्यवस्थित ढंग से रख देना चाहिए ताकि वे उड़ कर आपसे ही आकर न टकराएं.

• अपने पशुओं को कहीं सुरक्षित स्थान पर बांधें

• घर के दरवाजे और खिड़कियां खोलकर नहीं बैठना चाहिए और अगर आप गाड़ी चला रहे हैं तो गाड़ी को साइड में लगाकर किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाना चाहिए.

आंधी-तूफ़ान से होने वाली हानियाँ

आंधी-तूफ़ान से होने वाली क्षति बहुत भयानक रूप ले सकती है क्योंकि कभी-कभी ये पूरे घर को ही उड़ा ले जाते हैं. इसके अलावा अन्य हानियों को निम्नलिखित बिंदुओं से समझा जा सकता है -

• भयंकर आंधी-तूफान के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो जाती हैं.

• कई बार तूफ़ान पुराने और मजबूत पेड़ों को जड़ से उखाड़ देता है.

• आंधी तूफान के दौरान बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर में नुकसान होता है.

• भयंकर तूफ़ान में खुले में रखा सामान, गाड़ियाँ और कभी-कभी घर भी उड़ जाते हैं.

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FAQ Section

प्रश्न - चक्रवात क्या होता है?
उत्तर - चक्रवात एक प्रकार का भयंकर तूफ़ान है जो विशाल गोलाकार घूमने वाले कीप के आकार के बादलों और बारिश से भरा होता है, यह समुद्री क्षेत्र में कम वायुमंडलीय दबाव वाले स्थानों पर उत्पन्न होता है और अपनी तीव्र गति के कारण जन जीवन को भी प्रभावित करता है. 

प्रश्न - चक्रवात से सर्वाधिक विनाश किस क्षेत्र में होता है?
उत्तर - चक्रवात (cyclone) से होने वाली अधिकांश क्षति चक्रवात के केंद्र या उसके आसपास के क्षेत्रों में देखी जाती है.

प्रश्न - भारत में चक्रवाती तूफान कहाँ आते हैं?
उत्तर - भारत में चक्रवाती तूफान मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु राज्यों में देखे जाते हैं.

प्रश्न - आंधी और तूफ़ान में क्या अंतर होता है?
उत्तर - आंधी और तूफान दोनों हवाई घटनाएं हैं, आंधी तेज धूल भरी हवाएं होती हैं जो जीवन या संपत्ति के लिए उतना खतरा पैदा नहीं करती हैं, जबकि तूफान चक्रवातों से उत्पन्न होते हैं जिनकी गति बेहद तेज होती है और अत्यधिक विनाशकारी होते हैं.

प्रश्न - आंधी-तूफ़ान आने पर आस-पास क्या परिवर्तन दिखाई देते हैं?
उत्तर - आंधी-तूफ़ान आने पर आसपास के मौसम में काले बादल एवं ज्यादा मात्रा में धूल के कण दिखाई देते हैं.

प्रश्न - आंधी और तूफान को English में क्या कहते हैं.
उत्तर -
आंधी और तूफान को अंग्रेजी में Storm and Tempest कहा जाता है.


प्रश्न - अब तक का सबसे खतरनाक तूफ़ान कौन सा है?
उत्तर - अब तक का सबसे भयंकर तूफान भोला तूफ़ान है जो 1970 में बांग्लादेश में आया था.

अंत में

इस लेख के माध्यम से आपने आंधी और तूफ़ान किसे कहते है, आंधी-तूफ़ान आने के कारण, चक्रवात बनने का कारण, आंधी-तूफ़ान से बचने के उपाय, आंधी-तूफ़ान से होने वाली हानियाँ आदि के बारे में जाना. 

उम्मीद है आपको आंधी और तूफ़ान क्यों आते हैं से संबंधित यह जानकारी पसंद आई होगी. कृप्या इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करें.


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