भारतीय सौर ऊर्जा निगम
हाल ही में सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SECI) को मिनिरत्न श्रेणी- । (Mini ratna Category-I) का केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (CPSE) का दर्जा दिया गया है।
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इसकी आधिकारिक सूचना भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जारी की गई है।
वर्ष 2011 में निगमित, SECI भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की प्राथमिक कार्यान्वयन एजेंसी है, जो भारत सरकार की अक्षय ऊर्जा योजनाओं/परियोजनाओं के लिए भारत की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में काम करती है।
SECI का सौर ऊर्जा क्षेत्र में योगदान:
- SECI ने फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट और सोलर-विंड हाइब्रिड सिस्टम जैसी नवीन सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के विकास में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- इसने वृहत सौर परियोजनाओं में निवेश के लिये घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय अभिकर्त्ताओं को आकर्षित किया है।
- इसके अतिरिक्त SECI के रूप में देश के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिये कई पहलें शुरू की हैं, इनमें ऑफ-ग्रिड सौर ऊर्जा परियोजनाएँ तथा सिंचाई के लिये सौर पंप शामिल हैं।
- इन पहलों ने स्वच्छ ऊर्जा तक पहुँच प्रदान कर इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद की है।
मिनीरत्न का दर्जा की शर्तें हैं:
- जिन CPSE ने पिछले तीन वर्षों में लगातार लाभ कमाया है,
- विगत तीन वर्षों में से कम से कम एक वर्ष में 30 करोड़ रुपये या उससे अधिक पूर्व-कर लाभ हुआ हो और उसका नेटवर्थ सकारात्मक हो।
- मिनिरत्न CPSE को सरकार को देय किसी भी ऋण पर ऋण पुनर्भुगतान या ब्याज भुगतान में डिफॉल्ट नहीं करनी चाहिए।
- मिनिरत्न CPSE को बजटीय सहायता या सरकारी गारंटी पर निर्भर नहीं रहना होगा।
स्रोत – पी.आई.बी.
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