Home remedy of Daad Khaj Khujli in Hindi | दाद, खाज और खुजली रोग होने के और जड़ से मिटाने के घरेलू आयुर्वेदिक नुस्खे, इलाज और बचने के उपाय
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दाद, खाज और खुजली रोग त्वचा से संबंधित रोग हैं. यदि समय पर इन पर ध्यान न दिया जाये तो यह एक खतरनाक बीमारी का रूप ले लेती हैं. आज के युवाओं को यह बीमारी खासकर गुप्तांग के आसपास बहुत होती है क्योंकि आधुनिक पहनावा और एक जगह पर अत्यधिक समय पर बैठकर कार्य करना इसका मुख्य कारण हैं.
दाद, खाज, खुजली के कारण(Daad Khaj Khujli Ke Karan)
- नियमित रूप से न नहाना दाद, खुजली और खाद का एक बहुत बड़ा कारण हैं.
- ज्यादा तंग कपडे पहनना भी इन समस्याओं का मुख्य कारण हैं.
- शरीर में लगातार होने वाली खुजली अंतर्निहित बीमारी का लक्षण हो सकती है. इस प्रकार की खुजली पूरे शरीर को प्रभावित करती है. इनमे किडनी की विफलता, एनीमिया (खून की कमी), लिवर रोग, थायराइड की समस्याएं और कैंसर जैसे कि ल्यूकेमिया और लिम्फोमा आदि शामिल हैं.
- कई बार अन्य दूसरी बीमारियों के इलाज के दौरान ली जाने वाली एंटीबायोटिक, नारकोटिक दर्द की दवाओं के होने वाले विपरीत प्रभाव से दाद, खाज और खुजली हो जाती हैं.
- कभी-कभी गलत आहार लेने के कारण भी खुजली आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं. बाहर की तली- गली चीजों के सेवन से बचने का प्रयास करना चाहिए.
- डिहाइड्रेशन के कारण भी कई बार खुजली की समस्या हो सकती हैं.
दाद, खाज, खुजली से बचाव (Daad Khaj Khujli Se Bachav)
- अपनी त्वचा का ख्याल रखना ही इन बीमारियों को निमंत्रण देने से रोकना हैं.
- अत्यधिक गर्म पानी से नहाने बचना चाहिए. ठन्डे या गुनगुने पानी से नहाने से दाद, खाज, खुजली की समस्या दूर होती हैं और साथ ही यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता हैं.
- नहाने के बाद स्किन क्रीम और लोशन का उपयोग करे. जिससे दिनभर आपकी त्वचा पर नमी बनी रहे.
- यदि आपका अधिक समय फ़ील्ड में गुजरता हैं तो त्वचा को धुप से नुकसान से बचाने के लिए सनस्क्रीन का भी प्रयोग करे.
- नहाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले साबुन का उपयोग करना चाहिए या फिर प्राकृतिक चीजों जैसे नीम, एलोवेरा आदि से बने साबुनों का उपयोग करना चाहिए.
दाद, खाज, खुजली का उपचार व घरेलू उपाय (Daad Khaj Khujli Ka Upchar and Gharelu Upchar)
तुलसी
तुलसी एक उपयोगी जड़ी बूटी या औषधीय पौधा हैं, जो बहुत सी बीमारियों के उपचार के लिए काम आती हैं. तुलसी के पत्तो को पानी में उबाल ले और ठंडा होने पर रुई की सहायता से दाद और खुजली से प्रभावित जगह पर लगाये.
तुलसी के पत्तो को पीसकर भी इन्हें प्रभावित क्षेत्रों पर लगाया जा सकता हैं. फिर सूखने के बाद गुनगुने पानी से उस जगह को रुई या कपडे की सहायता से साफ़ करले. तुलसी का अर्क या तुलसी के रस का सेवन भी त्वचा संबंधित बीमारियां को समाप्त करने काम करता हैं.
नीम
नीम का उपयोग मुख्य रूप से दाद, खुजली और खाज की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता हैं. नीम में एंटीसेप्टिक, एंटी-बैक्टीरियल गुण प्रचुर मात्रा में होते हैं. नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर उस पानी से नहाने से त्वचा संबंधी रोग ख़त्म हो जाते है.
नीम के पत्तियों के रस का नियमित सेवन करने से रक्त का शुद्धिकरण होता हैं. जिससे आन्तरिक रूप से होने वाली खुजली, दाद और खाज की समस्याएं दूर होती हैं. नीम की छाल के लेप को प्रभावित क्षेत्रों पर लगाने से त्वचा संबंधित बीमारियों डॉ मुक्ति मिलती हैं.
पीपल
पीपल के छाल को पीसकर इसका लेप बना ले. इस लेप में देशी घी मिलाकर खुजली और दाद से प्रभावित स्थान पर लगाने से आराम मिलता हैं. पीपल की छाल को उबाल कर काढ़ा बना ले और ठंडा होने पर छानकर रख ले. इस काढ़े के नियमित सेवन से खुजली और दाद की समस्या से छुटकारा मिलता है.
आक व आकड़ा
आकडे के दूध में नारियल का तेल मिलाकर त्वचा पर लगाने से दाद और खुजली से राहत मिलती हैं. आकड़े के कुछ पत्तों को सरसों के तेल में उबाल कर जला लें. फिर इस तेल को छानकर इसमें कपूर मिला ले. नियमित रूप से इस तेल को प्रभावित स्थान पर लगाने से राहत मिलती हैं.
एलोवेरा
एलोवेरा जेल को नियमित रूप से लगाने से त्वचा रोग संबंधी बीमारीयों से राहत मिलती हैं. इस जेल को लगाकर लगभग 15 मिनिट बाद गुनगुने पानी से धोले और रुई से साफ़ कर ले. एलोवेरा के नियमित सेवन से भी ब्लड प्युरीफाई होता हैं. जिससे दाद, खाज और खुजली जैसी बीमारियों से छुटकारा मिलता हैं.
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