इक़रार किसी दिन है तो इंकार किसी दिन इक़रार किसी दिन है तो इंकार किसी दिन हो जाएगी अब आप से तकरार किसी दिन चाहा कभी सोचा कभी तस्वीर बनाई छोड़ा न तिरी याद ने बेकार किसी दिन पलकों पे सितारे लिए राहों में खड़े हैं फ़ुर्सत हो तो आ जाइए सरकार किसी दिन दुनिया में सदा चलती है चाहत की हुकूमत आ जाओ मना लेंगे हम इतवार किसी दिन आया है अकेला तुझे जाना है अकेला बस देखते रह जाएँगे सब यार किसी दिन दौलत के