संकट-ग्रस्त को उबार देगा संकट-ग्रस्त को उबार देगा अन्यायियों को सुधार देगा पड़ी जरूरत अगर देश को हर एक हाथ में कुठार देगा स्वर बुलंद कर इंकलाब का ललकार देगा ; पुकार देगा ऑंख दिखाने वालों का तो धड़ से गरदन उतार देगा राष्ट्र- विरोधी हरेक ताकतों को उन्ही के भाषा में दुत्कार देगा समझा शोषकों को उनकी भाषा दलित-शोषितों को उभार देगा गिरा के नफरत की दीवारें सारी चमन-ए-वतन को निखार देगा माँ भारती