नींबू माँगकर - चंद्रकांत देवताले
बेहद कोफ्त होती है इन दिनों
इस कॉलोनी में रहते हुए
जहाँ हर कोई एक-दूसरे को
जासूस कुत्ते की तरह सूँघता है
अपने-अपने घरों में बैठे लोग वहीं से कभी-कभार
टेलीफोन के जरिए...
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