रक़म इतनी इकट्ठी हो गई थी
मगर वो चीज़ महँगी हो गई थी
हम इतनी गर्म-जोशी से मिले थे
हमारी चाय ठंडी हो गई थी
तुम्हारे बा'द जितना रोए थे हम
तबीअ'त उतनी अच्छी हो गई थी
समझ कर हम दवाई पी गए थे
तुम्हारी...
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