हंत भूखा मानव बैठा गोबर से दाने बीन रहा है
और झपट कुत्ते के मुँह से जूठी रोटी छीन रहा है
सांस न बाहर भीतर जाती
और कलेजा मुँह को आता
हाय! नहीं यह देखा जाता
देख रहा आँखों के आगे कितने जर्जर पीड़ित...
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