चांदनी रात में भगवान विष्णु बैठे मन-ही-मन गुनगुना रहे थे-मैं विचार किया करता था कि मनुष्य सृष्टि का सबसे सुन्दर निर्माण है, किन्तु मेरा विचार भ्रामक सिध्द हुआ। कमल के उस फूल को, जो वायु के झोंकों से...
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