पत्ती को फूल, फूल को गजरा नहीं किया
ज़ालिम ने पुरे गाँव का दौरा नहीं किया
गो ख़्वाब हूँ, न कोई सितमयाफ़्ता किसान
पर इसके बाद भी कभी गुस्सा नहीं किया
क़ल्लाश होने आये थे क़ल्लाश हो गये
अच्छा नहीं...
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