तुम्हारी मेज-कुर्सी
जिस पर तुम पढते हो
मै हूँ...
मेले में काठ का घोड़ा
जिस पर तुम चढ़ते हो
मै हूँ...
गाँव में लकड़ी का पुल
जिस पर तुम चलते हो
मै हूँ...
नाव जिसमे बैठ
तुम नदी पार करते हो
मै...
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