हर एक हाथ में खंज़र दिखाई देता है
हर एक शख्स सिकंदर दिखाई देता है
शिकस्ता पा हो मगर चंद ग़म और सही
वो देखो मील का पत्थर दिखाई देता है
न कोई ग़म, न खुशी जिंदगी से वाबस्ता
जुनूं तो होश से बेहतर दिखाई...
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