जिनके ज़ुल्मों को हम सह गए
वो हमें बेवफ़ा कह गए।
ख़्वाब वो मिलके देखे हुए
आंसुओं में सभी बह गए।
तुम न आये नज़र दूर तक
राह हम देखते रह गए।
रो पड़ा गांव में जा के मैं
मेरे पुश्तैनी घर ढह गए।
जिंदगी...
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