उसको पाने का जतन भी देखिए और खोने की चुभन भी देखिए गोरा मुखड़ा है लटों में छुप गया रात से दिन का मिलन भी देखिए ज़िन्दगी भर ख़्वाहिशों के पीछे ही भागता मन का हिरन भी देखिए ऊँचे महलों की अगर तामीर की दिन ब दिन बढ़ती घुटन भी देखिए सच कहूँ मैं और अच्छा भी लगे शे'र कहने का ये फ़न भी देखिए - बलजीत सिंह बेनाम Roman usko paane ka jatan Bhi Dekhiye aur khone ki chubhan bhi dekhiye gora mukhda hai lato