दिनेश पाठक मेरे मित्र हैं हास्य कवि सर्वेश अस्थाना| वे बेहतरीन इंसान भी हैं| वे बच्चों की भलाई के लिए काम करते रहते हैं, इसलिए मुझे कुछ ज्यादा ही प्रिय है| हालाँकि, यह सम्मान एकतरफा नहीं है| वे भी मुझे लौटाते ज्यादा हैं| वे प्रति वर्ष की तरह इस इस साल भी बाल उत्सव का आयोजन कर रहे हैं| इस उत्सव में बच्चों की भांति-भांति की प्रतियोगिताएं होती हैं| उन्हें पुरस्कार दिए जाते हैं| लगभग दस दिनी
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