Get Even More Visitors To Your Blog, Upgrade To A Business Listing >>

ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदना चाहिए या नहीं, क्या क्लेम मिलने में होती है दिक्कत, जानिए हर सवाल का जवाब

ऑनलाइन माध्यम से इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से जुड़े कई मिथक हैं. ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने वालों को इन मिथकों ने आशंकित कर दिया है. हालांकि, कई हलकों की मान्यता के विपरीत ऑनलाइन माध्यम से इंश्योरेंस खरीदना आसान, सरल और सुविधाजनक है. यहां हम उन प्रमुख मिथकों के बारे में बात करेंगे जो ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से जुड़े हुए हैं.

पहला मिथक: ऑनलाइन माध्यम से इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना थकाऊ और जटिल काम है.

वास्तविकता: आज, इंश्योरेंस खरीदने की प्रक्रिया बहुत अधिक सरल हो गई है. आज के समय में इंटरनेट यूज करने वाले लोग बिना किसी परेशानी के ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदने के लिए प्रीमियम कैलकुलेटर, चैटबॉट, व्हाट्सएप सपोर्ट और कई अन्य तरह के टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं. ऑनलाइन खरीद की पूरी प्रोसेस को आसान एवं यूजर फ्रेंडली बनाया गया है और निकट भविष्य में सर्विस की गुणवत्ता और सुविधा दोनों बढ़ेगी.

दूसरा मिथक: ऑनलाइन माध्यम से इंश्योरेंस खरीदना महंगा होता है.

वास्तविकता: इंश्योरेंस का प्रीमियम मुख्य रूप से इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन सा प्रोडक्ट और ऐड-ऑन चुनते हैं. वहीं, कुछ इंश्योरेंस कंपनियां के केवल इंटरनेट और मोबाइल यूजर्स के लिए बेहद प्रतिस्पर्धी प्रीमियम के साथ कुछ खास प्लान हैं. किसी भी व्यक्ति को सबसे कम प्रीमियम पर फोकस करने के बजाय अपनी जरूरत के हिसाब से फीचर्स का आकलन करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप लंबे समय तक जिस प्रीमियम को चुका सकते हैं, उस पर आपको पर्याप्त कवरेज मिल रही है.

तीसरा मिथक: केवल कंप्यूटर का बहुत अधिक इस्तेमाल करने वाले लोग ही ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद सकते हैं.

वास्तविकता: कंप्यूटर, मोबाइल और इंटरनेट की बुनियादी जानकारी होने पर भी आप ऑनलाइन उपलब्ध इंश्योरेंस पॉलिसी विकल्पों को अपनी जरूरत के हिसाब से एक्सप्लोर कर सकते हैं. आज टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के जरिए इंश्योरेंस सर्विस उपलब्ध कराने वाली कंपनियों ने इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने की पूरी प्रोसेस को इतना आसान कर दिया है कि अगर आप अपने स्मार्टफोन से ऑनलाइन ग्रॉसरी खरीद सकते हैं तो आप ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी तो जरूर खरीद सकते हैं.

चौथा मिथक: ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी होल्डर्स को क्लेम सेटलमेंट में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

वास्तविकता: क्लेम सेटलमेंट में इस बात से फर्क नहीं पड़ता है कि पॉलिसी ऑनलाइन खरीदी गई थी या पारंपरिक तरीके से.
बिना किसी दिक्कत के क्लेम पाने के लिए इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि क्लेम रिपोर्ट करते समय विवरण में किसी तरह की अनियमितता ना हो और उपलब्ध करायी गई जानकारी सही हो.

पांचवां मिथक: कोई व्यक्तिगत सहायता उपलब्ध नहीं करायी जाती है और संभवतः आपकी गोपनीयता भंग हो सकती है.

वास्तविकता: धोखाधड़ी एवं गोपनीयता भंग होने की आशंका बहुत कम होती है क्योंकि अधिकतर पोर्टल एवं ऐप सुरक्षित कनेक्शन का इस्तेमाल करते हैं. दूसरी ओर, ये पोर्टल्स औपचारिकताएं पूरी करने के लिए आपको वॉयस एवं चैट बेस्ड सपोर्ट भी उपलब्ध कराते हैं. पॉलिसीबॉस (PolicyBoss) सहित सभी इंश्योरटेक कंपनियों की अधिकतर सेवाएं आईआरडीएआई (इंश्योरेंस रेग्युलेटरी डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया) द्वारा रेग्युलेट किया जाता है जिससे आप इस बात को लेकर आश्वस्त हो सकते हैं कि आपका ट्रांजैक्शन सेफ है.

छठा मिथक: आप एक अनुपयुक्त पॉलिसी खरीद सकते हैं और ऑफर्स एवं डिस्काउंट को गंवा सकते हैं.

वास्तविकता: ऑनलाइन इंश्योरेंस विकल्पों को एक्सप्लोर करने से आपको अपनी सुविधा और जरूरत के हिसाब से इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स का आकलन करने और सही फैसला लेने में मदद मिलती है. अगर आप पॉलिसी डिटेल्स/ उसमें शामिल चीजों को लेकर कंफर्म नहीं रहते हैं तो आपको बताते चलें कि अधिकतर वेबसाइट आज के समय में चैटबॉट/ फ्रिक्वेंटली आस्क्ड क्वेश्चन (FAQ) के जरिए आपके सवालों को सुलझाने में डिजिटल तरीके से सहायता प्रदान करते हैं. अनुपयुक्त या गलत प्लान खरीदने से बचने के लिए इस तरह के सपोर्ट ऑप्शन्स का इस्तेमाल कीजिए.

सातवां मिथक: ऑनलाइन उपलब्ध विकल्प सादा और सरल होते हैं.

वास्तविकता: ऑनलाइन मूल्यांकन के साथ सूचना, फीचर्स/ क्या शामिल है और क्या शामिल नहीं है/ कवरेज की संभावना व अन्य डिटेल्स तक पारदर्शी तरीके से एक्सेस मिल जाती है. अलग-अलग जटिलता स्तर के इंश्योरेंस प्लान ऑनलाइन उपलब्ध हैं और आप अपनी जरूरत के हिसाब से सरल या जटिल प्रोडक्ट का चुनाव कर सकते हैं.

आठवां मिथक: ऑनलाइन खरीदी गई पॉलिसीज को मैनेज करना चुनौती है.

वास्तविकता: इसके विपरीत ऑनलाइन खरीदी गई इंश्योरेंस पॉलिसी को मैनेज करना बहुत आसान है. आपका ऑनलाइन अकाउंट पासवर्ड प्रोटेक्टेड होता है और आप अपनी पॉलिसी से जुड़े हर डॉक्यूमेंट्स को सुरक्षित तरीके से एक जगह पर पा सकते हैं. आप हार्ड कॉपी में अपने सभी डॉक्यूमेंट्स को हर समय अपने साथ नहीं रख सकते हैं.

नौवां मिथक: अगर आप ऑनलाइन इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते हैं तो ऑप डॉक्यूमेंट्स को खो सकते हैं.

वास्तविकता: आपके डॉक्यूमेंट्स इंश्योरेंस कंपनी के डेटाबेस में वर्चुअल तरीके से स्टोर किए जाते हैं और इसके खोने या चोरी होने का कोई सवाल ही नहीं है. आप एक बटन क्लिक करके अपने सारे डॉक्यूमेंट्स खुद ही एक्सेस कर सकते हैं.

Credit: Economics times

The post ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदना चाहिए या नहीं, क्या क्लेम मिलने में होती है दिक्कत, जानिए हर सवाल का जवाब appeared first on DailyNewsWall.



This post first appeared on All Your News Destination, please read the originial post: here

Share the post

ऑनलाइन इंश्योरेंस खरीदना चाहिए या नहीं, क्या क्लेम मिलने में होती है दिक्कत, जानिए हर सवाल का जवाब

×

Subscribe to All Your News Destination

Get updates delivered right to your inbox!

Thank you for your subscription

×