चैतन्य भारत न्यूज
तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनी सरकार बनाने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। तालिबानी लीडरशिप मुल्ला बरादर की अगुवाई में करीब 20 साल के बाद अफगानिस्तान पहुंची है। तालिबान के शीर्ष नेताओं से कंधार में मीडिया से खास बातचीत हुई। तालिबानियों ने भरोसा दिलाया है कि नई सरकार में किसी से भी बदला नहीं लिया जाएगा।
Related Articles
तालिबान के संस्थापकों में से एक मुल्ला खैरुल्लाह खैरख्वाह ने कहा कि, हमने अफगानिस्तान में हर किसी के लिए माफी का ऐलान किया है, ऐसे में किसी को भी डरने की ज़रूरत नहीं है। तालिबान के अन्य शीर्ष नेता अब्दुल सलाम हनफी ने कहा कि हमने अफगानिस्तान के सभी लोगों को भरोसा दिलाया है कि किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा, लोगों को सुरक्षा दी जाएगी और सभी सुविधाएं दी जाएंगी।
अब्दुल सलाम हनफी ने कहा कि हम दुनियावालों से भी कहते हैं कि सभी के नागरिक सुरक्षित रहेंगे, अपनी जमीन का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ नहीं होगा। हम सभी को साथ लेकर चलेंगे।
20 साल बाद वापस आई तालिबानी लीडरशिप
आपको बता दें कि मुल्ला बरादर की अगुवाई में करीब 20 साल के बाद तालिबान की टॉप लीडरशिप वापस कंधार पहुंची है। 2001 में अमेरिकी और नाटो फोर्स ने तालिबान के इन नेताओं को अफगानिस्तान से भगा दिया था। अब करीब 20 साल के बाद अमेरिका को मात देकर तालिबान फिर यहां पर पहुंचा है।
तालिबान जल्द ही अपनी नई सरकार का फ्रेमवर्क तैयार कर लेगा। माना जा रहा है कि मुल्ला बरादर अब काबुल में ही रहेगा और यहां से ही तालिबान को लीड करेगा। तालिबान की ओर से जल्द ही दोहा में नई सरकार के गठन के लिए चर्चा की जाएगी। तालिबान ने विश्वास दिलाया है कि इस बार समाज के हर तबके को सरकार में जगह दी जाएगी, इनमें महिलाएं भी शामिल होंगी।