नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर से बदलाव की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी की जगह गौरव गोगोई को यह जिम्मेदारी सौंप सकती है। जानकारी मिली है कि संसद को लेकर रणनीति तैयार करने वाले कांग्रेस के समूह की 14 जुलाई को बैठक होगी।
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सूत्रों की माने तो कांग्रेस पार्टी ने अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा में पार्टी नेता पद से बदलने का फैसला किया है। कांग्रेस के कई नेता इस पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं। अधीर रंजन चौधरी अभी पश्चिम बंगाल से सांसद हैं और लोकसभा में विपक्ष के नेता पद भी संभाल रहे हैं।
लोकसभा में नेता पद के लिए दावेदारी में शामिल सांसदों में शशि थरूर और मनीष तिवारी शामिल हैं। गौरव गोगोई, रवनीत सिंह बिट्टू और उत्तम कुमार रेड़डी के नाम पर भी विचार किया जा रहा है।
संसद के मानसून सत्र में कांग्रेस लोकसभा में संसदीय दल का नेता बदल सकती है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नए नेता के नाम पर विचार करने के लिए बुधवार को पार्लियामेंट्री स्ट्रैटजी ग्रुप की बैठक बुलाई है। अंदरखाने खबरें यह भी हैं कि अधीर रंजन चौधरी की जगह लोकसभा में कांग्रेस अब जी-23 नेताओं में से कुछ के नामों पर विचार कर रही है। जी-23 कांग्रेस के उन असंतुष्ट नेताओं का समूह है जिन्होंने बीते साल पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर नेतृत्व में बदलावों की मांग की थी।
Congress Parliament strategy group meet to be held on July 14. Sonia Gandhi to chair the meet that'll be held virtually. Final call about change of leadership in Lok Sabha likely to be taken after it, other changes in LS team also possible, considering 'One Man One Post' formula. pic.twitter.com/26phboUbla
— ANI (@ANI) July 12, 2021
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी को उनके पद से हटाया जा सकता है। संसदीय दल के नेता के साथ पार्टी का चीफ व्हिप भी बदला जा सकता है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि नए नेता के नाम का ऐलान लोकसभा अध्यक्ष की तरफ से बुलाई गई पार्टी नेताओं की बैठक से पहले कर दिया जाएगा।
मानसून सत्र में विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस को दूसरे दलों के सहयोग की दरकार है। अधीर रंजन चौधरी का टीएमसी से छत्तीस का आंकड़ा है। विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस टीएमसी के साथ गठबंधन करना चाहती थी पर चौधरी के विरोध के चलते गठबंधन नहीं हो सका था।
मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस पार्टी 'वन मैन वन पोस्ट' फॉर्मूले पर काम कर रही है। इसी के कारण पार्टी लोकसभा में अपने नेतृत्व को बदल सकती है। हालांकि, सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि कांग्रेस पार्टी अधीर रंजन चौधरी के लोकसभा में काम से खुश नहीं है। उनसे लोकसभा में कांग्रेस के नेता का पद वापस लिए जाने का एक बड़ा कारण यह भी हो सकता है।
बता दें कि अधीर रंजन चौधरी कांग्रेस की पश्चिम बंगाल ईकाई के अध्यक्ष भी हैं। वहीं, गौरव गोगोई अभी लोकसभा में पार्टी के उप नेता हैं। लेकिन, अगर गौरव गोगोई को लोकसभा में कांग्रेस का नेता बनाया जाता है तो यह उनके लिए प्रमोशन जैसा होगा।