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लीवर (Liver) खराब होने के शुरुआती लक्षण क्या हैं?

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आइये जानते हैं लीवर (Liver) खराब की पहचान कैसे करे। हमारे शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि और सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है लीवर यानि यकृत। जो भोजन को पचाने में अहम भूमिका निभाता है। साथ ही शरीर के विकास के लिए ग्लूकोज, प्रोटीन और पित्त जैसे आवश्यक पदार्थों का निर्माण भी करता है। लेकिन अगर लीवर खराब हो और लीवर सही ढंग से कार्य नहीं करे तो शरीर को काफी तकलीफ उठानी पड़ सकती है।

फैटी लिवर क्या है? (Liver ka Mota Hona kya hai?)

बता दें लीवर भोजन को पचाने में मदद करता है और शरीर को ऊर्जा देता है। किसी भी व्यक्ति के लिवर में वसा की मात्रा सामान्य से अधिक होने की स्थिति को फैटी लिवर कहा जाता है।

लिवर खराब होने के लक्षण और उपाय (Liver kharab hone ke lakshan kya hai?)

(liver infection symptoms and treatment) –

लिवर शरीर का सबसे महत्‍वपूर्ण और बड़ा अंग होता है। लीवर हमारे शरीर से विषैले पदार्थों ‌‌‌‌को बाहर निकालने में मदद करता है। शरीर के लिए जरूरी प्रोटीन लिवर ही बनाता है। पाचन के लिए बहुत उपयोगी है। हमें जिगर (Liver) का पूरा ध्यान रखना चाहिए। लिवर की बीमारी ज्‍यादातर उन्‍हीं को होती है जो मोटे होते हैं या फिर शराब का सेवन अधिक करते हैं। जब लीवर खराब होना शुरू होता है तो शुरुआती शारीरिक लक्षणों से पहचाना जा सकता है जो इस प्रकार हैं:-

लिवर खराब होने के लक्षण, लीवर खराब की पहचान कैसे करे ( Liver Mota Hone par Kya kare?)

(early symptoms of liver disease) ?

1. हर समय शारीरिक कमजोरी महसूस होती है। अगर बहुत ज़्यादा थकान महसूस होने लगे, चक्कर आने लगे और मांसपेशियों में कमज़ोरी महसूस हो तो ये लीवर के पूरी तरह खराब होने के संकेत हैं।

2. वज़न कम होना शुरू हो जाता है। बिना प्रयास किये तेज़ी से वजन कम होता जाना अच्छा संकेत नहीं होता है। अगर लीवर खराब हो चुका हो तो भूख कम लगने लगती है। जिसकी वजह से वजन कम होता जाता है।

3. नींद कम आती है जिससे शारीरिक थकावट बनी रहती है। लिवर अगर खराब होने लगता है तो रोगी को नींद आना कम होजी है। हो दिनभर थका हुआ दिखाई देता है और सुस्‍त नजर आता है।

4. एसिडिटी और अपच जैसी पाचन सम्बन्धी समस्याओं का प्रभाव भी लीवर पर पड़ सकता है। जिससे लीवर डैमेज हो सकता है। जिसके संकेत के रूप में जी मिचलाना और उल्टी आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। पेट में गैस एसिडिटी बनने लगती है, जिससे सीने में जलन होने लगती है।

5. लिवर की खराबी की वजह से रोगी को बुखार आता है और उसके मुंह का स्‍वाद बिगड़ जाता है। यही नहीं उसके मुंह से बदबू भी आने लगती है।
6. कुछ लोगों को लिवर में सूजन आ जाती है, जिससे पेट का आकार बढ़ जाता है। ऐसे में इसे मोटापा समझने की गलती करना आपको परेशानी में डाल सकता है। यदि आपके पेट के निचले हिस्‍से में सूजन आती हुई दिखाई दे रही है तो यह लिवर में खराबी होने का संकेत हो सकता है। यह सूजन लिवर के लगातार काम बढ़ जाने की वजह से होता है। इस कंडीशन को कभी अनदेखा ना करें और तुरंत डॉक्‍टर को दिखाएं।
7. भूख कम लगने लगती है। इस दौरान रोगी को भूख नहीं लगती और उसके पेट में गैस और एसिडिटी की समस्‍या बनने लगती है। यही नहीं इससे उसके सीने में जलन और भारीपन की भी शिकायत बढ़ जाती है।
8. आंखों के आसपास काले घेरे हो जाते हैं। त्वचा का रूखा होना और आंखों के आसपास काले घेरे हो जाना कभी-कभी लिवर की खराबी का नतीजा भी होता है। लिवर कमजोर होने की स्थिति में त्वचा क्षतिग्रस्त, बेजान हो जाती है और बालों से जुड़ी समस्याएं भी होती हैं।

9. नाखुन और पेशाब का रंग पीला हो जाता है। पेशाब का रंग भी पीला हो जाता है। यह बाइल जूस के अत्‍यधिक प्रोडक्‍शन की वजह से होता है।

10. मानसिक भ्रम की स्थिति पैदा हो जाती है।
11. आंखों में पीलापन आना लिवर खराब होने के लक्षण में सबसे पहले आंखों, त्‍वचा और नाखूनों का रंग पीला पड़ने लगता है।
12. मल में खून आने लगता है और मल का रंग काले रंग का हो जाता है।

लिवर खराब होने के उपाय, खराब लिवर कैसे ठीक करे (Liver ke liye Gharelu Upachar) –

लिवर खराब होने पर क्या नहीं खाना चाहिए (Foods to Avoid Fatty Liver in Hindi) –

फैटी फूड –
अधिक सैच्युरेटेड फैट वाला फूड ज्यादा खाने से आपका लिवर अपना काम अच्छे तरीके से नहीं कर पाता है। इसे खाने से सूजन हो सकती है, जो आपके लिवर के लिए घातक हो सकती है।

सोडा और कोल्ड ड्रिंक –
कोल्ड ड्रिंक और सोडा में शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इससे आपका वजन तो बढ़ता ही है साथ ही ये लिवर के लिए भी बहुत खतरनाक होते हैं। लंबे समय तक सोडा और कोल्ड ड्रिंक के सेवन से लिवर डैमेज होने का खतरा होता है। कोल्ड ड्रिंक की आदत लिवर के लिए घातक हो सकती है।

हेपेटाइटिस
हेपेटाइटिस के कारण लिवर प्रभावित होता है और इसमे सूजन आ जाती है। एल्‍कोहल, गंदे पानी और ऑटोइम्‍यून डिजीज के कारण हेपेटाइटिस का खतरा होता है। अगर सही समय पर हेपेटाइटिस का इलाज न कराया जाए, तो ये गंभीर रूप धरण कर फाइब्रोसिस अथवा लिवर कैंसर तक का रूप ले सकती है।

नींद की कमी –
जानकारी के अभाव में हम अपने लीवर को नुकसान पहुंचा लेते हैं। जर्नल ऑफ एनॉटमी में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक नींद की कमी से लीवर पर अधिक दबाव पड़ता है।

सिगरेट –
सिगरेट की आदत एक ऐसी जानवेला आदत है जो आपके शरीर को हर तरह से नुकसान ही पहुंचाती है। सिगरेट के धुए में पाए जाने वाले जहरीले केमिकल्स अंत में आपके लीवर तक पहुंचते हैं और लीवर सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं।

शराब (एल्कोहल) –
शराब लीवर के लिए धीमा ज़हर होता है। अक्सर लंबे वक्त तक अधिक मात्रा में शराब पीने वाले लोगों का लीवर फेल हो जाता है।

बाहर का खाना –
बाहर का खाना खाना बंद कर दें। तले हुए भोजन का सेवन लिवर की समस्या को अधिक बढ़ा सकता है।

रेड मीट–
रेड मीट में वसा की मात्रा अधिक होती है, जो फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे रोगी के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।

पास्ता–
पास्ता कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है, जो फैटी लिवर से संबंधित जोखिमों को बढ़ाने का काम कर सकता है। इसलिए, फैटी लिवर से ग्रसित लोगों को इसके उपयोग से बचना चाहिए।

चावल–

चावल का उपयोग भी फैटी लिवर वालों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। कारण यह है कि चावल को भी कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत माना जाता है।

व्हाइट ब्रेड–

व्हाइट ब्रेड में कार्बोहाइड्रेट की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसके कारण शरीर में ग्लूकोज का लेवल बढ़ता है, जो शुगर और मोटापे की समस्या का प्रमुख कारण बनता है।

नमक–

नमक का उपयोग कम से कम मात्रा में करना चाहिए। कारण नमक का अधिक उपयोग हाई बीपी व कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा का कारण बनती है।

एडेड शुगर–
उन सभी चीजों के सेवन से दूरी बना लेनी चाहिए, जिसमें एडेड शुगर पाया जाता है। कारण यह है कि ऐसे भोजन का उपयोग शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ाकर मोटापे की समस्या को बढ़ावा देता है।

लिवर को हेल्दी बनाए रखना है तो ये चीजें खाएं, लिवर खराब होने पर क्या खाना चाहिए (Liver me problem hone par Upaay aur kya khana chahiye)

(फैटी लिवर डाइट -Fatty Liver Diet – liver disease diet) –

ओटमील (दलिया) –
फाइबर वाला फूड लिवर को सबसे ज्यादा लाभदायक होता है। ओटमील फाइबर से भरपूर होता है। शोध में सामने आया है कि ओटमील वजन घटाने और पेट के आसपास जमा चर्बी को कम करने में मददगार होता है, जो कि लिवर की बीमारी से दूर रखता है।

ब्रॉकली –
ब्रॉकली लिवर को स्वस्थ रख सकती है। कुछ अध्ययनों में कहा गया कि ब्रॉकली गैर ऐल्कॉहॉल वसा यकृत रोगों से सुरक्षित रख सकती है।

कॉफी-
दिन में दो या तीन दिन कप कॉफी पीने से लिवर अत्यधिक शराब और अस्वस्थकर भोजन से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति करता है। कॉफी पीने से लिवर कैंसर होने का खतरा भी कम होता है।

ग्रीन टी –
ग्रीन टी कैटेचिन ऐंटिऑक्सिडेंट से भरपूर होती है। यह लिवर सहित कैंसर के विभिन्न रूपों से सुरक्षा प्रदान करती है।

सादा पानी –
पानी भी लिवर को स्वस्थ रखता है। सोडा और स्पोर्ट ड्रिंक जैसे स्वीट ड्रिंक या कोल्ड ड्रिंक पीने के बजाए सादा पानी पीने की आदत डालनी चाहिए।

खाना –
खाने में ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सब्जी और सल्ड का सेवन करें ।

जूस –
लोकी और धनिये को काट कर उसका जूस निकाल लें उसमें हल्दी, अदरक नींबू कलनमक, लहसुन और गिलोय का जूस मिला कर रोज एक ग्लास इस जूस का सेवन करें यह आपके लिवर को स्ट्रॉंग करने का काम करेगा ।

किशमिश –
2 ग्लास पानी को उबले उसको नीचे उतार कर उसमें 10-15 किशमिश भिगो दें । सुबह में वो किशमिश का सेवन करें और उस पानी को भी पी लें यह आपके लिवर को साफ करने में मदद करेगा । 4 दिन में ही यह नुस्खा आपके लिवर की सारी गंदगी को साफ कर देगा ।

फिश ऑयल –
फिश ऑयल में एन-3 पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है, जो फैटी लिवर की समस्या से निजात दिलाने में काफी मददगार साबित हो सकता है

अखरोट –
अखरोट में ओमेगा-3, ओमेगा-6 और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। साथ ही इसमें कैलोरी काफी कम मात्रा में पाई जाती है।

जैतून का तेल -.
खाने में इस्तेमाल किए जाने वाले अन्य तेल के मुकाबले जैतून के तेल में काफी कम कैलोरी पाई जाती है।

सूरजमुखी के बीज -.
सूरजमुखी के बीज में प्रचुर मात्रा में कॉपर पाया जाता है। कॉपर का नियमित उपयोग फैटी लिवर से होने वाले जोखिम सिरोसिस (लिवर कोशिकाओं का बड़े पैमाने पर खराब होना) और हेपैटोसेलुलर कार्सिनोमा (लिवर कैंसर) को काफी हद तक कम करने में कारगर साबित हो सकता है

लिवर के लिए कुछ और डायट टिप्स – Other Tips for Liver Diet in Hindi

  • नियमित और संतुलित आहार का सेवन करें।
  • हाई कैलोरी युक्त भोजन से परहेज करें।
  • आलू, चावल और सफेद ब्रेड का इस्तेमाल कम करें।
  • शुगर का उपयोग बिल्कुल न करें और मीठी चीजों के सेवन से भी परहेज करें।
    एल्कोहल का उपयोग न करें।

इसलिए दोस्तों इन शुरुआती लक्षणों का पूरा ध्यान रखें ताकि लिवर को खराब होने से बचाया जा सके। उम्मीद है लीवर खराब की पहचान कैसे करे कि ये जानकारी आपको पसंद आयी होगी।

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