कलौंजी क्या है इन हिंदी?
कलौंजी एक झाड़ीय पौधा है जो सबसे महत्वपूर्ण चिकित्सक हर्ब है जिसका उपयोग शरीर की बीमारी को ठीक करने के लिए किया जाता है इसके प्रयोग से कई गंभीर बीमारी को कुछ हद तक बढने से रोका जा सकता है ए भारत के साथ कई देशो में भी पाई जाती है यह दक्षिण पश्चिम एशियाई ,और अफ्रीकाई देशो में भी पाया जाता है यह वार्षिक पौधा है जो झाड़ियो के आकार का दिखाई देता है इसकी लम्बाई 30 से.मी. होती है इसकी पत्तिया पतली और अलग अलग होती है.
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कलौंजी की खेती –
कलौंजी ठण्डे जलवायु की फसल है। भारत में इसे मुख्यतः उत्तरी भारत मे सर्दी के मौसम में उगाया जाता है। इसकी बुवाई के समय हल्की ठंडी तथा पकने के समय हल्की गरम जलवायु की जरुरत होती है। कलौंजी को जीवांश या उपजाऊ युक्त जल निकास वाली सभी प्रकार की मिटटी में उगाया जा सकता है।
कलौंजी किसका बीज है?
इसका फल गोल आकार का दिखाई देता है इसी फल के अन्दर तिल के सामान दिखने वाले बीज जो काले रंग के होते है उसे ही कलौंजी कहते है जो मसालों और आयुर्वेदिक दवाओ में उपयोग की जाती है
Kalonji के बीज बहुत महत्वपूर्ण होते है शरीर को रोगों से दूर रखने के लिए इसका सेवन जरुर करना चाहिए यूनानी चिकित्सक कलौंजी का इस्तेमाल सिरदर्द, जुखाम पेट की समस्याओ को ठीक करने में करते थे कलौंजी को कुछ लोग बाहर से लाया पौधा बताते है कुछ वैज्ञानिक मानते है की कलौंजी को पहली बार मिस्त्र में देखा गया था बोला जाता है इसका इस्तेमाल वो लोग मम्मी के पुतलो पर लेप में करते थे आयुर्वेद में भी इसके बारे में लिखा हुआ है इसे सौन्दर्य के सामान में भी उपयोग किया जाता है हर प्रकार से ये लाभदायक है इसका स्वाद तीखा और हल्का कडवा व गंध तेज तीक्ष्ण होती है फिर भी इसका उपयोग खाने के व्यंजनों में किया जाता है
कलौंजी का देसी नाम क्या है?
Kalonji | Black Cumin – Nigella Seeds. कलौंजी (Kalonji) को कई नामों से जाना जाता है अंग्रेजी में स्माल फनेल, कालाजाजी, हिन्दी में कलौंजी, मंगरैला (Mangraila), बंगाली में मुगरेला, गुजराती में कलौंजी, इसे ब्लैक आॉनियन सीड्स (Black Onion Seeds) या nigella seeds भी कहा जाता है, इसे कई नामो से भी जाना जाता है इसे अंग्रेजी में nigella कहते है इसका वानस्पतिक नाम निजेला सेटाईवा है इसके बीज काले रंग के साथ साथ हलके खुरदुरे होते है
क्या प्याज का बीज ही कलौंजी है?
नहीं , प्याज का बीज Kalonji नहीं है। कलौंजी भारतीय किचन का एक अहम मसाला है, जिसे प्याज के बीज के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि इसका प्याज से सीधा कोई संबंध नहीं है।
कलौंजी की तासीर क्या है?
कलौंजी की तासीर गर्म होती है, इसे किसी वैध के परामर्श के बाद ही उचित मात्रा में ले।
कलौंजी और काला जीरा में क्या अंतर है?
औषधीय गुणों से भरपूर Kalonji का इस्तेमाल पुराने समय से ही कई बीमारियों के इलाज के तौर पर किया जा रहा है। इसे काला जीरा भी कहा जाता है। कलौंजी में आयरन, कैल्शियम, सोडियम, पोटैशियम और फाइबर पाए जाते हैं
कलौंजी से क्या फायदा है?
कलौंजी के उपयोग :-
Kalonji का सेवन हर बीमारी में उचित मात्रा में लेने से लाभदायक है
कलौंजी के पाउडर को हल्दी नीम और कच्चे पपीते के पेस्ट में मिलाकर चहरे पर लगाने से मुहासों की समस्या से राहत पहुचती है, कलौंजी के फायदे और नुकसान भी है, जिन्हे हम निम्नानुसार जानेगे।
कलौंजी का तेल कैसे इस्तेमाल करें?
- कलौंजी को बालों में कैसे लगाएं? इसके लिए कलौंजी के तेल को आलिव आयल और मेहंदी पाउडर को मिलाकर हल्का गर्म करे फिर ठंडा हो जाने पर इसका इस्तेमाल सप्ताह में दो बार करे इससे गंजेपन की समस्या से राहत मिलती है
- कलौंजी की राख को तेल में मिलाकर लगाने से भी बालो की समस्या से राहत मिलती है
- बालो में पहले 15 मिनट तक नीबू से मसाज करे फिर उसे धो ले थोड़ी देर बाद कलौंजी के तेल से मालिश करे इससे बालो का झड़ना रुक जाता है
- Kalonji के तेल को गाजर के रस में इस्तेमाल करने से आँखों की समस्या हल हो जाती है
- ग्रीन टी में Kalonji के तेल की कुछ बुन्दे मिला ले या उसके 4-5 बीज को चाय में डाल कर पिने से सरदर्द में आराम मिलता है
- कलौंजी के तेल को दही और नीम्बू के रस में मिलाकर अपने चेहरे पर लगाने से त्वचा साफ होती है और दाग धब्बे हट जाते है
- सरसों का तेल और Kalonji के तेल को हल्दी में मिलाकर जोड़ो के दर्द पर लगाने से दर्द में बहुत जल्दी आराम मिल जाता है
कलौंजी का सेवन कैसे करें?
कलौंजी खाने का सही तरीका –
- जुखाम ,बुखार में कलौंजी के तेल या पाउडर को दालचीनी और शहद में मिला कर चाटने से आराम मिलता है
- कलौंजी से मोटापा कैसे कम करें? इसके लिए आप हलके गर्म पानी में कलौंजी की बुँदे या थोडा पाउडर मिला ले और नीम्बू ,या करेले के जूस के साथ लेने से वजन घटता है
- आधा चम्मच कलौंजी का इस्तेमाल खाने के आधा घंटा पहले करने से ग्लूकोज की बढती मात्रा को कम किया जा सकता है
- कलौंजी का चूर्ण बना ले और थोड़ी अजवाईन और जीरा साथ में मिलाकर लेने से पेट बदहजमी ,गैस की समस्या ख़त्म हो जाती है
- हल्के गर्म पानी में कलोंजी की कुछ बुँदे और पुदीना मिलाकर पिने से याददास्त तेज होती है
- कलौंजी के तेल की बुँदो को शहद में मिलाकर लेने से पथरी के दर्द में राहत मिल जाती है
कलौंजी के नुकसान :-
कलोंजी के इतने सारे फायदे है तो कुछ हानि भी है, कलौंजी का इस्तेमाल ब्लड प्रेशर वाले को डाक्टर की सलाह से करना चाहिए क्युकी ये गर्म होती है जिसके कारण इसका इस्तेमाल कम मात्रा में और आयुर्वेदिक डाक्टर की सलाह से ही करना चाहिए नहीं तो सरदर्द बुखार और रक्तचाप जैसी समस्या हो सकती है
कलौंजी का मूल्य –
कलौंजी का मूल्य आप ऑनलाइन चेक कर सकते है, और खरीद भी सकते है।
यह ऑनलाइन भी मिलता है। -
कलौंजी का मूल्य एवं अन्य ऑफर यहाँ से चेक कर सकते है।
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