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आखिर मरते वक्त क्या सोचता है सुसाइड करने वाला इंसान



आजकल सुसाइड करना लोगों के लिए आम बात हो गयी है। छोटे-छोटे बच्चे भी सुसाइड जैसे बड़े कदम उठा रहे है। अभी कुछ दिनों पहले ही दो सहेलियों ने सेल्फी लेने के बाद अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी। ऐसे ही ना जाने कितने मामले रोज प्रकाश में आते है।



मन में ये गलतफहमियां रखता है सुसाइड करने वाला इंसान:

# मैं सबसे ज्यादा दुखी: कई लोगों को ऐसा लगता है कि उनका दुःख दुनिया में सबसे बड़ा दुःख है और फिर उन्हें ऐसा लगने लगता है कि मौत ही इस दुःख का निवारण है कर वह अपनी जिंदगी ख़त्म कर लेते है।

# फेमस होना है: कई लोग फेमस होने भर के लिए मौत को गले लगा लेते है। सेल्फी ले या वीडियो बना सुसाइड को अंजाम देना चलन में आ गया है।


# आसान रास्ता: आमतौर पर सभी सोचते है कि किसी भी परेशानी से निजाद पाने का सबसे आसान और सीधा रास्ता है सुसाइड हो सकता है। ये रास्ता देखने में ही सबसे आसान लगता है लेकिन एक बार अपने चारों तरफ नजर घुमा के देखने की जरुरत होती है।

# आखरी रास्ता: कई बार हमें देखने को मिलता है कि एक शख्श बार-बार अपनी जान देने की कोशिश करता है। ऐसे लोग सोचते है कि, सुसाइड के अलावा दूसरा कोई रास्ता है ही नहीं और मौत को गले लगाना ही हर समस्या का समाधान है।

# स्वर्ग की प्राप्ति: आखिर मरने के बाद इंसान दो ही जगहों पर जाता है स्वर्ग या फिर नर्क। स्वर्ग जाने के लालच में भी कई लोग अपनी जान देने से पीछे नहीं हटते है। 


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