भगवान भोलेनाथ द्वारा महर्षि दधिचि पुत्र पिप्लाद को सीख : महर्षि दधिचि (Dadhichi) ने देवताओं की रक्षा के उद्देश्य ने अपना शरीर बलिदान कर दिया था। उनकी हड्डियों को लेकर विश्वकर्मा ने वज्र बनाया जिसकी सहायता से इंद्र ने अजेय वृत्रासुर को मारा और स्वर्ग पर पुनः अपना अधिकार प्राप्त किया। दधिचि (Dadhichi) के पुत्र का नाम पिप्लाद था। वे […]
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