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Collection Dardbhari Shayri Hindi 2017 - Sad Dard Shayari

Dardbhari Shayri Hindi

Collection Dardbhari Shayri Hindi 2017 - Sad Dard Shayari


आखिर क्यों मुझे तुम इतना दर्द देते हो
जब भी मन में आये क्यों रुला देते हो
निगाहें बेरुखी हैं और तीखे हैं लफ्ज़
ये कैसी मोहब्बत हैं जो तुम मुझसे करते हो 


मेरे बहते आंसुओ की कोई कदर नहीं
क्यों इस तरह नजरो से गिरा देते हो
क्या यही मौसम पसंद है तुम्हे जो,
सर्द रातो में आंसुओ की बारिश करवा देते हो 


तीर दर्द का सा लगता है सीने में मेरे
जब कांपता देख भी तुम मुस्कुरा देते हो
लोग तो मुर्दे को भी सीने से लगा कर प्यार करते हैं
फिर क्यों मेरे करीब आकर तुम हर बार ज़ख्म नया देते हो 


आखिर क्यों मुझे तुम इतना दर्द देते हो
जब भी मन में आये क्यों रुला देते हो


ज़िन्दगी के उलझे सवालो के जवाब ढूंढता हु
कर सके जो दर्द कम, वोह नशा ढूंढता हु
वक़्त से मजबूर, हालात से लाचार हु मैं
जो देदे जीने का बहाना ऐसी राह ढूंढता हु



Dardbhari shayri in hindi

ज़हर को दूध समझ कर कैसे पिया जाये
दिल हो अगर ज़ख़्मी तो उसे कैसे सिया जाये

जब खुद पर ही यकीन नहीं रहा मुझे
तो तुझ पर यकीन अब कैसे किया जाये

ज़िन्दगी है मेरी बदहाल न जाने कब से
बदहाल हुई ज़िदंगी को अब कैसे जिया जाये




Zehar ko dudh samajh kar kaise piya jaye
Dil ho agar zakhmi to usko kaise siya jaye

Jab khud par hi yakeen nahi raha mujhe
Toh tujh par yakeen ab kaise kiya jaaye

Zindagi hai meri badhaal na jane kabse
Badhaal hui zindagi ko ab kaise jiya jaye


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