ये वही कांग्रेस है जो हिदुओं को कांग्रेस बता रही थी लेकिन ये कांग्रेस इस्लामिक आतंक नहीं मानती…
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप (Donald trump) के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की ऐतिहासिक मुलाकात पर पूरी दुनिया की नज़र थी. ये मुलाकात भारत की इस साल की सबसे बड़ी मुलाकात है, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप (Melania Trump) के साथ व्हाइट हाउस के दरवाजे पर नरेंद्र मोदी का इंतजार करते दिखे थे.
Related Articles
image Credit
बता दें कि ट्रंप ने भारत को अमेरिका का सच्चा दोस्त बताते हुए दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री के स्वागत को अपनी खुशकिस्मती बताया है. दरअसल बैठक में दोनों राष्ट्रध्यक्षों के बीच आतंकवाद समेत विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई थी. लेकिन लगता है कि ट्रंप और मोदी (Trump-Modi) का संयुक्त बयान कांग्रेस और वामपंथियों को रास नहीं आया है. इन दोनों का कहना है कि अमेरिका भारत (India)को अपने मोहरे की तरह से इस्तेमाल कर रहा है.
इनका कहना है कि अमेरिका आतंकवाद (Terrorism)और कट्टरपंथ (Radicalism) को एक मानता है जबकि भारत के लिए उसकी इस परिकल्पना पर अमल करना मुश्किल है, क्योंकि यहां आतंकवाद पाकिस्तान (Pakistan) से प्रायोजित हो रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी का कहना है कि, “कट्टरपंथ और आतंकवाद को लेकर अमेरिका की अपनी थ्यौरी है, लेकिन भारत के हालात से यह मेल नहीं खाती है”.
Image Credit
मनीष ने कहा है कि दोनों के संयुक्त घोषणा पत्र में नया कुछ भी नहीं है. इतना ही नही, वामपंथी नेता डी राजा ने कहा, “भारत को अमेरिका इस्तेमाल कर रहा है और ट्रंप प्रशासन ने भारत को बगैर कुछ दिए अपने रणनीतिक मतलब हल किए हैं”. दोनों की मुलाकात से भारत को कोई फायदा नहीं होने वाला.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये वही कांग्रेस है जिसने हिन्दओं को आतंकवादी बताया था. राहुल गांधी (Rahul Gandhi), पी चिदंबरम और सुशिल शिंदे ने हिन्दुओ को आतंकवादी घोषित करने की हर मुमकिन कोशिश की थी. जबकि ये कटरपंथ आतंकवाद के खिलाफ बोलने पर ट्रम्प के खिलाफ भड़क उठे है.
The post ट्रम्प ने कहा “इस्लामी आतंक ख़त्म करेंगे”, कांग्रेस ने डोनाल्ड ट्रम्प का किया विरोध !! appeared first on Hindutva.
This post first appeared on Pursuing The Sublime Ganges – From Heaven To Ear, please read the originial post: here