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Moral Stories in Hindi for Class 8, 9 | Short Story

Moral Stories in Hindi for Class 6, 8, 9

Moral stories in Hindi for Class 6 – 1 परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हो

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Moral stories in Hindi for Class 9: एक गाँव में भोला नाम का एक लड़का रहता था, भोला के घर की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि अगर वो एक दिन काम नही करता तो घर वालो को भूखे पेट ही सोना पड़ता, लेकिन भोला ने कभी भी अपने घर वालो को भूखा नही सोने दिया।

कुछ समय बाद भोला की शादी हो गयी और उसके कुछ दिन बाद दो बच्चे भी हो गये, अब भोला की परेशानी और भी बढ़ गयी क्यूँकि अब उसे घर वालो के खर्चे के साथ बच्चों के स्कूल का फीस, किताबें जैसे अन्य चीजों का भी व्यवस्था करना पड़ता था। उसकी life में एक परेशानी खत्म नहीं होती कि दूसरी आ जाती।

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Moral Stories in Hindi for Class 8, 9 | Short Story

इन सबसे परेशान होकर भोला गाँव में आये हुए एक साधू महात्मा के पास गया और अपनी सारी परेशानियाँ उनको विस्तार से बतायी कि महराज मेरी life बहुत परेशानियों से गुजर रही है, एक खत्म नही होती कि दूसरी आ जाती है।

साधू महराज भोला की बात सुनकर मुस्कराये और उसको गाँव के किनारे एक नदी के पास लेकर चले गये।

नदी के पास पहुँचकर साधू महात्मा ने कहा कि भोला तुम्हारे सवालों का जवाब मैं नदी के उस पार जाकर दूँगा।

भोला ने कहा ठीक है।

साधू महाराज नदी के किनारे जाकर खड़े हो गये, काफी समय बीत गया लेकिन साधू महात्मा नदी के किनारे से हिले नहीं और न ही कुछ बोले।

अन्त में परेशान होकर भोला साधू महराज से पूछ बैठा कि आप नदी के उस पार जाने को बोल रहे थे परन्तु आप काफी देर से एक ही जगह पर खड़े हैं। आप नदी के उस पार क्यूँ नही जा रहे हो।

महात्मा ने जवाब दिया कि नदी को सूखने दो फिर मैं जाता हूँ।

ये सुनकर भोला का सर चकरा गया और बोला महराज ये नदी तो कभी भी सूखने वाली नहीं है आपको उस पार जाने के लिये नदी में से होकर ही जाना पड़ेगा।

साधू महराज बोले यही तो मैं तुम्हें समझाना चाहता हूँ कि परेशानियाँ हमारी life में इस नदी के तरह ही हैं अगर हमें अपनी life में आगे बढ़ना है तो इन परेशानियो से होकर ही गुजरना पड़ेगा।

इसीलिये life में हर समस्या का सामना हिम्मत और समझदारी से करो और life मे आगे बढ़ते रहो और अगर आप सोचते हो कि आपकी life में कोई परेशानी न हो, तो ये संभव नहीं है क्यूँकि ये हमारी life का एक हिस्सा हैं जो हमें life में आगे बढ़ने ने के लिये मजबूत बनाती हैं।

Moral stories in Hindi for Class 8 – 2 अगर ये देखना सीख गये तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता

Moral stories in Hindi for Class 9: एक शहर में एक बहुत पुराना स्कूल था जिसमें आस पास के सभी मध्यम वर्ग के बच्चे पढ़ने के लिये आते थे।

उस स्कूल में एक नये प्रोफेसर पढ़ाने के लिये आये हुए थे, प्रोफेसर को आये हुए कुछ हफ्ते हो गये थे। क्लास के सभी बच्चे प्रोफेसर को बहुत पसंद करते थे दूसरे प्रोफेसरों के तुलना मे क्योँकि वो अच्छा पढ़ाने के साथ-साथ में बच्चों का मनोरंजन भी करते थे रोज नयी-नयी कहानियाँ अथवा खेल के साथ।

एक दिन प्रोफेसर क्लास में आये और सभी बच्चों से कहा कि मैं कल आप लोगों का एक टेस्ट लूंगा, तो सब अच्छे से तैयारी करके आना।

सबने कहा ठीक है।

दूसरे दिन सभी बच्चे पूरी तैयारी के साथ स्कूल पहुँचे और क्लास में जाके बैठकर प्रोफेसर के आने का इंतेजार करने लगे।

स्कूल की घंटी जैसे बजी, प्रोफेसर क्लास में आये और सभी बच्चों को answer sheet (जिसमें उत्तर लिखा जाता है) दे दिया और कहा कि अभी जो मैं Question Paper दूंगा उनके answers आपको इसी एक कागज में लिखकर पूरा करना है।

सबने हाँ कहकर जवाब दिया।

थोड़ी देर बाद प्रोफेसर ने question paper भी दे दिया जिसमें केवल एक छोटा सा black dot (.) था, पेपर देने के बाद प्रोफेसर ने कहा कि अब आप सब लिखना शुरू कर सकते हो।

सारे बच्चे थोड़ी देर के लिये तो सोच में पड़ गये उस black dot को देखकर लेकिन फिर भी उन्होंने कुछ न कुछ उस black dot के बारे में लिखा, किसी ने उस black dot के कि जगह के बारे में लिखा तो किसी ने black color के बारे में लिखा।

और लिखने के बाद सबने अपने-अपने answer sheet प्रोफेसर को दे दिये।

प्रोफेसर ने उन सब के जवाब को उन सभी बच्चों के सामने जोर-जोर से पढके सुनायी, और वो सब इंतेजार कर रहे थे ये सुनने के लिये कि किसका जवाब सही था, लेकिन प्रोफेसर ने सही-गलत के बारे बात तक नहीं की।

सबका जवाब पढ़ने के बाद प्रोफेसर ने कहा कि ये exam आपको सही गलत साबित करने, य नंबर देने के लिये नहीं था बल्कि एक बहुत जरूरी सीख देने के लिये था।

और वो सीख ये है कि आप सबने अपने अपने answer sheet में कुछ न कुछ उस छोटे से black dot के बारे में लिखा लेकिन उतने बड़े सफेद जगह के बारे में किसी ने कुछ भी नहीं लिखा।

इसी तरह लोगों में चाहे हजारों अच्छायियाँ क्यों न हो लेकिन हम उनकी बुराइयों को पहले देखते हैं और यही बात हम पर भी apply होती है कि हमारे अंदर strength तो बहुत सारी हैं लेकिन हम केवल अपनी weaknesses के बारे में ही सोच कर रोते रहते हैं।

सीख:

Moral stories in Hindi for Class 9: हम सब के अंदर बुराईयाँ और अच्छाइयां दोनो होती है, किसी के अंदर कुछ अच्छाई है तो उसी के अंदर कुछ बुराई भी है तो किसी को बहुत जल्दी से judge मत कर लिया करो।

और लोगों की और अपनी बुराइयों पर ज्यादा ध्यान न देकर अच्छाइयों पर ध्यान दें।

Moral stories in Hindi for Class 6, 8, 9  – 3 खुदकी जिम्मेदारी लेना सीखिये नहीं तो आपके साथ भी यही होगा

Moral Stories in Hindi for class 9 – एक रात को 4 college student late night पार्टी करने के लिये गये, ये जानते हुए भी कि कल उन सबका क्लास टेस्ट है।

पार्टी खत्म होने के बाद चारों आपस में कल के टेस्ट के बारे में discussion करने लगे कि कल सर को क्या बहाना देंगे, discussion करने के बाद सब अपने-अपने घर चले गये और अगले दिन एक बहाने के साथ चारो professor के office में प्रवेश किये।

Professor से उन सबने कहा कि Sir “कल रात को हम सब एक दोस्त की wedding में गये हुए थे, लेकिन वहाँ से लौटते समय रास्ते में हमारी गाड़ी का टायर पंक्चर हो गया जिसकी वजह से हमें गाड़ी को धक्का मारते हुए घर तक लाना पड़ा और इसी कारण हम आज के टेस्ट की तैयारी नहीं कर सके।”

Professor ने थोड़ी देर सोच विचार करने के बाद उन सबकी तरफ देखा और कहा कि कोई बात नहीं, 3 दिन बाद मैं तुम सबका फिरसे टेस्ट ले लूँगा।

चारो स्टूडेन्ट Professor को thank you बोलके वहाँ से चले गये।

3 दिन बाद जब वो चारो टेस्ट देने कि लिये आये तो Professor ने एक condition रखी कि तुम चारो लोग अलग-अलग कमरे में बैठोगे।

सबने कहा ठीक है और सब अलग-अलग कमरे में जाकर बैठ गये।

Professor ने सबको paper बाँट दिया जो कि 100 मार्क्स का था और उसमें केवल 2 ही questions थे…

  1. अपना नाम? (1 marks)
  2. उस रात को कौन सा टायर पंक्चर हुआ था? (99 marks)
    1. Front right
    2. Front left
    3. Back right
    4. Back left

Moral of the Story:

Moral Stories in Hindi for class 9 – अगर आपने कुछ गलत किया है तो उसकी जिम्मेदारी लेना सीखिये नहीं तो अंत में भुगतना आप ही को पड़ेगा।

आशा करता हूँ कि ये moral stories in hindi for class 9 आपको पसंद आयी होगी।

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