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HindiMoneycontrol Top Headlines: Digest for October 30, 2022

## Sebi ने 2 संस्थाओं पर लगाया 27 लाख रुपये का जुर्माना, नियमों के उल्लंघन पर चला रेग्युलेटर का डंडा
by Hindi.Moneycontrol.com Team on 29 October 2022 08:16 AM UTC+00

मार्केट रेग्युलेटर सेबी (Sebi) ने शुक्रवार को आरएफएल इंटरनेशनल लिमिटेड (RFL International Ltd) के मामले में नियामक मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए दो संस्थाओं पर 27 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। अपने आदेश में सेबी ने आरएफएल इंटरनेशनल लिमिटेड पर ₹17 लाख और इसके प्रबंध निदेशक अनीश शाह पर ₹7 लाख का जुर्माना लगाया। रेग्युलेटरी नियमों का पालन किये बिना कुछ संस्थाओं को अप्रैल 2011 की तारीख वाले नकली शेयर प्रमाण पत्र जारी करने के लिए ये जुर्माना लगाया गया। सेबी को कुछ संस्थाओं से आरएफएल इंटरनेशनल लिमिटेड के अप्रैल 2011 की तिथि वाले शेयर प्रमाणपत्रों की प्रतियां प्राप्त हुई थीं। ये शेयर उन्हें आरएफएल द्वारा जारी किए गए थे।

इसके बावजूद ये पाया गया था कि मार्च 2011 से जून 2011 को समाप्त तिमाही के लिए आरएफएल के शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर में कोई परिवर्तन नहीं हुआ था। इसके बाद सेबी ने जनवरी 2011 से जून 2011 की अवधि के लिए आरएफएल इंटरनेशनल के मामले में जांच की।

रेग्युलेटर ने जांच ने पाया कि आरएफएल इंटरनेशनल ने कुछ संस्थाओं से धन प्राप्त किया। इस धन के बदले में उसने उन्हें शेयर प्रमाणपत्र जारी किया था। जिसके लिए उनके पास लिस्टिंग और ट्रेडिंग की अनुमति नहीं थी।

इसके अलावा, आरएफएल इंटरनेशनल ने इस बारे में न तो बीएसई को सूचित किया और न ही उक्त शेयरों को बीएसई पर लिस्ट किया। इसने अपने पेड अप शेयर कैपिटल में वृद्धि भी नहीं की।

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सेबी ने अपनी जांच में पाया था कि आरएफएल इंटरनेशनल और उसके प्रबंध निदेशक अनीश शाह रेग्युलेटरी नियमों का उल्लंघन करके कुछ संस्थाओं को अप्रैल, 2011 के नकली शेयर प्रमाणपत्रों को जारी करने में शामिल थे।

इसके अलावा रेग्युलेटर ने आरएफएल इंटरनेशनल पर ₹3 लाख का जुर्माना लगाया है। हालांकि ये जुर्माना सुप्रीम कोर्ट के समक्ष लंबित सेबी की अपील के परिणाम के अधीन होगा। ये मामला SCRA में धारा 23E लिस्टिंग की शर्तों से संबंधित है।

इस बीच एक अलग आदेश में मार्केट वॉचडॉग ने इंद्रेश्वर शुगर मिल्स लिमिटेड (Indreshwar Sugar Mills Ltd) के मामले में नियामक मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए एक संस्था पर ₹5 लाख का जुर्माना लगाया है।

सेबी ने अप्रैल 2010 से मार्च 2014 की अवधि के लिए इंद्रेश्वर शुगर मिल्स लिमिटेड (आईएसएमएल) के मामले की जांच की। उनकी जांच पूरी होने के बाद रेग्युलेटर ने जुर्माना लगाने का आदेश दिया है।

 

 

 

#markets

## Business Idea: खुल गए तरक्की के द्वार, कॉफी की खेती से 60 साल तक करें बंपर कमाई
by Hindi.Moneycontrol.com Team on 29 October 2022 08:25 AM UTC+00

Business Idea: दुनिया भर में कॉफी की खपत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। भारत में भी लोग चाय की तरह कॉफी पीने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। लिहाजा कॉफी की खेती करके किसान मोटी कमाई कर सकते हैं। यह नकदी फसल है। इनमें मुनाफा ज्यादा रहता है। भारत में दक्षिण पहाड़ी राज्यों में मुख्य रूप से की जाती है। कॉफी उत्पादन में भारत दुनिया के प्रमुख 6 देशों में शामिल है। केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु भारत के ऐसे राज्य हैं। जहां कॉफी का उत्पादन सबसे अधिक होता है।

बता दें कि भारत की कॉफी की गुणवत्ता सबसे अच्छी मानी जाती है। इसके लिए समशीतोष्ण जलवायु सबसे अच्छी होती है। जून-जुलाई का महीना भी इसकी बुवाई के लिए बेहतर माना जाता है। दोमट मिट्टी में कॉफी की पैदावार सबसे ज्यादा होती है।

भारत में उगाई जाने वाली कॉफी की किस्में

भारत में कॉफी की कई किस्में उगाई जाती हैं। केंट कॉफी भारत की सबसे पुरानी कॉफी मानी जाती है। इसका उत्पादन केरल में सबसे ज्यादा होता है। अरेबिक कॉफी उच्च गुणवत्ता (High quality) वाली कॉफी मानी जाती है। इसका उत्पादन भी भारत में ही होता है। इसके अलावा अन्य कई किस्में भी भारत में उगाई जाती हैं। कॉफी की खेती खुले और तेज धूप वाले स्थानों पर करने से बचना चाहिए। छायादार स्थानों पर ही इसकी खेती से अच्छी उपज मिलती है। इसके लिए तापमान 18 से 20 डिग्री तक सबसे अच्छा माना जाता है। हालांकि गर्मियों के मौसम में अधिकतम 30 डिग्री तापमान और सर्दियों के मौसम में न्यूनतम 15 डिग्री तापमान को इसकी फसलें सहन कर सकती हैं। ज्यादा सर्दी में इसकी खेती करने से बचना चाहिए।
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मुनाफा

कॉफी की फसल एक बार लगने के बाद सालों तक इससे पैदावार मिलती है। अनुमान के मुताबिक, इसकी फसलों से लगभग 50 से 60 सालों तक कॉफी के बीजों की पैदावार होती है। एक एकड़ जमीन में करीब 2.5 से 3 क्विंटल तक कॉफी के बीजों की पैदावार होती है। ऐसे में किसान इसकी व्यवसायिक खेती कर बंपर कमाई कर सकते हैं।

#your-money

## बाल-बाल बचे 177 यात्री, इंडिगो के विमान में चिंगारी की सूचना पर दिल्ली हवाईअड्डे पर रोका गया एयरक्राफ्ट
by Hindi.Moneycontrol.com Team on 29 October 2022 08:58 AM UTC+00

IndiGo flight 6E-2131: समाचार एजेंसी एएनआई (news agency ANI) ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि विमान में एक संदिग्ध चिंगारी के बाद इंडिगो (IndiGo) की एक उड़ान को दिल्ली हवाई अड्डे पर रोक दिया गया। इंडिगो की फ्लाइट 6E-2131 (IndiGo flight 6E-2131) को दिल्ली से बेंगलुरु के लिए उड़ान भरनी थी। वहीं इंडिगो ने एक बयान में कहा कि दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली फ्लाइट 6E2131 में टेक-ऑफ रोल के दौरान तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ा। जिसके तुरंत बाद पायलट ने टेक-ऑफ को रोक दिया और विमान रनवे से लौट आया। इस तरह समय रहते और तत्काल फ्लाइट को रोकने का निर्णय लेने से एक बड़ी दुर्घटना होने से बच गई। सूत्रों के अनुसार कंट्रोल रूम को इंडिगो के विमान के इंजन से चिंगारी निकलने की सूचना मिली थी जिसके बाद इसे तुरंत रोक दिया गया।

एयरलाइन ने कहा, "सभी यात्री और चालक दल सुरक्षित हैं और उड़ान के संचालन के लिए एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की जा रही है। यात्रियों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है।"

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इस मामले पर जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि हवाई अड्डे के कंट्रोल रूम को सीआईएसएफ नियंत्रण कक्ष (CISF control room) से इंडिगो विमान के इंजन में से चिंगारी निकलने की सूचना मिली। इसके तुरंत बाद विमान को उड़ने से रोक दिया गया। उस समय विमान में 177 यात्री और चालक दल के सात सदस्य सवार थे। बाद में यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया।

सूत्रों के अनुसार एक स्पाइसजेट विमान (SpiceJet plane) के पायलट जो लाइनअप में इंडिगो विमान के पीछे था। जब वह इंडिगो विमान के पीछे अपना विमान जमीन पर चला रहा था। उस समय उसे इंडिगो के विमान में चिंगारी दिखी जिसके बाद उसने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को इंजन में आग लगने की सूचना दी।

 

 

 

#india-company

## Chhath Puja 2022: छठ पूजा पर बिहार में महंगा हुआ पेट्रोल और डीजल, बाकी राज्यों में ये रहा दाम
by Hindi.Moneycontrol.com Team on 29 October 2022 09:25 AM UTC+00

Chhath Puja 2022: Impact of Chhat Puja on Petrol-Diesel Price - आज छठ पूजा के दिन बिहार में पेट्रोल और डीजल थोड़ां महंगा हो गया है। इसके अलावा महाराष्ट्र और झारखंड पेट्रोल व डीजल सस्ता हुआ है। सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने देश के महानगरों में रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। गुजरात में पेट्रोल 0.22 रुपये बढ़कर 96.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल 0.23 रुपये महंगा होकर 92.19 रुपये पर आ गया है। हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल की कीमत 0.68 रुपये बढ़कर 95.74 रुपये और डीजल 0.58 रुपये महंगा होकर 81.99 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है।

क्रूड ऑयल के दाम घटे

ग्लोबल बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में थोड़ी तेजी देखने को मिली। ब्रेंट क्रूड का भाव 1.19 डॉलर घटकर 95.77 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। वहीं, डब्‍ल्‍यूटीआई 87.59 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इसमें 1.18 डॉलर की गिरावट रही।

महानगरों में ये रहे दाम

दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये प्रति लीटर है जबकि डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर है। इस बीच, मुंबई में पेट्रोल और डीजल क्रमश: 106.31 रुपये और 94.27 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। जबकि, चेन्नई में पेट्रोल 102.63 रुपये प्रति लीटर और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 106.03 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.76 रुपये प्रति लीटर है।

ये रहा अन्य शहरों में रेट

दिल्ली

पेट्रोल: 96.72 रुपये प्रति लीटर

डीजल: 89.62 रुपये प्रति लीटर

मुंबई

पेट्रोल: 106.31 रुपये प्रति लीटर

डीजल: 94.27 रुपये प्रति लीटर

चेन्नई

पेट्रोल: 102.74 रुपये प्रति लीटर

डीजल: 94.33 रुपये प्रति लीटर

कोलकाता

पेट्रोल: 106.03 रुपये प्रति लीटर

डीजल: 92.76 रुपये प्रति लीटर

बेंगलुरु

पेट्रोल: 101.94 रुपये प्रति लीटर

डीजल: 87.89 रुपये प्रति लीटर

हैदराबाद

पेट्रोल: 109.66 रुपये प्रति लीटर

डीजल: 97.82 रुपये प्रति लीटर

गांधीनगर

पेट्रोल: 96.63 रुपये प्रति लीटर

डीजल: 92.38 रुपये प्रति लीटर

गुवाहाटी

पेट्रोल: 96.01 रुपये प्रति लीटर

डीजल: 83.94 रुपये प्रति लीटर

तिरुवनंतपुरम

पेट्रोल: 107.60 रुपये प्रति लीटर

डीजल: 96.42 रुपये प्रति लीटर।

रोज सुबह तय होती हैं ईंधन की कीमतें

भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड जैसी पब्लिक सेक्टर कंपनी रोजाना सुबह 6 बजे ईंधन की कीमतों को रिवाइज करती है। नया रेट वैट, लोकल टैक्स और माल ढुलाई टैक्स सहित फैक्टर को ध्यान में रखकर तय किया जाता है।

Sebi ने 2 संस्थाओं पर लगाया 27 लाख रुपये का जुर्माना, नियमों के उल्लंघन पर चला रेग्युलेटर का डंडा

#petrol-diesel-prices

## EPFO Rules: 10 साल की प्राइवेट नौकरी पर सभी को मिलती है पेंशन, जानिए कैसे उठाएं फायदा
by Hindi.Moneycontrol.com Team on 29 October 2022 09:58 AM UTC+00

EPFO Rules: केंद्र सरकार की ओर से प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को भी रिटायर होने के बाद हर महीने पेंशन पाने के हकदार होते हैं। संगठित क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारी अगर 10 साल तक नौकरी करते हैं। ऐसी स्थिति में 58 साल की उम्र के बाद हर महीने पेंशन मिलता है। यही वजह है कि हर महीने कर्मचारियों की सैलरी से कुछ पैसे काटे जाते हैं जो कि पीएफ अकाउंट में जमा होता है। इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए कर्मचारियों को कुछ शर्तों का पालन करना होता है।

EPFO नियम के मुताबिक प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों की बेसिक सैलरी+DA का 12 फीसदी हिस्‍सा हर महीने PF अकाउंट में जमा होता है। जिसमें से कर्मचारी का पूरा हिस्सा EPF में जाता है। जबकि कंपनी का 8.33 फीसदी हिस्सा कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में जाता है। वहीं 3.67 फीसदी हर महीने EPF में जाता है।

10 साल पूरा होने का कैलकुलेशन

EPFO के नियमों के मुताबिक लगातार 10 साल तक जॉब करने के बाद कर्मचारी को पेंशन मिलने लगती है। इसमें शर्त केवल यही है कि जॉब का टेन्‍योर 10 साल पूरा होना चाहिए। 9 साल 6 महीने की सर्विस को भी 10 साल के बराबर काउंट किया जाता है। लेकिन अगर नौकरी का समय साढ़े 9 साल से कम है तो फिर उसे 9 साल ही गिना जाएगा। ऐसी स्थिति में कर्मचारी Pension Account में जमा राशि को रिटायरमेंट की उम्र से पहले भी निकाल सकते हैं। ऐसे में वो लोग पेंशन के हकदार नहीं होते हैं।
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लंबे गैप के बाद क्या होता है?

अब सवाल उठता है कि अगर कर्मचारी ने 5-5 साल के लिए दो अलग-अलग संस्थानों में काम किया है। ऐसी स्थिति में क्या कर्मचारी को पेंशन का फायदा मिलेगा? कभी- कभी दोनों नौकरी के बीच दो साल का गैप हो जाता है तो क्या वो कर्मचारी पेंशन का हकदार होगा? कई बार लोगों की नौकरी छूट जाती है। खासकर महिलाएं अपनी जिम्‍मेदारियों के चलते बीच में नौकरी से ब्रेक ले ले है। कुछ समय के बाद फिर से नौकरी करना शुरू कर देती हैं। ऐसे में उनके 10 साल का टेन्‍योर कैसे पूरा होगा और कैसे उन्‍हें पेंशन स्‍कीम का लाभ मिलेगा?

EPFO का नियम

नौकरी में एक संस्‍थान छोड़ने के बाद अगर नौकरी में गैप हो जाता है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। ऐसे में आप जब कभी भी दोबारा कहीं नौकरी शुरू करें, तो अपने UAN नंबर में बदलाव नहीं करें। इससे नौकरी बदलने पर आपकी नई कंपनी की ओर से भी उसी अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर किया जाएगा। इसके साथ ही आपकी पहले वाली नौकरी का कुल टेन्योर नई नौकरी के साथ जुड़ जाएगा। ऐसे में आपको दोबारा नौकरी के 10 साल पूरे करने की जरूरत नहीं होगी।

#your-money

## बाजार में रही बढ़त, FII सपोर्ट, सरकारी बैंकों के शेयर में रैली और रुपये में रिकवरी से दिखी तेजी
by Hindi.Moneycontrol.com Team on 29 October 2022 10:00 AM UTC+00

Market gains last week: बाजार ने लगातार दूसरे हफ्ते (दिवाली सप्ताह) में बढ़त का सिलसिला बढ़ाया। बेहतर अमेरिकी जीडीपी डेटा, सकारात्मक नतीजे, एफआईआई सपोर्ट और रुपये में तेजी के दम पर इसमें 1 प्रतिशत की तेजी आई। पिछले हफ्ते के लिए बीएसई सेंसेक्स 652.7 अंक या 1.10 प्रतिशत बढ़कर 59,959.85 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 210.5 अंक या 1.19 प्रतिशत बढ़कर 17,786.8 के स्तर पर बंद हुआ। बीएसई मिड-कैप इंडेक्स में 1 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली। बैंक ऑफ इंडिया, एसजेवीएन, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स, इंद्रप्रस्थ गैस, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन, केनरा बैंक और भारत फोर्ज में दिखी रैली से इसमें बढ़त हुई। दूसरी ओर ग्लैंड फार्मा, शैफलर इंडिया, लौरस लैब्स, डेल्हीवरी, पेज इंडस्ट्रीज, क्रॉम्पटन ग्रीव्स कंज्यूमर इलेक्ट्रिकल और टाटा एलेक्सी को 5-14 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।

बीएसई लार्ज-कैप इंडेक्स में 1 प्रतिशत की बढ़त नजर आई। इसे टाटा मोटर्स - डीवीआर, मारुति सुजुकी इंडिया, जेएसडब्ल्यू स्टील, यूनाइटेड स्पिरिट्स, पंजाब नेशनल बैंक, अडानी टोटल गैस, एनटीपीसी और लार्सन एंड टुब्रो की तेजी से सहारा मिला।

BSE Small-cap index 0.4 प्रतिशत चढ़ा

पिछले हफ्ते बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स 0.4 प्रतिशत चढ़ा। इस इंडेक्स के शेयरों में डी-लिंक इंडिया, इंफीबीम एवेन्यूज, ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टिफायर्स इंडिया, भारत बिजली, साउथ इंडियन बैंक, मुथूट कैपिटल सर्विसेज, जे कुमार इंफ्राप्रोजेक्ट्स, सास्केन टेक्नोलॉजीज, रामा स्टील ट्यूब्स, टूरिज्म फाइनेंस कॉर्प ऑफ इंडिया, धानी सर्विसेज, एचपीएल इलेक्ट्रिक एंड पावर, आईआईएफएल फाइनेंस और रामकी इंफ्रास्ट्रक्चर ने 15-31 प्रतिशत की तेजी नजर आई।

वहीं दूसरी तरफ शारदा क्रॉपकेम, बॉम्बे डाइंग, राजरतन ग्लोबल वायर, केपीआई ग्रीन एनर्जी, थिरुमलाई केमिकल्स, कारट्रेड टेक, प्रिंस पाइप्स एंड फिटिंग्स, कैंटबिल रिटेल इंडिया, मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल, सुमितोमो केमिकल इंडिया, एपकोटेक्स इंडस्ट्रीज, डीसीएम नोवेल, रूबी मिल्स और मेट्रो ब्रांड्स में 7 से 13 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली।

Sebi ने 2 संस्थाओं पर लगाया 27 लाख रुपये का जुर्माना, नियमों के उल्लंघन पर चला रेग्युलेटर का डंडा

विगत हफ्ते सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में 5 प्रतिशत, निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 4 प्रतिशत और निफ्टी ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 3.2 प्रतिशत की तेजी आई। वहीं निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स 0.7 प्रतिशत टूटा।

Reliance और Maruti का मार्केट कैप बढ़ा

बीएसई सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मार्केट कैप के मामले में सबसे ज्यादा बढ़त दिखाई। उसके बाद मारुति सुजुकी इंडिया, लार्सन एंड टुब्रो और एचडीएफसी बैंक का स्थान रहा। दूसरी ओर हिंदुस्तान यूनिलीवर, बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व ने अपना अधिकांश मार्केट कैप ग



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