Chandigarh – चंडीगढ़ जैसा अद्भुत शहर भारत में स्थित है। यह शहर किसी भी राज्य का हिस्सा नहीं माना जाता। यह शहर भारत का केंद्र शासित प्रदेश है। इस शहर का नियंत्रण भारत सरकार के हाथों में है। इस शहर पर किसी भी राज्य का अधिकार नहीं। इस शहर की खास बात यह है की यह शहर पंजाब और हरयाणा दोनों राज्य की राजधानी का शहर है लेकिन इसे इन राज्यों में शामिल नहीं किया जाता।
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चंडीगढ़ का इतिहास और जानकारी – Chandigarh History Information
चंडीगढ़ शहर का इतिहास 8000 साल पुराना है। शुरुवात में इस शहर में दुनिया की सबसे पहली संस्कृति हड़प्पा संस्कृति के लोग रहते थे।
मध्ययुगीन काल में यह शहर बहुत ही समृद्ध था और तब यह शहर पंजाब प्रान्त का हिस्सा था। लेकिन सन 1947 में देश को आजादी मिलने के बाद पंजाब को पश्चिम और पूर्व पंजाब में बाटा गया।
भारत का बटवारा होने के बाद पूर्व पंजाब की कोई भी राजधानी नहीं थी क्यों की उस समय लाहोर शहर पाकिस्तान को दे दिया गया था। इसीलिए पंजाब को राजधानी का शहर देने के लिए चंडीगढ़ को पुरे नियोजन से बनाया गया। इसीलिए सभीने शिवालिक पहाड़ी के बाजु में चंडीगढ़ शहर बनाने का प्लान बनाया था। इसीलिए बहुत ही सक्षम अधिकारीयो को इस शहर को बनाने का दायित्व दिया गया था।
इस शहर की खास बात यह की खुद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भी इस शहर के निर्माण में ध्यान दिया था। मगर इस शहर को बनाते वक्त कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शहर बनाने के लिए सही जगह ढूँढना बहुत जरुरी था इसीलिए इस काम को करने के लिए एक समिति भी स्थापित की गयी थी।
जगह का चयन करते वक्त वहा का वातावरण, सैन्य भेद्यता, जल की सुविधा आदि बातो को ध्यान में रखा गया था और उसीके मुताबिक ही जगह को चुना गया।
मगर कुछ समय बाद हरयाणा राज्य की भी निर्मीती हुई और पंजाब और हरयाणा दोनों राज्यों को राजधानी का शहर चाहिए था। इस शहर के महत्व और यह शहर दोनों राज्यों के लिए बहुत नजदीक होने की वजह से इसे पंजाब और हरयाणा की राजधानी घोषित कर दिया गया।
इस शहर का नाम यहाँ के चंडी मंदिर के नाम पर रखा गया है, इसीलिए इस शहर को चंडीगढ़ कहा जाता है।
चंडीगढ़ की भाषा – chandigarh language
चंडीगढ़ की अधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यहाँ के अधिकतर लोग हिंदी (67।53%) में बात करते है मगर कुछ लोग पंजाबी (27।89%) भी बोलते है। यहा के सरकारी स्कूल में इंग्लिश, हिंदी और पंजाबी में भी पढाया जाता है।
चंडीगढ़ का धर्म – Religion of chandigarh
चंडीगढ़ जैसे बड़े शहर में सभी धर्म के लोग बड़े आनंद से रहते है। यहापर चंडी मंदिर होने की वजह से भी इस शहर को चंडीगढ़ नाम दिया गया। इस शहर के सेक्टर 36 में हिन्दू धर्म का प्रसिद्ध ‘इस्कोन मंदिर’ भी है। सिख धर्मं का ‘नाडा साहिब गुरुद्वारा’ इस मंदिर से काफी नजदीक है। इस गुरुद्वारा के अलावा भी यहापर मनीमाजरा और बुरैल में कई सारी ऐतिहासिक मश्चिद भी है।
चंडीगढ़ की संस्कृति – Culture of Chandigarh
यहाँ की संस्कृति बहुत ही आधुनिक है। यहापर अलग अलग तरह की संस्कृति का पालन करने वाले लोग देखने को मिलते है। देश के हर कोने से आये हुए लोग इस चंडीगढ़ शहर में रहते है इसीलिए यहापर सभी संस्कृति का मिश्रण देखने को मिलता है।
यहाँ के लोग हिंदी या फिर पंजाबी बोलते है और कुछ लोग दोनों भी भाषा में बात करते है। यहाँ की कला और संस्कृति काफी समृद्ध है।
चंडीगढ़ के त्यौहार – Festivals of Chandigarh
यहापर हर साल सितम्बर या फिर अक्तूबर में नवरात्री का त्यौहार मनाया जाता है। इस त्यौहार में कई सारी संघटनाये रामलीला का आयोजन करते है। इस तरह से रामलीला की घटनाओ का दिखाने की परंपरा पिछ्ले 50 सालों से चलती आ रही है।
यहाँ के जाकिर हुसैन गुलाब बाग में हर साल फरवरी के महीने में ‘गुलाब त्यौहार’ मनाया जाता है। इस त्यौहार में गुलाब के अलग अलग प्रजाति के फुल दिखाए जाते है।
इस शहर में मानसून के दौरान ‘आम का त्यौहार’ मनाया जाता है। यहा के सुखना झील में अन्य त्यौहार भी मनाये जाते है।
चंडीगढ़ का पर्यटन – Tourism of Chandigarh
शिवालिक पर्वत श्रेणी में होने की वजह से चंडीगढ़ शहर पर्यटन का मुख्य आकर्षण बन चूका है। आज इस शहर में पर्यटन के कई सारे स्थल देखने को मिलते है। निसर्ग प्रेमियों को देखने के लिए यहापर बहुत सारे बाग और झीले है।
यहापर पर्यटन के कई सारे आकर्षण केंद्र है। उसमेसे कुछ निचे दिए गए है:
- रॉक गार्डन
- सुखना झील
- रोज गार्डन
- सरकारी संग्रहालय और आर्ट गैलरी
- अंतर्राष्ट्रीय गुडिया संग्रहालय
- जापानीज गार्डन
- म्यूजिकल फाउंटेन
- बटरफ्लाई पार्क
- बोटैनिकल गार्डन
चंडीगढ़ में कई सारे मंदिरे देखने को मिलते है। यहापर इस्कोन का प्रसिद्ध मंदिर भी है। इस शहर में हिन्दू धर्मं के लोग अधिक मात्रा होने की वजह से भी यहापर बहुत सारे मंदिर देखने को मिलते है। मगर यहापर सिख धर्मं के लोग भी बड़ी संख्या में है। यहापर सिख धर्म के भी कई सारे गुरुद्वारा देखने को मिलते है।
यहापर साल भर त्यौहार मनाये जाते है। आम का त्यौहार, नवरात्रि, गुलाब त्यौहार जैसे अनोखे त्यौहार केवल चंडीगढ़ में ही मनाये जाते है। इस शहर में बहुत सारी सुन्दर और बड़ी बड़ी झीले भी देखने को मिलती है। यह शहर पर्यटन के लिए काफी अच्छा है क्यों की यहापर देखने जैसे बहुत सारी चीजे है।
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