हेल्लो दोस्तों आप चाहे माने या ना माने पर हम सभी आज के समय में Virtual Reality की दुनिया में ही जी रहे है और ये सब टेक्नोलॉजी के माध्यम से मुमकिन हो पाया है इसका हमारे जीवन पर अच्छा और बुरा दोनों तरह का प्रभाव पड़ा है लेकिन इससे हमे बहुत सारे फायदे हुए है
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आज हम इस पोस्ट के माध्यम से वर्चुअल रियलिटी के बारे में जानेगे क्यूंकि आज के समय में इसके बिना बहुत सारी चीज़ें देखने और करने में उतनी अच्छी नहीं लगेंगी जितना इसके माध्यम से होती है जैसे- बहुत सारे गेम्स जो Vr headset के साथ खेलने पर ज़्यदा अच्छे लगते है या कुछ ऐसी चीज़ें देखना या करना जो असल दुनिया में कभी सम्भव ही नहीं है
तो सोचिये-
इसमें कितना मज़ा आता होगा इसीलिए तो आज के समय में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके काफी अच्छी सुबिधाए दी जा रही है लेकिन हमको इनका आदी नहीं बनाना चाहिए क्यूंकि जब ऐसा होता है तब चीज़ें ख़राब होती है तो आज हम Virtual reality को समझेंगे कि वर्चुअल रियलिटी (Virtual reality in hindi) क्या होती है और इसके फायदे, नुकसान या इसको कैसे यूज़ करे ये सब कुछ अपनी इसी पोस्ट के माध्यम से जानेगे
Virtual Reality kya Hai (What is virtual reality)
वर्चुअल रियलिटी एक टेक्नोलॉजी है जो हमारे वास्तविकता की नक़ल करती है इसका प्रयोग Virtual images , Sound और Effects को दिखने में किया जाता है इसकी मदद से आप जो गेम्स आज तक अपने फ़ोन या लैपटॉप पर खेलते थे अब आप उनका हिस्सा बन सकते है आज मार्केट में बहुत सारे ऐसे गेम्स है जिन्हें खेलते समय आपको ऐसा लगेगा कि आप उस गेम में ही है
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Gaming industry इसका प्रयोग गेम खेलने वाले प्लेयर को रियल Feel कराने के लिए कर रही है जिससे आपको ऐसा लगे की सच में आप ही फाइट कर रहे है या गन चला रहे है इस Technology से आप अपनी जगह पर बैठे बैठे किसी सिटी टूर पर जा सकते है इसके लिए आपको बस VR headset लगाना है और आप तैयार है आपको ऐसा फील आएगा की अस्लियत में आप ही वहाँ घूम रहे है
हम You tube में जो 360 videos देखते है वो इसी Virtual reality पर आधारित है हम आज के टाइम में इसको बहुत ही ज़्यादा इस्तेमाल कर रहे है Virtual reality से उन सारी चीज़ों को समझना आसान हो जाता है जो कभी हमारे सामने हुई ही नहीं थी आज कल इसके माध्यम से स्टूडेंट्स को पढ़ाने और ट्रेनिंग देने में किया जा रहा है
Virtual Reality के प्रकार
1 ) Non immersive reality
इस तरह की वर्चुअल रियलिटी हमें virtual reality flight simulator में देखने को मिलती है जो की एक बड़ी screen वाला PC होता है जिसमे बहुत सारे accessories जुडी होती है और ये जो वर्चुअल रियलिटी produce करता है उसमे user पूरी तरह से immerse नहीं हो पता है इसलिए इसको हम non immersive reality बोलते है इसका example है हमरा PC
2 ) Fully immersive reality
इसमें आप Full वर्चुअल रियलिटी का experience करते है इसमें एक powerful कम्पूटर का प्रयोग किया जाता है इसमें use होने वाला computer इतना able होना चाहिए की वो साउंड,sight और हल्के से हल्के movement को detect कर ले इसमें यूजर एक head-mounted displayको पहनता है और इसके साथ साथ sensory gloves का भी प्रयोग किया जाता है जिससे user fully immerse फील करता है
3) Augmented reality
ऑगमेंटेड रियलिटी वर्चुअल रियलिटी का ही एक next स्टेप है जो हमरे physical world को ही और enhance करता है ये complete artificial एनवायरनमेंट को create नहीं करता जैसा की वर्चुअल रियलिटी में होता है इसमें real world की चीज़ों के साथ साथ कुछ effects add हो जाते है जो एक साथ मिलकर augmented reality के concept को achieve करते है जैसे की real view के साथ sound ,videos और graphics को ऐड कर के एक user experience को enhance कर देना यही है augmented reality
4) Collaborative
collaborative रियलिटी को आप एक space समझ सकते है जहाँ पर एक से ज़्यदा लोग एक दूसरे के साथ interact करते है और ज़्यदा तर ये लोग अलग अलग लोकेशंस पर मौजूद होते है इसका main goal उन लोगों को अपने ideas और experience को share करने में help करना है इसको आप एक multi player game के रुप में समझ सकते है ये इसका एक उद्हारण है
5 ) Web Based
कुछ scientists ने virtual रियलिटी मार्कअप लैंग्वेज का उपयोग कर के इंटरनेट पर वर्चुअल रियलिटी का उपयोग करने के तरीकों को खोज निकला है इससे लोगों को new चीज़ों को खोजने का chance मिलता है जो internet available करता है
Virtual reality का अनुभव
अगर आप भी वर्चुअल रियलिटी का अनुभव करना चाहते है तो इसके लिए आपको एक VR headset खरीदना पड़ेगा जो को आपको market में बहुत आसानी से मिल जायेगा उससे आपको अपने फ़ोन को attach करना है और इसके बाद आप वर्चुअल रियलिटी का मज़ा उठाने के लिए तैयार है
लेकिन इसके लिए आपके फ़ोन में गयरोस्कोपे (Gyroscope ) का होना जरुरी है Gyroscope एक हार्डवेयर होता है इसकी help से सॉफ्टवेयर फ़ोन की position को चेक करता है इससे ये पता चलता है की आपका फ़ोन किस angle और degree पर रखा है इसी की help से हम 360 videos का लुफ्त उठाते है
क्या वर्चुअल रियलिटी जरुरी है ?
क्या सच में हमें वर्चुअल रियलिटी की जरूरत है तो इसका answer है नहीं पर ये हम चाहते है की हम इसको use करे क्यंकि यही तो human nature है कि हमे हमेसा new चीज़ों की चाहत रहती है और यही तो हमारे अंदर कुछ पाने की चाहत को जगाये रखता है और हम नई नई चीज़ों को खोज करते रहते है
लेकिन इसके कुछ अपने फायदे भी है जो की में अभी आप लोगों को बताने वाला हूँ
Gaming
गेमिंग में इसका बहुत बड़ा रोल है अगर आप कोई fight गेम खेलते VR headset को पहन के तो गेम में जो भी हो रहा होगा उसका आप रियल फील ले पायंगे ये आपके गेमिंग एक्सपीरियंस को एक next level पर लेके जायेगा इसलिए आप गेम को और भी खेलना चाहेंगे इसलिए gaming industry वर्चुअल रियलिटी को adopt कर रही है VR headset based गेमिंग का क्रेज़ बढ़ता ही जा रहा है
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Education
वर्चुअल रियलिटी की मदद से students real time प्रोब्लेम्स को बहुत की बेहतर तरीके से समझ पायंगे और जिससे उनकी समझने की power increase होगी और वो Theoretical ज्ञान की जगह उनको प्रैक्टिकल नॉलेज ज़्यदा होगा इससे उनकी productivity बढ़ जाएगी
Training
जैसा की आप सब जानते है कुछ ट्रेनिंग बहुत की expensive और risky होती है पर ये सारी ट्रेनिंग जरुरी भी है तो कैसे की जाये की नुकसान और रिस्क फैक्टर को कम किया जा सके इसका जवाब है वर्चुअल रियलिटी based ट्रेनिंग ये कम एक्सपेंसिव है और इनसे real में किसी को कोई नुकसान भी नहीं होने वाला
वर्चुअल रियलिटी की खूबियां
इसकी सहायता से आप वर्चुअल टूर पर जा सकते है आप उस जगह को विर्तुअल्ली देखे सकते है जहाँ जाने के लिए आपको काफी पैसे खत्म करने पड़ेंगे
आप उन सारी चीज़ों का लुफ्त उठा सकते है जो आप रियल लाइफ में कभी नहीं कर पाए और इससे किसी को कोई नुकसान भी नहीं होगा
वर्चुअल रियलिटी की सहायता से वैज्ञानिक, शोधकर्ता अपनी खोज के जटिल बिन्दुओ को समझने के लिए करते है
साइंस फ्रिक्शन पर आधारित मूवीज में इसका इस्तेमाल काफी किया जाता है क्यूंकि इसके बिना उस तरह की मूवीज को बनाना लगभग सम्भव नहीं है
वर्चुअल रियलिटी की कमियां
अभी भी ये technology complete तरीके से मार्किट में नहीं आई है तो इसपर इतना भरोसा नहीं किया जा सकता
इससे होने वाली ट्रेनिंग रियल नहीं होती है जो कई बार प्रॉब्लम क्यंकि हो सकता है की आप वर्चुअल situation में तो अच्छा करे पर real situation में आपसे काम हो ही न या उतना अच्छा न हो
क्यंकि ये अभी मार्किट में कम्प्लीटली नहीं आई है तो इस टाइम ये थोड़ी कॉस्टली भी है हो सकता है आगे जाके ये mobile फ़ोन्स की तरह ही सस्ती हो जाये
इसका आँखों पर बुरा प्राभाब पड़ता है क्यंकि VR हेडसेट आँखों के बहुत नजदीक होता है तो इसको ज़्यदा टाइम तक use करने से बचना चाहिए
अन्तिम शब्द
वर्चुअल रियलिटी ने हमारे एंटरटेनमेंट के लुफ्त को एक नए लेवल पर पंहुचा दिया है इसकी मदद से जटिल घटनाओ या शोध का वर्चुअल रूप बना कर उन्हें समझने में काफी आसानी हो रही है आने वाले समय में Virtual reality की फील्ड में काफी सुधार होगा और लोग इसमें अपना कैरियर भी बना पायेंगे अभी भी काफी लोग इस फील्ड में काम कर रहे है तो मुझे आशा है आपको Virtual reality in hindi पोस्ट अच्छी लगी होगी और आज आपने कुछ नया सिखा होगा