New Delhi: पटना में रहने वाले रवीश महज 19 साल के उम्र में लापता हो गए। इसके बाद पुलिस की छानबीन के बावजूद उसका कुछ पता नहीं चल सका था, जिसके कारण परिवार वालों ने भी आशा छोड़ दी थी, लेकिन रवीश कुमार की बड़ी बहन को पूरा भरोसा था कि उसका भाई अभी भी जिंदा है।
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साल 1999 के दौरान रवीश कुमार अचानक घर से 19 साल की उम्र में गायब हो गए थे। इसक बाद उनके परिवार वाले शहर दर शहर लोगों से पूछते हुए रवीश का पता लगाने की कोशिश करने लगे, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। इसी बीच रवीश की बहन प्रेमा देवी की शादी हो गई। वहीं रवीश कुमार के परिवार वालों को कहीं से खबर मिली की, इस वक्त रवीश सूरत में है। इसके बाद बहन प्रेमादेवी की जिद्द पर उनके पिता उमेश कुमार कई बार सूरत गए और पता लगाने की कोशिश किए, हालांकि दुर्भाग्यवश रवीश का कुछ पता नहीं चल सका था।
वहीं दूसरी तरफ लापता रवीश कुमार सूरत में होटल में काम किए। इसके बाद उन्हें एक फैक्ट्री में नौकरी मिल गयी। यहीं पर उनकी मुलाकात रोहित नाम के कामगार से हुई, जो बाद में रवीश कुमार को उनके परिवार सके मिलाने में अहम भूमिका निभायी। रोहित ने ही रवीश की खबर उनके छोटे भाई रितेश और भतीजे राजकुमार तक पहुंचाई और दोनों को सूरत बुला लिया। इसक दौरान रवीश कुमार और उनके बाकी घर वालों एक दूजे को पहचान नहीं सके, लेकिन हावभाव और आदतों की मदद से धीरे धीरे पहचान हो गई और जैसे ही यह हुआ। पूरा परिवार रोने लगे और गले लगा लिया।
इसके बाद रवीश को सैलून ले गए और नए कपड़े दिलवाए। वहीं अब बहन प्रेमा अपने भाई का इंतजार घर पर कर रही है और सबसे हैरानी की बात है कि आज रक्षाबंधन के दिन दोनों की मुलाकात होगी। ऐसे में यह रवीश और उनके परिवार के लिए जिंदगी भर के लिए याद बनकर रह जाएगा।
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