New Delhi: देश में बढ़ती रेप की घटनाओं पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बिहार और ओडिसा के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विवादित बयान दिया है।
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सोमवार को मेरठ में कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि उत्तर भारत के पुरूष जानवर हो गए हैं, तभी पॉक्सो एक्ट में परिवर्तन की जरूरत महसूस की गई है। उन्होंने कहा कि इस एक्ट में सरकार की ओर से बदलाव का निर्णय लेना सरहानीय है। राज्यपाल ने 2 अप्रैल और 10 अप्रैल को आरक्षण को लेकर हुई हिंसा को गलत बताया और उसकी निंदा की।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक सोमवार को मेरठ के सुभारती विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। इस मौंके पर आरक्षण को लेकर हुए हिंसा पर उन्होंने कहा कि निचले स्तर नेतृत्व करने वाले लोग अज्ञानी और इतिहास न जानने वाले हैं। उन्होंने कहा कि इसमे सरकार की कोई भूमिका नहीं थी।
दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए राज्यपाल मलिक ने कहा कि कोई देश बिल्डिंग, कारखानों और इमारतों से महान नहीं बनता बल्कि देश के युवाओं का चरित्र देश को महान बनाता है लेकिन आज देश में हालात यह हो चले हैं कि देश की रक्षा के लिए भर्ती तो बीएसएफ में होते है लेकिन पोस्टिंग दिल्ली में चाहते हैं।
राज्यपाल ने आगे कहा कि आज देश की बेटियां पढ़ाई में ही नहीं, कुश्ती और हॉकी जैसे खेलों में मेडल जीत रही हैं। हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं की तो बात करते हैं लेकिन मौजूदा वक्त में देखे तो लोग सिर्फ अपने बेटों को बचाने और पढ़ाने में लगे हुए हैं। राज्यपाल ने कहा कि बिहार के जिस कॉलेज और यूनिवर्सिटी में टॉयलेट नहीं होगा उसकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी।
स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिवर्सिटी में में सोमवार को हुए दीक्षांत समारोह कुलपति डॉ. एनके आहूजा ने बताया कि 2017 में उत्तीर्ण 1482 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई। पीएचडी की 15 और एमफिल की छह डिग्रियां दी गईं।
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