New Delhi: साल 2002 के नरोदा पाटिया दंगा केस में गुजरात हाईकोर्ट ने राज्य की पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता माया कोडनानी को 20 अप्रैल को बड़ी राहत दी।
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हाईकोर्ट ने 16 साल बाद उन्हें मामले से बरी कर दिया। इस फैसले के बाद माया कोडनानी रो पड़ीं थीं। अब माया कोडनानी ने कहा कि मुझे खुशी है कि न्याय मिला है। भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं। मैं जानती हूं कि मैं निर्दोष हूं और मैं इससे बाहर आउंगी।
कोडनानी के छोटे भाई नारायण मेघानी ने कहा, “पिछले दस सालों से हम ट्रॉमेटिक कंडीशन में जी रहे हैं। परमेश्वर पे सब से ज्यादा भरोसा था और भारत की न्यायपालिका में विश्वास रखे हुए थे… हमको पता था कि एक न एक दिन सत्य की विजय होगी।”
मेघनानी ने अहमदाबाद की एसआईटी कोर्ट के बारे में कहा, “सेशन कोर्ट ने सत्य का खारिज कर दिया था और पता नहीं क्यों उस पर भरोसा नहीं किया था? हो सकता है कि सेशंस जज की कोई व्यक्तिगत समस्या रही हो लेकिन अब मैं उस मामले में नहीं जाना चाहता। 16 साल पहले हुई उस घटना की सच्चाई हमलोग जानते हैं। घटना में मारे गए 97 लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना है लेकिन हम इतना ही कहेंगे कि वहां माया कोडनानी नहीं थी।”
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