New Delhi: अगर आपके पास भी खाली प्लॉट या छत है तो अतिरिक्त आमदनी का सुनहरा मौका आपको मिल सकता है।
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दरअसल, देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में से एक मुकेश अंबानी की जियो अप्रैल 2018 से देशभर में करीब 1 लाख मोबाइल टावर और लगाने जा रही है।
बता दें कि रिलायंस जियो ने पिछले साल ही इस बात का एलान किया था, जिसके बारे में फिर इस साल टेलिकॉम मिनिस्ट्री को यह जानकारी दी है। जानकारी के अनुसार जियो 1 लाख टावर लगाने के लिए 50 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी। ऐसे में आपको भी इनकम करने का अच्छा मौका है। अगर आपके पास अपना छत या 500 वर्गफुट की जगह है तो आप भी यहां कोशिश कर सकते हैं।
टावर लगाने वाली कंपनी को दें पूरी डिटेल : बता दें कि टेलिकॉम कंपनियां प्राइवेट कंपनियों को मोबाइल टावर लगवाने का कांट्रैक्ट देती हैं। इनमें इंडस टावर्स, अमेरिकन टॉवर कॉरपोरेशन, भारती-इन्फ्राटेल, एटीसी, वायोम, जीटीएल अलग-अलग लोकेशंस पर टावर लगाने का काम करती हैं। आपको इन कंपनियों की वेबसाइट पर जाना होगा, जहां एक लिंक मिलेगा, जिसमें अपने नाम और एड्रेस के साथ प्रॉपर्टी की पूरी डिटेल देनी होगी। बताना होगा कि आपका प्लॉट है या छत, ओनरशिप आपके नाम से है या ज्वॉइंट, प्रॉपर्टी रेजिडेंशियल है या कमर्शियल। इसके बाद अपने राज्य और शहर की जानकारी देनी होगी।
सीधे टेलिकॉम कंपनी को कर सकते हैं कांट्रैक्ट : इसके अलावा आप सीधे रिलायंस जियो टीम या अन्य ऑपरेटर्स को मोबाइल टावर के लिए कॉन्टैक्ट कर सकते हैं। इसमें भी आपको अपनी और प्रॉपर्टी की पूरी डिटेल देनी होगी। मोबाइल ऑपरेटर टीम खुद यह तय करती है कि किन लोकेशन में टावर लगवाने की जरूरत है। इसके बाद वे जगह का चुनाव करते हैं। अगर चुनी हुई लोकेशन में आपकी प्रॉपर्टी है तो आप इसका बेनेफिट ले सकते हैं।
अगर आपके पास छत है तो टावर लगवाने के लिए आपको कम से कम 500 वर्ग फुट की जगह देनी होगी। वहीं, अगर आपके पास प्लॉट है तो इसके लिए कम से कम 2000 वर्ग फुट की जगह होनी जरूरी है।
जहां टावर लगना है वहां की लैंड पेपर की फोटोकॉपी, इसके अलावा सिविक बॉडी से एनओसी के पेपर, लैंड सर्वे रिपोर्ट और सबसे महत्वपूर्ण आपका आईडी प्रूफ। इसके बाद प्रक्रिया पूरी होती है और अगर आपके लोकेशन पर कंपनी टॉवर लगाने को राजी हो जाती है तो आपको फिक्स रेंट मिलेगा। हर महीने अमूमन शहरों में 25 से 30 हजार रुपए किराया मिल जाता है।
मेट्रो सिटीज में बेहतर लोकेशंस में रेंट और ज्यादा हो सकता है। वहीं, छोटे शहरों में कुछ कम हो सकता है। रिलायंस जियो की ओर से भी कहा गया है कि रेंट अलग-अलग लोकेशंस के हिसाब से तय होता है, जिसकी जानकारी खुद कंपनी सर्वे के बाद देती है। जहां टावर लगना होता है, वहां का रेंट कंपनी तय करती है। अगर आपकी प्रॉपर्टी पर मोबाइल टावर लग रहा है तो इसके लिए आपको अपनी ओर से कोई खर्च नहीं करना होगा। यह बिल्कुल फ्री है, सारा काम मोबाइल टावर लगाने वाली कंपनी को होगा।
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